Find the Latest Status about बच्चे के जन्मदिन पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बच्चे के जन्मदिन पर कविता.
Dr Wasim Raja
White मौर्य राज वंश के चक्रवर्ती सम्राट की जिंदगी रोचक है। वो रणभूमि में पराक्रम दिखाते दुश्मनों के संहारक है।। इनकी कीर्ति है विराट, मानवता के बने रहे द्योतक है। बौद्ध धर्म के संरक्षक रहे गरीबों बहुजनों के पोषक है।। भारत को विश्व गुरु बनाने वाले बौद्ध धर्म के संवाहक हैं। सदा सत्य ,दया ,करुणा, मैत्री भाव ,प्रेम के उपासक हैं।। सत कर्मों से हमेशा ऊंचा रहने वाला इनका मस्तक है। विश्व में बुद्मम शरणम गच्छामि का देते रहे दस्तक है।। बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के यही समपोषक हैं। धर्म में बाह्य आडंबर का सदा बने रहे अवरोधक हैं।। वसीम राजा की है यही आरजू और है यही कथन। विश्व में गूंजे भाईचारे का स्वर हरसू हो बस अमन।। महान सम्राट अशोक की जयंती पर शत-शत नमन। ©Dr Wasim Raja सम्राट अशोक के जन्मदिन पर समर्पित
Jagdish Pant
फूल देई का त्यौहार था, मैं फिर भी बैठा अकेला था । चारों तरफ़ हर्षोल्लास था, मैं अकेला बैठा निराश था । जब मैने चारों तरफ देखा , तब पता चला कि मैं गांव से दूर किसी शहर के भिड़ में बैठा अकेला उदाश था ।। ✍️ Jagdish Pant आज फूलदेई के पर्व पर एक कविता मेने लिखि ।
Ganesh Kumar Verma
मेरे ऑफिस की वो लड़की उसकी हँसती आँखों में, सारी खुशियाँ दिख जाती है, मेरे ऑफिस की वो लड़की, याद बहुत अब आती है। अपने मैडम की इज्जत वो हद से ज्यादा करती है, पर सच्ची बातों की खातिर, मैडम से भी लड़ती है। कल क्या होगा जाने कौन, अच्छा समय है सबको भाता , जिस दिन वो ऑफिस आ जाये, मेरा दिन अच्छा हो जाता। ऑफिस का काम हमेशा वो, घर से भीं कर जाती है, अच्छी सुन्दर बातें करती, मन को वो हर्षाती है, मेरे ऑफिस की वो लड़की, याद बहुत अब आती है। तन रम्भा, मन सरस्वती है, मनमोहक नवयौवन है, पहाड़ी नदी सी वो चलती, गजगामीनी चंचल मन है। सबके मन की भाषा समझे, अपनी बात छिपाती है। मेरे ऑफिस की वो लड़की याद बहुत अब आती है, पुष्प, धुप और दीप सजी, वो पूजा की एक थाली है, इससे ज्यादा क्या और बताऊं, नाम उसका दीपाली है। नहीं किसी को ऊँचा बोले सदा हँसती-खिलखिलाती है। मन की बात न बोले हमसे, जाने क्यों शर्माती है, मेरे ऑफिस की वो लड़की याद बहुत अब आती है।। मन की कलम से.................... जन्म दिन की अशेष शुभकामनाओं के साथ 💐💐 ©Ganesh Kumar Verma #जन्मदिन
Anand Ji Mayura Ji
Village Life केसर की क्यारी में फूलो की मुस्कान हो । रण-भूमि में दिखता जौहर की आन हो। तुम ही हो दुर्गा -श्री - शारदा, ज्ञान शील ममता की पहचान हो । दामन को अपने दाग से बचाईये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
Anand Ji Mayura Ji
अकाल मौत वो मरे जो काम करे चांडाल का।काल उसका क्या बिगाङे जो भक्त हो महाकाल का । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
Anand Ji Mayura Ji
मिलेगा प्रेम दोस्तों दिल से पुकारिये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये। ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग