Find the Latest Status about श्मशान भूमि from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्मशान भूमि.
Garima Singh
बीमारी में, विपत्तिकाल में,अकाल के समय, दुश्मनो से दुःख पाने या आक्रमण होने पर, राजदरबार में और श्मशान-भूमि में जो साथ रहता है, वही सच्चा भाई अथवा बंधु है। ©Garima Singh बीमारी में, विपत्तिकाल में,अकाल के समय, दुश्मनो से दुःख पाने या आक्रमण होने पर, राजदरबार में और श्मशान-भूमि में जो साथ रहता है, वही सच्चा भ
बीमारी में, विपत्तिकाल में,अकाल के समय, दुश्मनो से दुःख पाने या आक्रमण होने पर, राजदरबार में और श्मशान-भूमि में जो साथ रहता है, वही सच्चा भ #पौराणिककथा
read moreDivya Joshi
"तंत्र साधना, शव साधना, श्मशान साधना, भैरवी और तारा जैसी सारी साधनाएं जानता हूँ मैं!!! समझा महा मूर्ख!!!! अब मेरी शक्तियों को कम समझने की गलती की तो तुझे खड़ा खड़ा भी भस्म कर सकता हूँ मैं। दुबारा मत पूछना।" भयानक वेशभूषा और शक्ल वाला अघोरी घनी अंधेरी रात में अमर को पकड़ कर श्मशान घाट लेकर जा रहा है। आधी रात में सब सोए हैं, और जाग रहा है तो बस श्मशान। तेज हवाएं चल रही है, पेड़ों के पत्ते कानों में सांय सांय की आवाज़ कर रहे हैं। अजीब से जानवरों की आवाज़ें उन पत्तों की आवाजों के साथ मिलकर उस रात को और डरावना बना रही है। अमर उसके साथ साथ उसके पीछे पीछे चला जा रहा है। श्मशान घाट में जली कुछ चिताओं के अंगारे तक अब तक ठंडे नहीं हुए। अघोरी अमर को एक ऐसी ही चिता के पास ले गया जो कुछ समय पहले जलकर भस्म हो चुकी थी। उसके अंगारे भी अपेक्षाकृत ठंडे हो चुके थे। उसने अमर को वहाँ ले जाकर कुछ मंत्र पढ़ते हुए चिता के बीचों बीच बैठने का इशारा किया।अमर को बीचो-बीच बिठा देने के बाद उसने पूर्व दिशा की ओर मुंह करके कहा "ओम ह्रीं फट" फिर चारों और घूम कर उसने चारों दिशाओं को कीलित करना शुरू किया। इसके लिए पहले पूर्व में मुँह कर हाथ मे जल ले उसने अपने गुरु का ध्यान किया । फिर पश्चिम में मुंह कर "जय बटुक भैरवाय नमः" कहा। उत्तर में घूमकर हाथ मे जल लेकर "योगिनी नमो नमः" कहा। दक्षिण में घूमकर फिर "ओम फट स्वाहा" कहते हुए वह जोर से चिल्लाया। उसके चिल्लाने के बाद जवाब में कुछ चीखें श्मशान में सुनाई देने लगीं। ©Divya Joshi चलो बाकी बातें कल करेंगे सो भी जाओ तुम्हें जल्दी भी तो उठना है।" कहकर दादी ने तृषा को लाइट ऑफ कर सो जाने को कहा। "तंत्र साधना, शव साधना, श
चलो बाकी बातें कल करेंगे सो भी जाओ तुम्हें जल्दी भी तो उठना है।" कहकर दादी ने तृषा को लाइट ऑफ कर सो जाने को कहा। "तंत्र साधना, शव साधना, श #Fear #roohkarishta #djblogger #eklekhanimeribhi
read morezindgii
जो दिख रहा है वो शव है जो देख रहा है वो शिव है शव होने से पहले शिव को पहचान वर्ना मज़िल तो एक ही है श्मशान ©zindgii श्मशान
श्मशान #ज़िन्दगी
read moreMannKi Bhawna
फुर्सत मिले कभी तो, सासो को गिन लेना अपने झूठ को बेपर्दा कर देना इस चलती फिरती लाश को श्मशान में रख देना #श्मशान
Geeta Sharma pranay
श्मशान ========= श्मशान ही बना दिया तुमने तो मेरे दिल को... जिसमें मेरे सारे सपने जलकर राख का ढ़ेर हो गये... कैसे इसे मै समेटूँ.... ये तो बिखर-बिखर जा रहें हैं मेरे हाथों से.... जलकर एक -एक सपनें कह रहे हैं मुझसे..... हम तो बनते ही बिखरने के लिए हैं... इसलिए बंद आँखों मे ही आते हैं और चले जाते हैं.. क्यों ए-पगली तुने हमें खुली आँखों से देखा.... ये ले,,, हम तो रोज एक महोब्बत का जनाजा लेकर निकलते हैं,,, तेरे दिल को ही आज श्मशान बना दिया,, ये कोई ओर नहीं... तेरा अपना ही हैं.... | गीता शर्मा प्रणय श्मशान
श्मशान #कविता
read moreIbrat
काशी के हर घाट हर्ष की गूँज और रंगों से रंगे हैं, एक उसे छोड़ कर जो चिताओं के राखों से सजे है, खूबसूरती उसकी की वो हर अंतिम सफ़र देखती है, वहाँ लोग सज कर आते और वो सुंदर शववस्त्र देखती है, देखा तो ढेरों लकड़ियों के में तराजू भी रखा जाता है, किसके हिस्से कितनी लगी हर वो हिसाब रखा जाता है , कोई शोक नहीं बस मृत्यु से मोक्ष तक का सफ़र देखा है, कल से पहले तक खुद को इस सच्चाई से बेख़बर देखा है, सोचा था ये सब देखना मेरे लिए आसान नहीं होगा, मगर देखा करीब से तो अपना हर डर बेअसर देखा है, मणिकर्णिका की सुबह और मैंने चिताओं को जलते देखा है, किसी अपने के लौट आने का विश्वास हर पल में मरते देखा है, अच्छा था महा श्मशान में अंतिम सफ़र का हिस्सा बन जाना , इस कभी ना खत्म होने के दौर का एक छोटा किस्सा बन जाना। -Shubhra Tripathi :) ©Ibrat मणिकर्णिका महा श्मशान
मणिकर्णिका महा श्मशान #Life
read morekarthikey poems
यह तेरी भूमि यह मेरी भूमि कब बन गई यह जंग की भूमि जो आतंक के ठेकेदारों ने इसकी गरिमा से खेला तो रक्त से लहूलुहान हो जाएगी यह भूमि भूमि
भूमि
read moreSaurav Shubham
मैंने मौत को ज़िन्दगी पर राज करते देखा है कभी किसी को गड़ते तो किसी को जलते देखा है मैंने श्मशान की आँखों को भी नम होते देखा है, जब किसी पिता के कंधे पर, सन्तान की अर्थी चलते देखा है।। #NojotoQuote श्मशान #nojoto #shayari #hindi