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kuldeepbabra
यह सब करोगे तो स्वर्ग मिलेगा वरना धरती पर ही नर्क देखना पड़ेगा ©kuldeepbabra मनुष्य के कम ही मनुष्य को बड़ा बनाते हैं# आज का विचार सुप्रभात
मनुष्य के कम ही मनुष्य को बड़ा बनाते हैं# आज का विचार सुप्रभात
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पैसों के लालच में रिश्ते और उम्र यूं ही छूट गई ©kuldeepbabra मनुष्य लोग लालच का घर अपने मन में हर वक्त रखता है# सायरी मोटिवेशन #मोटिवेशनल स्टेटस हिंदी
मनुष्य लोग लालच का घर अपने मन में हर वक्त रखता है# सायरी मोटिवेशन मोटिवेशनल स्टेटस हिंदी
read more- Arun Aarya
एक ही आरज़ू लिए फिर रहे हैं अपने अधर में ! बस तुम्हारा ही साथ मिले मुझें हर एक सफ़र में..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Love #हर सफ़र में
theABHAYSINGH_BIPIN
White एक हार जरूरी है जीवन में एक हार जरूरी है जीवन में, एक जीत जरूरी है जीवन में। हार से संवरना सीखोगे तुम, जीत से निखरना सीखोगे तुम। हार जलाएगी आग में, जीत देगी उड़ान को राग में। हार से सहनशील बनोगे तुम, जीत से खुद को पहचानोगे तुम। हार धैर्य सिखाएगी, जीत विश्वास जगाएगी। इसीलिए हार जरूरी है जीवन में, एक जीत भी जरूरी है जीवन में। हार और जीत हैं जीवन के रंग, इन्हीं से सजे हैं जीवन के संग। इनसे ही उत्साह मिलता है जीवन में, सपनों को आकार मिलता है जीवन में। चढ़ते रहो छोटी-छोटी सीढ़ियाँ, ऊँचा शिखर पाओगे जीवन में। संघर्ष से जो निखर जाएगा, हर मुकाम पाएगा जीवन में। निरंतर चलते रहना पथ पर, लक्ष्य जरूरी है जीवन में। ना मिले गर कोई साथी राह में, अकेले ही बढ़ते रहना जीवन में। चढ़ते रहो शिखर की ओर, छोटों को देना स्नेह और सम्मान। गिरो तो जल-सा निर्मल रहना, सदैव शीतल रहना जीवन में। संघर्ष ही सार है जीवन का, रुकने से पहले सोचना जरा। जो ठहर गया, वो हार गया, चलते रहो, जीत है जीवन में। ©theABHAYSINGH_BIPIN #एकहारजरूरीहैजीवनमें एक हार जरूरी है जीवन में, एक जीत जरूरी है जीवन में। हार से संवरना सीखोगे तुम, जीत से निखरना सीखोगे तुम। हार जलाएगी आग
#एकहारजरूरीहैजीवनमें एक हार जरूरी है जीवन में, एक जीत जरूरी है जीवन में। हार से संवरना सीखोगे तुम, जीत से निखरना सीखोगे तुम। हार जलाएगी आग
read moreआचार्य योगेश शर्मा
मेरे जीवन की पहली भागवत कथा में भूतौ का सामना उस समय मैं 21 बर्ष का था मै गया तो था गुरु जी से मिलने उसी समय पर वहां अशोक कुमार जी बरेली से आये हुये थे गुरूजी से आशीर्वाद लेकर मे गुरुजी के चरणों की सेवा कर रहा था । उसी समय गुरूजी हमसे बोले तुम कथा कर लोगे हमने कहा गुरु जी कभी किये तो नही पर अध्ययन तो पूरा है पर कभी किया नहीं है फिर करो जी ने हमसे कहा अशोक कुमार जी की कथा आपको करनी है बड़ा आयोजन है कथा पंडाल में हो गई और और हमारा आशीर्वाद है तुम्हें जब गुरु जी ने हमें ऐसा कहा तो हमने सोचा कि गुरु जी का आशीर्वाद साथ है तो घबराने की काहे बात है हमने कोई तैयारी भी नहीं की थी उसे दिन के चार दिन बाद ही कथा प्रारंभ थी कथा स्थल पर हम पहुंचे दो ब्राह्मण भी हमारे साथ थे माला संध्या उपासना करने वाले जैसे ही हम बरेली पहुंचे अशोक कुमार जी हमें स्टेशन पर लेने आए अपनी निजी गाड़ी से हमें अपनी हवेली पर लेकर गए अशोक कुमार जी ने हमें हवेली की तीसरी मंजिल पर ठहराया अशोक कुमार जी के पिताजी वहां पर थे उनका नाम था लक्ष्मण प्रसाद लक्ष्मण प्रसाद जी ने हमसे पूछा कि आप कथा कर पाओगे यहां पर हमने कहा कथा करने ही तो आए हैं उन्होंने बताया यह कथा प्रेत बाधा के लिए कराई जा रही है इस हवेली में अनेक प्रकार की आत्माएं हमें परेशान करती है किसी ने बताया है श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से उनकी मुक्ति होगी लेकिन इस हवेली में एक रात से ज्यादा यहां पर कोई टिक नहीं पता तो आप कर सकोगे हमने कहा गुरु जी का आशीर्वाद है सब हो जाएगा तो शाम का 4:00 गया था हम अपनी संध्या उपासना करने के लिए बैठे कुछ समय तो बढ़िया बैठे रहे अपनी उपासना करते रहे थोड़ी देर बाद उसे कमरे में जिसमें हम बैठे थे ट्यूब लाइट जल रही थी एक ट्यूबलाइट चौक में जल रही थी फिर भी वहां पर कम से कम 11 है आत्माएं उपस्थित हुई और हमें परेशान करने लगी फिर हम डरने लगे लेकिन गुरुजी ने आशीर्वाद दिया था और अपने ध्यान में लग रहे कुछ देर बाद वह आत्माएं मिलकर के आक्रमण करना चाहती थी फिर हमारे पास जो जल रखा था उसे जल से हमने उनके ऊपर छींटे मारें फिर उनमें से एक आत्मा ने बात किया आवाज आई हम आपसे कुछ नहीं कहेंगे बस हम मुक्ति चाहते हैं फिर हमने कहा श्रीमद् भागवत की शरण में आओ और सप्ताह प्राण आप सुनो आपकी सद्गति होगी उसके बाद संध्या उपासना करके जब हम उठे तो हम पहुंचे जहां हमारे दो ब्राह्मण ठहरे हुए थे उन्होंने कहा महाराज जी बड़े जल्दी आ गए तो हमने कहा जल्दी ही काम हो गया तो आ गए उन ब्राह्मणों को भी उन आत्माओं ने हमसे पहले डराया था वह तो वहां से भागने लगे फिर हमने उनको समझाया और कहा आप हमारे साथ रहो कुछ नहीं बिगड़ेगा फिर दूसरे दिन जब हम संध्या के लिए बैठे तो उन आत्माओं ने कहा कि हमारे मुक्ति के लिए इस हवेली के नीचे नीचे खाना है उसे तहखाना में हमको हमको युद्ध के समय बंधक बनाकर बंद कर दिया गया था तब से हम इसी हवेली में रहते हैं फिर अशोक कुमार जी हमारे लिए भोजन लेकर आए तो हमने उनको यह सब बताया उन्होंने कहा महाराज जी यह हवेली राजा महाराजाओं के समय की है और हमारे दादा ने इसे खरीदा था एक दिन हमारे पिताजी ने इस तहखाना को खुलवा दिया था तब से ही घर में हलचल मची हुई है फिर हमने अशोक कुमार जी को आश्वासन दिया और कहा कि आप कथा स्थल पर मंडप की व्यवस्था करो और कल से प्रोग्राम चालू करें सब ठीक होगा उसके बाद साथ दिवस कथा हुई गुरु जी की कृपा से आशीर्वाद से कथा मैं कोई रुकावट नहीं आई और जो प्रेत आत्माएं थी वह भी मुक्ति को प्राप्त हो गई जय श्री राधे ©आचार्य योगेश शर्मा जीवन में पहली बार भूतों से सामना
जीवन में पहली बार भूतों से सामना
read moreSatish Kumar Meena
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सागर लहरें और मनुष्य एक दूसरे से जुड़े हैं क्योंकि सागर से लहरें जुड़ी हुई है और लहरों से मनुष्य,तीनों का एक दूसरे से सामंजस्य है। ©Satish Kumar Meena सागर लहरें और मनुष्य
सागर लहरें और मनुष्य
read moreKulvant Kumar
White ll संघर्ष और तजुर्बा हर इंसान के जीवन में नहीं आता ll ©Kulvant Kumar ll संघर्ष और तजुर्बा हर इंसान के जीवन में नहीं आता ll
ll संघर्ष और तजुर्बा हर इंसान के जीवन में नहीं आता ll
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