Find the Latest Status about नीमा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नीमा.
aashi chakraborty
आओ यादों को कैद कर लें। इस मन के कोरे कैनवास में थोड़े से रंग भर लें। क्या पता सांसे कब रुठ के बैठ जाएं एकदिन, थोड़ी सी ही सही आओ बात तो कर लें। ©aashi chakraborty #standAlone आओ यादों को कैद कर लें। इस मन के कोरे कैनवास में थोड़े से रंग भर लें। क्या पता सांसे कब रुठ के बैठ जाएं एकदिन, थोड़ी सी ही सही आओ
Subodh Kumar
aashi chakraborty
अपनी जिंदगी पर एक किताब। ©neema singh #Light कभी अपनी जिंदगी पर पूरी किताब लिखूंगी, ऐसी किताब जो मेरे ख्वाबो के अंतिम छोर तक कि गाथा को समेटे हुए हो, उसका हर पन्ना एक नई कल्पन
aashi chakraborty
तुम्हें लिखता हूं , क्योंकि मैं तुम्हे याद करता हूँ। पूरी रचना अनुशीर्षक में। ©aashi chakraborty _तुम्हें लिखता हूँ , क्योंकि मैं तुम्हें याद करता हूं।_ क्या तुम्हें वाकई कुछ याद नहीं? आश्चर्य........
aashi chakraborty
पता नही किस मिट्टी के बने हो तुम , क्या तुम भी इंसान हो? या इंसान के भेष में सिर्फ एक छलावा! मैं पूछती हूं तुमसे, यदि हो इंसान अगर तुम , तो कहाँ बेच खाई इंसानियत तुमने? read below... ©aashi chakraborty #Rose *क्या तुम भी इंसान हो?* पता नही किस मिट्टी के बने हो तुम , क्या तुम भी इंसान हो? या इंसान के भेष में सिर्फ एक छलावा! मैं पूछती हूं
aashi chakraborty
हमेशा चालाकियां करके कहाँ तक निकल जाओगे? घूम फिर के सारा जहाँ फ़िर वहीं आजाओगे। -अनुशीर्षक पढें।✨ ©aashi chakraborty #NationalSimplicityDay हमेशा चालाकियां करके कहाँ तक निकल जाओगे? घूम फिर के सारा जहां फिर वही आजाओगे, तुम सोचते हो तुम्हारे भीतर की बात नह
aashi chakraborty
आओ न, बात करते हैं। पूरी रचना ,अनुशीर्षक में ©aashi chakraborty *आओ न, बात करते हैं।* न जाने कब , किस दरवाजे से निकल भागेगी ये आत्मा। न जाने कब रूठने लग जाएं ये सांसे हमसे, इन सांसो के दुश्मन बनने से पहल
chandan
आज मत पढ़िए कहानी सही नहीं है , मैंने कई बार सोचा लिख कर फेसबुक पर पोस्ट कर दूँलेकिन वो फेसबुक चलाती है या नहीं मुझे नहीं पता उस समय मैं तीन वर्ग में पढता था मेरी एक मौसी
"साँझ" sandhya jeenwal
Hello Neema! #full story In caption हमारा रिश्ता और नीम का पेड़ पार्क में एक बेंच पर बैठे हुए रश्मि लगभग 35-40 साल की उम्र के एक नीम के पेड़ को घूर रही थी। सोच में पूर्णतः लिप्त