Find the Latest Status about शिव परिवार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शिव परिवार.
–Muku2001
कुछ भक्त तन पर, शिव का टैटू बनवाते हैं । कुछ भक्त शिव को, अपने हृदय में बसाते हैं। सृष्टि के कण-कण में शिव, जिसने शिव को जान लिया | शिव सा जीवन, उसने फिर अपना लिया | शिव को आत्मसात करो, गलत राह पर न चलो | मान-सम्मान सबका करो, खुद पर न अभिमान करो | गलत चाह न रखो उचित कर्म करते रहो | हौसला और फैसला, दोनों तुम्हारे ही पास; उम्मीद सिर्फ शिव से रखो । ©–Muku2001 #mahashivaratri #Shiva #शिव #महाकाल #Shiv
#mahashivaratri #Shiva #शिव #महाकाल #Shiv
read moreSatish Kumar Meena
सत्य है शिव जी, शिव अविनाशी। गूंजे धरा में,, उज्जैन और काशी।। चंद्र जटा पर, उज्ज्वल प्रकाशित, गरल कंठ में, सबका निवासित। उमा संग विराजमान, धुर कैलाशी। सत्य है शिवजी,, शिव अविनाशी।। ©Satish Kumar Meena शिव अविनाशी
शिव अविनाशी
read morePrashant Rastogi
White एक प्रेम की तपस्या थी एक चिंतन के आधार थे... जब पार्वती ने व्रत रखा तब शिव भी निराहार थे...!! ·—·—·—·—🔱🚩हर हर महादेव 🔱🚩🌸—·—·—·—· ©Prashant Rastogi #mahashivratri #शिवरात्रि #शिव #महाकाल #shivratrispecial #nojohindi #shyari Hinduism
#mahashivratri #शिवरात्रि #शिव #महाकाल #shivratrispecial #nojohindi #shyari Hinduism
read moreVijay Singh
तेरे सिवा कोई और नहीं अपना हाथ मेरे सर पर बनायें रहना बाबा 🔱🚩 ऊं नमः शिवाय ©Vijay Singh #शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
#शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
read moreJitender Jiyhind
गुरू रै बरमा गुरू रै विषणु गुरू रै महादेव महेश जग मै परथम पुजा तेरी होती आई गणेश पारवती ने तेरे तै रुप असा दिया देवताओ नै तेरा सामना ना किया असी लिला दिखा रहे थे सब रहे देख जग मै परथम पुजा तेरी होती आई गणेश गुरु रै बरमा गुरू रै विषणु गुरु रै महादेव महेश ©Jitender Jiyhind शिव तेरे नाम अनेक है
शिव तेरे नाम अनेक है
read moreShiv Narayan Saxena
White परिवार और रिश्तों की जड़ें जितनी गहरी होंगी, ज़िन्दगी के वृक्ष पर सुख और सम्पन्नता के उतने ही मधुर फल लगेंगे. ©Shiv Narayan Saxena #love_shayari परिवार और रिश्ते inspirational quotes
#love_shayari परिवार और रिश्ते inspirational quotes
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White बचा लो अपना अब परिवार -2 घरवालों में खत्म हो रहा अपनापन और प्यार। बचा लो अपना अब परिवार -2 जहां बुजुर्गों की इज्जत थी निगरानी करते थे, डांट ठहाके देते और बातें मर्दानी करते थे। जिंदा रहना बची जिंदगी उनकी इसी जमाने में, सारी अहमियत तौल दी गई थाली भर के खाने में। दादी दादा से सजा हुआ अब दिखता नहीं घर द्वार, घर वालों में खत्म हो रहा अपनापन और प्यार। बचा लो अपना अब परिवार -2 जहां एक भाई भाई के खातिर राज्य था छोड़ा, सदियों में मां बेटे का रिश्ता न किसी ने तोड़ा। वहीं एक कमरे की लड़ाई गोली तक चलवाती है, अपनी स्वतंत्रता के खातिर मां बेटे को खा जाती है। कर्तव्यों को छोड़ सभी को दिखता बस अधिकार, घर वालों में खत्म हो रहा अपनापन और प्यार। बचा लो अपना अब परिवार -2 भारत की सभ्यता संस्कृति इसमें रही समाई, इसे मिटाने की साज़िश है दुनिया की सच्चाई। प्रेम जगाने वाला दीपक फिर से यहां जलाओ, बच्चों को शिक्षा के संग संग संस्कार सिखलाओ। इसी का करते दुनिया वाले सबसे पहले शिकार, घर वालों में खत्म हो रहा अपनापन और प्यार। बचा लो अपना अब परिवार -2 ©शुभम मिश्र बेलौरा #good_night परिवार
#good_night परिवार
read moreनवनीत ठाकुर
संग पार्वती, शक्ति की पहचान, तप का प्रताप और प्रेम का श्रृंगार, उनके मिलन का है दिव्य आधार। वैराग्य में बसा अनंत का प्रकाश, शिव का धैर्य और पार्वती का विश्वास। प्रकृति और पुरुष का यह अनूठा मेल। जो करते ध्यान, उन्हें मिलती राह, शिव-पार्वती बनें हर जीवन की चाह। शिव की जटाओं से जीवन की धारा, पार्वती की ममता से सजी है धरा। जो इनके भजन में मग्न हो जाए, वो सांसारिक बंधन से मुक्त हो जाए। अमर यह युगल, जग के पालनहार, इनके चरणों में झुके हर संसार। शिव का वैराग्य और शक्ति का रूप, भक्तों के संकट में देते संपूर्ण छूप। ©नवनीत ठाकुर #शिव पार्वती
#शिव पार्वती
read moreनवनीत ठाकुर
जटा में गंगा, त्रिशूल की धार, शिव हैं महादेव, जग के आधार। भस्म से सजा तन, नीलकंठ का रूप, माथे पर चांद, गले में सांप, पहने बज की खाल, बैठे मृगछाल। शिव की चुप्पी में ब्रह्मांड का शोर, गले में विष, त्रिनेत्र की ज्वाला, जो देखे उन्हें, वह पाता उजाला। कैलाश पर उनका पावन बसेरा, गण हैं समीप, भूत-प्रेत हैं साये, हर युग में उनका न्याय जगाये। ब्रह्मा-विष्णु भी झुकते उनके सामने, काल भी रुके, जिनके चरणों के दामन। भांग-धतूरा चढ़े उनके श्रृंगार में, मृत्यु भी कांपे, उनके संहार में। काल भी झुके, जिनके चरणों की धूप, सृष्टि के कण-कण में जिनका स्वरूप। ©नवनीत ठाकुर #शिव