Nojoto: Largest Storytelling Platform

New poem on mothers day in punjabi Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about poem on mothers day in punjabi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, poem on mothers day in punjabi.

Stories related to poem on mothers day in punjabi

Gagan Deep

#snow #Shaayari #Punjabi #public #post shayari on life

read more
Unsplash ਸੋਚਾਂ ਦੇ ਰੰਗ
ਹਵਾ ਨਾਲ ਚਲਣ ਵਾਲੇ ਸੁਪਨਿਆਂ ਦੇ ਪੰਖ ਹਨ,
ਜਿੰਦਗੀ ਦੇ ਹਰ ਪਲ ਵਿੱਚ ਚਮਕਦਾਰ ਰੰਗ ਹਨ।
ਰਾਤਾਂ ਦੇ ਸੱਚੇ ਤਾਰੇ ਦੱਸਦੇ ਹਨ,
ਸਫਲਤਾ ਤੇ ਕਾਮਯਾਬੀ ਦੇ ਸੁਨੇਹੇ ਅੰਗ ਹਨ।

ਦਿਲ ਦੀ ਧੜਕਨ ਇੱਕ ਰਾਗ ਬਣ ਜਾਵੇ,
ਮਨ ਦੇ ਅੰਦਰ ਇੱਕ ਆਗ ਬਣ ਜਾਵੇ।
ਮਿਹਨਤ ਨਾਲ ਹਰੇਕ ਗਮ ਖਤਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ,
ਸੱਚ ਦੀ ਰਾਹ ’ਚ ਹਰ ਸਵਾਲ ਦਾ ਜਵਾਬ ਹੁੰਦਾ ਹੈ।

ਉੱਡ ਦੀਏ ਖਿਆਲ ਤੇ ਪੂਰਾ ਵਿਸ਼ਵ ਦੇਖ,
ਦਿਲ ਤੇ ਸਚ ਦਾ ਹਰ ਰੰਗ ਲੇਖ।
ਜਿਥੇ ਅੰਧਕਾਰ ਵੀ ਚਮਕਦਾ ਨਜ਼ਰ ਆਵੇ,
ਉਥੇ ਜਿੰਦਗੀ ਹਰ ਪਲ ਜਿੱਤ ਹਾਸਲ ਕਰ ਜਾਵੇ।

©Gagan Deep #snow #Shaayari #Punjabi 
#public #post  shayari on life

Ajita Bansal

#Newyear2025 poem of the day

read more
New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर,
सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे।
हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन,
खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत।

पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम,
नई राहों पर, नए क़दम।
सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास,
साल 2025 हो, सफलता से भरा खास।

जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है,
वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है।
समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें,
साथ चलें हम, बस यही है शेरों।

नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति,
हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि।
साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय,
नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय।

©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day

Vijay Vidrohi

हरियाणा #हरियाणा #my #New #poem poetry on love love poetry in hindi hindi poetry punjabi poetry poetry lovers

read more
हरियाणा 

हरियाणवी संस्कृति की धरा पर,
खेतों में है खड़े किसान, 
मेहनत से जुटे दिन और रात
हरियाणा की ये पहचान।

उनके हाथों में हल, उनके दिल में सपने,
सबका पेट भरे हैं अन्न से समझ के अपने

महिलाएं घाघरा ‌चोली पहने, सिर पर पललू,
बेटे को यह प्यार से कहती मेरा कल्लू

खेतों में भी‌ साथ कमावै बणकै ढेठी
ओलंपिक में मेडल लावे हरियाणा की बेटी 

उनके हाथों में सुई, उनके दिल में प्यार,
गिद्दा खडवा घोड़ी नृत्य गाव गीत मल्हार।

हरियाणवी संस्कृति एक सुंदर सी कहानी है,
जिसमें मेहनत, संतोष,प्यार और मीठी बाणी।

गर्व से उस फौजी बेटे पै जो राखे देश का मान
यही है हरियाणवी संस्कृति की असली पहचान।

जो हमें गर्व और सम्मान से भर देती है।
कृपया बताएं कविता कैसी लगी

©Vijay Vidrohi हरियाणा #हरियाणा #my #new #poem  poetry on love love poetry in hindi hindi poetry punjabi poetry poetry lovers

Ravi

#lovelife love poetry in english hindi poetry on life punjabi poetry Entrance examination sad urdu poetry

read more
Unsplash 
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

©Ravi #lovelife  love poetry in english hindi poetry on life punjabi poetry Entrance examination sad urdu poetry

Schizology

On this day poem✍🧡🧡💛 #memory

read more
On this day

Tonight the rain has arrived
Relief for all of the plants
It had been about a month
The grass has turned brown
Now there's a steady downpour     
Twenty after one in the morning
The sound of water dripping
Splashes from all the puddles
Cool air from the cold front
Which may bring thunderstorms

Now it is two forty five am
The rain is still coming down
Watering and feeding the plants
The grass needed a good drink
It will help it recover from the heat
Trees are going to be happy too
Flowers will burst into bloom
Animals will be very excited
Insects also needed this rain
Mother nature came to help

©Schizology On this day

#poem✍🧡🧡💛 #memory

Sanjeev0834

Moon

#good_night love poetry in hindi poetry on love poetry quotes poetry punjabi poetry

read more
White तुम कदर ना करो और हम निभाते रहें,
क्या ये रिश्ता है या कोई मज़ाक सा है।
दिल टूटता रहा पर खामोश रहे,
क्या मोहब्बत का यही उसूल सा है।

©Moon #good_night  love poetry in hindi poetry on love poetry quotes poetry punjabi poetry

Ajita Bansal

#Sad_Status poem of the day

read more
White दर्द ने सिखाया खुद से मिलना,
राहों में खो जाने से पहले,
ख़ुद को जानना ज़रूरी है,
तब जाकर कोई सही रास्ता लगे।

हर ख्वाब का पीछा करते हुए,
सपनों में खो जाते हैं हम,
लेकिन जब वो टूटते हैं,
तब महसूस होता है, हम कहाँ थे, कहाँ हम।

अक्सर दूसरों की नज़र से ही जीते हैं हम,
पर सच्ची पहचान तो अंदर से आती है।
जो खुद को समझे, वही खुद को पा सकता है,
बाकी सब तो बस एक छलावा होता है।

अब मेरी आँखों में बस एक सवाल है,
क्या मैं सचमुच खुद से प्यार करता हूँ?
जब तक ये सवाल हल नहीं होगा,
ख़ुद के ही हाल में, ख़ुद से जूझता रहूँगा।

©Ajita Bansal #Sad_Status poem of the day

THE VIKRANT RAJLIWAL SHOW

official boy

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile