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NARESH MAHAWAR
Poonam Suyal
कवि : अटल बिहारी वाजपयी See caption जब मन में हो मौज बहारों की चमकाएँ चमक सितारों की, जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों तन्हाई में भी मेले हों, आनंद की आभा होती है उस रोज़ 'दिवा
lalitha sai
हर ख्वाब अधूरा नहीं रहता.. हर बात अधूरा नहीं होता.. हर मुलाक़ात भी अधूरा नहीं रहता.. अगर होता तो अधूरा सिर्फ अपना सोच.. इस सोच पर निर्भर करता है की.. हर अधूरा को पूरा करने का.. एक सुन्दर सा सकरात्मक सोच की प्रक्रिया. #yqbaba #yqdidi #yqthoughtoflife #thoughtsofheart #thoughtoftheday #positivethinking #positivelife #lalithasai मेरी आज दुआ कुबूल हो गई
JAINESH KUMAR ''ज़ानिब''
छत्तीसगढ़ी गीत चंदनिया उतरे चंदनिया जो आंगना म मोरे, त आये पिया याद तोरे............, बैरन हवा जो आके उलझे लट म, त आये पिया याद तोरे............। चंदनिया तैं छत म चुपके से आना, दिया मैं बुता देहों धीरे से आना...।। 2 ।। जोहत हंव तोर रददा मैं नैना बिछाये, करे तैंहा है का जादू मन म समाये, मनमोहना रूप धर के मोला भरमाये, दिल म उतर के रे बइरी मोला तड़पाये, चंदनिया तैं छत म चुपके से आना, दिया मैं बुता देहों धीरे से आना...।। 2 ।। पिरित के चुनरी रंगाई मोरे पिया ने, चुनरी ओढ़े उड़त फ़िरंव पंख दिये मोरे पिया ने, ढूंढाव झिन मोला महल अटारी मैं हो पिया के हिरदे में, वृंदावन म कान्हां बसे जईसे राधा के मन में ।।। चंदनिया तैं छत म चुपके से आना, दिया मैं बुता देहों धीरे से आना...।। 2 ।। #छत्तीसगढ़ी_गीत #चंदनिया तैं छत म चुपके से #आना, दिया मैं #बुता #देहों धीरे से आना...।। #jainesh_kumar #chhattisgarhi #poetry
Aditya Fogat
ऐ दोस्त! तेरी जिंदगी फिर से गुलजार होगी क्या हुआ ? इतना जल्दी ? वक्त से हारा ? या खुद से हार गया ? अभी सुबह होने में वक्त ही कितना रह गया
Aditya Fogat
ऐ दोस्त! तेरी जिंदगी फिर से गुलजार होगी क्या हुआ ? इतना जल्दी ? वक्त से हारा ? या खुद से हार गया ? अभी सुबह होने में वक्त ही कितना रह गया
Dr Jayanti Pandey
सुनो !चुनाव है... बड़े कातर स्वर में माइक से एक आवाज आई वोट फिर से हमको ही दे देना, ऐ माता ऐ भाई आपका तो ऐसे भी कुछ कभी नहीं होने वाला विपक्षी कौन सा तुम्हें बिठा कर दे देंगे निवाला जी तोड़ मेहनत करने से तुम्हें मिलती है रोटी एक वोट से चमकेगी , किस्मत मेरे कुनबे की यकीन रखो, नहीं आएंगे पूरे पांच सालों तक बस पहुंचा दो फिर से सत्ता की मधुशाला तक कलमा पढ़वा लो चाहे, रोज़े भी रख सकते हैं वोट का चांस हो तो मंदिर मस्जिद फिर सकते हैं गोत्र पूंछ लो मेरा या मुझसे चंडी पाठ कराओ बस इस इलेक्शन में सिर्फ मुझको ही जिताओ बाबू सिर्फ मुझको ही जिताओ.... सुनो चुनाव है ## बड़े कातर स्वर में माइक से एक आवाज आई वोट फिर से हमको ही दे देना, ऐ माता ऐ भाई आपका तो ऐसे भी कुछ कभी नहीं होने वाला विपक्ष
Harshita Dawar
उफ सी निकल गई बस पढ़ती गई, ना तुम रहे ना वो यादें, बहती रही मिलती रही ,.to be contd.............. कुछ कहानियां बुनी हीं अधूरी होने के लिए फिर भी जन्म जन्म की प्यास बुझाने के लिए लिखी गई , उफ़ सी निकल गई बस पढ़ती गई, ना तुम रहे ना वो या
Unconditiona L💓ve😉
"प्रेम की रत्नागिरी" एक ऐसा सागर रहा मैं जिसमें अंनत लहरों सा प्रेम भरा हुआ जँहा कई पवित्र नदियाँ मुझमें, समाहित होने को दौड़ती है मग़र मेरी निश्छल प्रेम की लहरे किनारे में बिखरी किसी शीप की मोती समेटने को दौड़ती है और बड़े प्रेम से समेट भी लाता हूँ उस मोती को अपने अंदर फिर क्या..? क्या यही प्रेम है समुद्र का? जो उसे अपने में बाँध दिए नहीं की आवाज अंतर्मन से ध्वनित होती है मैंने तो अपनी मोती से निस्वार्थ
Vibha Katare
अम्बर में घर हो, चाँद पर हो अंगनियाँ.. तारों पर झूला झुलाए चंदनिया.. क्षितिज से क्षितिज तक मैं पंख फैला लूँ.. खेलूँ लुका छिपी हवा संग.. घने बादलों में खुद को छिपा दूँ.. #newwritersclub #mycanvasyourwords #YourQuoteAndMine Collaborating with Manisha Dubey #कल्पनाएं #अम्बर #चंदनिया #hindipoetry #yqdidi