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Rajni
White ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत, सब फ़रेब के आईने हैं, हाथों में तेरा हाथ होने से ही, मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ©Rajni ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत, सब फ़रेब के आईने है
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत, सब फ़रेब के आईने है #शायरी
read moreRajni Vijay singla
White कुदरत का जाम पी ले बंदे ! सुबह शाम पी ले ©Rajni Vijay singla कुदरत के मतवाले #बदरा# बरसे जैसे#गीत हमारे
कुदरत के मतवाले #बदरा# बरसे जैसेगीत हमारे #मोटिवेशनल
read morewriter....Nishu...
बेबसी के अंधेरों में धकेल कर लोग हमदर्दी का दिखावा क्यूँ करते हैं मारते हैं हमारे ख्वाबों को फिर हमसे ही अपनेपन का छलावा क्यूँ करते हैं तोड़ दिया गुरूर होसलों का ये झूठे लोग आखिर मन को तस्सली देने का बहकावा क्यूँ करते हैं अलग अलग रूप इनके स्वार्थ, लालच, डोंग हैं फिर भी अच्छाई के नकाब का दिखावा क्यूँ करते हैं चकनाचूर कर दिया मुझे बड़ा बेबस बनाया कि अब ये लोग हमदर्दी का दिखावा क्यूँ करते हैं....... (2) ©writer....Nishu... #बेबसी के अंधेरे / ये झूठे लोगों का दिखावा
Arora PR
White मै चाहता हु मेरे इस नए गीत के लिए नए छंद . असमान से ऊतरे लेकिन मेरा गीत मेरी इस बात से राज़ी नही.... क्योंकि उसे धरती के साथ. चिपके रहना ज्यादा पसंद हैँ ©Arora PR नया गीत
नया गीत #कविता
read moreGurudeen Verma
White शीर्षक - क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये ------------------------------------------------------------- क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। कल तो नहीं थी तुम्हें मिलने की फुर्सत। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। क्यों आज हम याद-----------------------।। देख रहा हूँ तुम्हारी कहाँ हैं निगाहें। मेरा महल देख क्यों भरते हैं आहे।। छूने से डरते थे तुम मुझको कल तो, क्यों आज मिलाने हाथ तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। कल तक की थी तुमने बुराई हमारी। करते हो आज सबसे तारीफ हमारी।। नहीं पूछते थे तुम कल हाल हमारा। क्यों आज बिछाने फूल तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। नहीं था कबूल कल क्यों साथ हमारा। गैरों की बाँहों में था कल हाथ तुम्हारा।। तोड़ा था क्यों तुमने कल ख्वाब हमारा। क्यों आज बनाने साथी तुम आ गये।। क्यों आज हम याद-------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीत
Ganesh Din Pal
Men walking on dark street कई बार जिंदगी इतनी ज्यादा उलझ जाती है कि उड़ना होता है पिसान तो लोग जांत ही उड़ा देते हैं। ©Ganesh Din Pal # लोगों के मुंह में ढक्कन होता तो
# लोगों के मुंह में ढक्कन होता तो #विचार
read morePФФJД ЦDΞSHI
गीत...... बजने लगी शहनाईयाँ, चुभने लगी तम्हाईयाँ चाहे तुम्हे गहराईयाँ होने लगी रुसवाईयाँ चारो तरफ है परछाईयाँ,मौत भी लेती अगड़ाईयाँ, जीना भी चाहूं ज़ी ना सकूँ दिल मे बसी है वीरानियाँ...... ©PФФJД ЦDΞSHI #गीत #pujaudeshi