Nojoto: Largest Storytelling Platform

New दौरे रक्त छिड़काव मात्रा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about दौरे रक्त छिड़काव मात्रा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दौरे रक्त छिड़काव मात्रा.

Stories related to दौरे रक्त छिड़काव मात्रा

N S Yadav GoldMine

#Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधेकृष्ण जी!! कर्म तो करना है, लेकिन कर्म और उसके फल की आसक्ति से रहित होकर। इस तरह कर्म करने स

read more
White {Bolo Ji Radhey Radhey}
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
कर्म तो करना है, लेकिन कर्म और 
उसके फल की आसक्ति से रहित 
होकर। इस तरह कर्म करने से कर्म 
प्रवाह का अंत होकर कर्म केवल 
क्रिया मात्रा रह जायेंगे और जीव 
कर्म बंधन से मुक्त हो जायेगा।

©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey}
जय श्री राधेकृष्ण जी!!
कर्म तो करना है, लेकिन कर्म और 
उसके फल की आसक्ति से रहित 
होकर। इस तरह कर्म करने स

theABHAYSINGH_BIPIN

#lovelife इश्क़ की नादानियां सहना तो वक़्त को ही है, छुरी उंगली को या उंगली छुरी को, बहना तो रक्त को ही है। दिल के अरमानों को खामोशी से कु

read more
Unsplash इश्क़ की नादानियां सहना तो वक़्त को ही है,
छुरी उंगली को या उंगली छुरी को, बहना तो रक्त को ही है।
दिल के अरमानों को खामोशी से कुचल दिया,
पर दर्द का बोझ उठाना तो सब्र को ही है।

वो चलते-चलते राह में छोड़ गए,
अब तन्हा सफर तय करना तो कदम को ही है।
इश्क़ के दांव-पेंच समझे नहीं कभी,
जीत हो या हार, ये सहना तो दिल को ही है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #lovelife 

इश्क़ की नादानियां सहना तो वक़्त को ही है,
छुरी उंगली को या उंगली छुरी को, बहना तो रक्त को ही है।
दिल के अरमानों को खामोशी से कु

Bharat Bhushan pathak

सार छंद चार चरणों का अत्यंत गेय मात्रिक छंद है। प्रति चरण 28 मात्रा होती है। यति 16 और 12 मात्रा पर है। दो दो चरण तुकान्त । 16 मात्रिक पद ठ

read more
बीत रहा फिर वर्ष सुनहरा,नूतन आने वाला।
इसने हमको यही बताया,जीवन अच्छी शाला।।
पढ़ा यहाँ पे जो भी इसमें,अनुभव उसने पाया।
प्रथम सदा वह ही होता है,जो कभी न भरमाया।।
आना-जाना वर्षों का तो,सुनें खेल ये बहुत पुराना।
जो हम सीखे और सिखाए,इसको बस अपनाना।।

©Bharat Bhushan pathak सार छंद चार चरणों का अत्यंत गेय मात्रिक छंद है। प्रति चरण 28 मात्रा होती है। यति 16 और 12 मात्रा पर है। दो दो चरण तुकान्त ।

16 मात्रिक पद ठ

Bharat Bhushan pathak

poetry hindi poetry hindi poetry on life poetry in hindi इस छंद में विशेष :-5वीं,8वीं 17वीं व 20वीं मात्रा लघु।

read more
दिग्पाल (या मृदुगति) छंद 
मापनी- 221 2122 221 2122 
लगावली- गागाल गालगागा गागाल गालगागा 
छंदाधारित फिल्मी गाने- 
1) छोडो न/ मेरा’ आँचल/, सब लोग/ क्या कहेंगे 
2) सारे ज/हाँ से’ अच्छा/ हिन्दोस/तां हमारा 


मानो अभी यहाँ जो बातें तुम्हें बताऊं।
संस्कार इस जगत में पूजित हुआ सुनाऊं।।
पशुवत हुआ मनुज जो संस्कारहीन होता।
सोचें भला जगत जो वह प्रेमनीर सोता।।

©Bharat Bhushan pathak  poetry hindi poetry hindi poetry on life poetry in hindi
इस छंद में विशेष
:-5वीं,8वीं 17वीं व 20वीं मात्रा लघु।

Sonia Anand

SHIVAM MISHRA ANOOP PANDEY S.K Satish रक्त राजपुताना ( राणा सिंह )

read more

नवनीत ठाकुर

#हिंदू न खतरे में था, न है न कभी ये रहेगा, डर का व्यापार करने वाला, खुद सजेगा। करोड़ों की आबादी बड़ा ली हमने, बताओ सच तो फिर डर किस बात का।

read more
White हिंदू न खतरे में था, न है न कभी ये रहेगा,
डर का व्यापार करने वाला, खुद सजेगा।
करोड़ों की आबादी बड़ा ली हमने,
बताओ सच, तो फिर डर किस बात का।

गुणवत्ता की जरूरत है, न कि मात्रा की,
संख्या का क्या मोल, जब कमी हो ज्ञान की।
प्लासी की लड़ाई भी सबक सिखा गई,
इतनी बड़ी आबादी मुठ्ठी भर अंग्रेजों से हार गई।

आज चंद यहूदियों ने दुनिया हिला दी,
कर्म और बुद्धि से किस्मत बना दी।
तो क्यों न हम अपने को मज़बूत बनाएं,
गुण और शिक्षा से नई रीत लाएं।

जरूरत है पुरुषार्थ की, परमार्थ की,
धर्म को समझने वाले सच्चे विचार की।
राजनीति की रोटियां सेंकना छोड़ो,
धर्म को हथियार बनाना अब मोड़ो।

आत्मबल से जीतें, प्रेम का दीप जलाएं,
हिंदूत्व का मतलब सही सबको समझाएं।
हिंदुत्व सिर्फ धर्म नहीं, बल्कि जीने का तरीका है,
हर मनुष्य के उत्थान की सच्ची अभिव्यक्ति का तरीका है।

©नवनीत ठाकुर #हिंदू न खतरे में था, न है न कभी ये रहेगा,
डर का व्यापार करने वाला, खुद सजेगा।
करोड़ों की आबादी बड़ा ली हमने,
बताओ सच तो फिर डर किस बात का।

Bharat Bhushan pathak

#मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu मण्डूक दोहे

read more
मण्डूक दोहे
पृथ्वी धारे तब हमें,काटें जब ना पेड़।
जान लीजिए सूत्र ये,प्राणों के यह मेंड़।।१

माने मेरी बात ये,उपयोगी उपहार।
देते खाना अरु दवा,रोपें वृक्ष हजार।।२

रोपें नित्य पेड़ एक,होता जो फलदार।
पुत्र जैसे ही मानें,सदा करे उपकार।।३


कहे धरा हमको यही,मानो मेरी बात।
वैरी सुन लो ना बनो ,नहीं करो आघात।४

 मेटे जो खुद को यहाँ,हमको देते ठौर।
 भूले न उनको छाँटें ,भोजन जो दे सौर।।५

इनसे ही होता यहाँ,सदा सुखी संसार।
शस्य-श्यामला हो धरा,हरियाली विस्तार।।६

©Bharat Bhushan pathak #मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu

मण्डूक दोहे

Sonia Anand

SHiivu Ranjit Malik रक्त राजपुताना ( राणा सिंह ) OZL Kaushal sharma

read more

Sonia Anand

Astral S.K Ak.writer_2.0 KK क्षत्राणी रक्त राजपुताना ( राणा सिंह )

read more

Vishwajit Singh

मारा रक्त है राजपुताना....... #Rajput #Rajputana #rajputblood

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile