Find the Latest Status about अच्छा इंसान मतलबी नहीं होता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अच्छा इंसान मतलबी नहीं होता.
Bikash kumar
White मात चाहो किसी को इतना की बाद मै रोना पड़े यह दुनिया दिल से नही मतलब से प्यार करती है ।। ©pooja meena #sad_quotes मतलबी दुनिया
#sad_quotes मतलबी दुनिया
read moreNaseem Raza
White गलत शब्दों का चयन इंसान के लिए हानिकारक होता है ©Naseem Raza #Thinking गलत शब्दों का चयन इंसान के लिए हानिकारक होता है
#Thinking गलत शब्दों का चयन इंसान के लिए हानिकारक होता है
read moreKulvant Kumar
White ༺❤️"हर इंसान का महत्व होता है वो किसी न किसी के लिए खुदा होता है "❤️༻ ©Kulvant Kumar #Shiva ༺❤️"हर इंसान का महत्व होता है वो किसी न किसी के लिए खुदा होता है "❤️༻
#Shiva ༺❤️"हर इंसान का महत्व होता है वो किसी न किसी के लिए खुदा होता है "❤️༻
read moreसंजय जालिम " आज़मगढी"
White शांत सीधे सादे रहने का दौर नहीं लोग हमें काफ़िर आज समझते है उन्हें क्या पता , किस ग़लतफ़ैमि में बैठे है "जालिम" आज हम"इंसान" के वेश में सबसे जहरीले साँप के साथ रहते है... ©Sanjay jalim # # इंसान##
# # इंसान##
read moreनवनीत ठाकुर
जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ, हर दिल में मोहब्बत का घर बसाना अच्छा होता। न होता ये बंटवारा जमीं और आसमां का, हर कोने में बस इंसां बसाना अच्छा होता। परिंदों की तरह बेखौफ उड़ते रहते हम भी, हर ख्वाब को अपना बनाना अच्छा होता। अगर न होते ये फर्क मज़हब और वतन के, हर साया बस अमन का ठिकाना अच्छा होता। तू भी मेरा, मैं भी तेरा, ये रिश्ता हो बस, हर जश्न में शामिल ज़माना अच्छा होता। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ
#नवनीतठाकुर जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ
read moreअनिल कसेर "उजाला"
White इंसानियत की बात नहीं, मुहब्बत की औकात नहीं। धन-दौलत की पूछ परख, इंसान की अब जात नहीं। ©अनिल कसेर "उजाला" इंसान
इंसान
read moreअनिल कसेर "उजाला"
मोहब्बत का यही फ़साना है, होता मुश्किल साथ निभाना है। जो पल मिला है जी ले उजाला, वक़्त का होता नहीं ठिकाना है। ©अनिल कसेर "उजाला" वक़्त का होता नहीं ठिकाना है।
वक़्त का होता नहीं ठिकाना है।
read moreShashi Bhushan Mishra
चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
read more