Find the Latest Status about हमरी गगरिया हो कान्हा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हमरी गगरिया हो कान्हा.
F M POETRY
Unsplash मुद्दतें हो गयीं जब हाथ मिलाया तुझसे.. अब भी आती है मेरे हाथ से खुश्बू तेरी.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #मुद्दतें हो गयीं...
#मुद्दतें हो गयीं...
read morePRIYA SINHA
White 🫂"बस तुम हो" 🫂 जीवन के गीत में ; हार या जीत में ; बस तुम हो ! सूनेपन की भीत में ; प्रहार या प्रीत में ; बस तुम हो ! समर्पण के रीत में ; बेकार या कृत में ; बस तुम हो ! प्रिया सिन्हा 𝟑𝟎. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शनिवार). ©PRIYA SINHA #बस #तुम #हो
Vinod Mishra
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White श्याम सुंदर ना देरी लगाओ कब से ठाड़े हैं दर्शन कराओ अर्जी सुनो.. अब ना बनो...2 हमनें सुना जब आये सुदामा नंगे पग तुम दौड़े थे कान्हा जरा हमको भी करके दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! बिदुरानी घर तुम पहुना से खा गये छिलके तुम केला के जरा हमको भी खाके दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! जब प्रहलाद ने तुमको पुकारा तब प्रगटे नरसिंह अवतारा जरा हमको भी करतब दिखाओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! कहते हैं तुम भक्तों के चाकर बंध गये द्वारे बलि के जाकर कभी अंगना हमारे भी आओ..! श्यामसुंदर ना देरी लगाओ..! ©अज्ञात #कान्हा
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White कान्हा है हर रूप में तू सुख दुःख छांव धूप में तू ग्वाल बाल के संग में तू प्रेम के जितने रंग में तू जगत का पालनहार है तू मीरा का गिरधार है तू दीन हीन का दाता तू गीता का निर्माता तू गोप-ग्वाल की हृदय गति उद्धव मन मस्तिष्क मति मैया यशोदा की ममता युग परिवर्तन की तू क्षमता देवकी माँ की वेदना हो ब्रज की सब संवेदना हो रुक्मणी जी का दर्पण हो श्री राधा का समर्पण हो वृंदावन की शांति हो मथुरा की शुभ क्रांति हो विकृतियों का दहन हो तुम आसुरी शक्ति हनन हो तुम अर्जुन की साहस शक्ति मित्र सुदामा की भक्ति तुम सर्वग्य तुम्हीं सृष्टि दीन सुधा की तू दृष्टि भावों से मिल जाओगे तब कान्हा कहलाओगे..! ©अज्ञात #कान्हा
नवनीत ठाकुर
पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर फना हो कर भी अमर हो गए
फना हो कर भी अमर हो गए
read moreneelu
White ऐसा ना हो आप जागे और सवेरा हो जाए ©neelu #love_shayari #ऐसा ना हो #आप जागे और #सवेरा हो #जाए
#love_shayari #ऐसा ना हो #आप जागे और #सवेरा हो #जाए
read more