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Diya

#Sad_Status #किसी का अक़्स जो पल भर रहा आँखों में। फिर ना जाने #कहां गुम हो #गया #यादों में। मैं ढूंढती फिरती हूं आवारा सी अपनी ही स्मृ

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White  किसी का अक़्स जो पल भर रहा आँखों 
में।
फिर ना जाने कहां गुम हो गया यादों में।
मैं ढूंढती फिरती हूं आवारा सी अपनी ही 
स्मृति पटल में।
मुझे याद आ जाए वो अक़्स जो पल भर
रहा आँखों में।
जिस अक़्स को देखा था मैंने अपने ख्वाबों 
में।

©Diya #Sad_Status 
 #किसी का अक़्स जो पल भर रहा आँखों 
में।
फिर ना जाने #कहां गुम हो #गया #यादों में।
मैं ढूंढती फिरती हूं आवारा सी अपनी ही 
#स्मृ

BANDHETIYA OFFICIAL

#sad_quotes #आवारा कदम

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White कदम जो फिरते हैं आवारा -आवारा ,
जहन को फैलाते बंजारा -बंजारा,
सोच आती है कई दोबारा -चौबारा ,
स्नेह से परे पड़े खोये कहीं किनारा।

©BANDHETIYA OFFICIAL #sad_quotes #आवारा कदम

Dil_ki.dastaan :- संग्राम मौर्य

White तेरे बिना जीना गंवारा नहीं,
आशिक़ हूँ मैं आवारा नहीं, 
तेरे सिवा कोई सहारा नहीं, 
तुम जैसा कोई हमारा नहीं..

©Dil_ki.dastaan #love_shayari #लव #Love #lovelife #आशिक़ #आवारा #संग्राममौर्य #इश्क

Shyarana Andaaz (अज्ञात)

फिराक में हूं।

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M.K Meet

दर्द से राहत का उपाय ढुंढता हूं पागल हूं मैं ये क्या ढुंढता हूं 😂😂😂😂😂😂😂😂

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दिल को पत्थर बनाने की कशमकश में हूं!
के वह बार-बार तोड़े,और मुझे दर्द भी न हो






.

©M.K Meet दर्द से राहत का उपाय ढुंढता हूं 
पागल हूं मैं ये क्या ढुंढता हूं 
😂😂😂😂😂😂😂😂

विष्णु कांत

मैं तुझे जान मानता हूं

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विष्णु कांत

मैं बदल गया हूं

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Champak

#love_shayari #लव #आवारा #प्रेम शायरी लव शायरी दर्द शायरी हिंदी

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White होकर मायूस जब दिल ने पुकारा
 मेरा दिल भी था हुनरमंद पर तू समझी नक्कारा 
सनकी पागल आवारा

©Champak #love_shayari  #लव #आवारा  #प्रेम  शायरी लव शायरी दर्द शायरी हिंदी

डॉ.अजय कुमार मिश्र

डरता हूं

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White बहुत लोग हैं मेरे साथ, फिर भी आज मैं तन्हा हूं,
जाने क्यों खुली आसमां से ,व्यथा आज कहता हूं।

हमें आदत थी हमेशा आग और बर्फ पर चलने की,
आज सर्द हवाओं के सर्दी से भी जाने क्यों बचता हूं।
धधकती आग तो दूर, आज आग के धुएं से भी डरता हूं।।

 कोई चोटिल न हो जाए मेरे खट्टे मीठे शब्दों से ,
आज जुबान से निकलने वाली हर शब्द से डरता हूं।

कौन सक्स कब हमें कह दे गुनहगार।
आज हर सक्स के नजरों से डरता हूं।

©डॉ.अजय कुमार मिश्र डरता हूं

विष्णु कांत

मैं मर गया हूं।

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