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Ram Yadav
White सही कहा है गीता में.... भूखा मन है, भागता मन है, ऊंचा मन है, नीचा मन है, व्याभिचारी मन है, कुकर्मी मन है, अत्याचारी मन है, लालची मन है, इतिहास को रौंदता मन है, भविष्य को उजाड़ता मन है, सृष्टि को मिटाता वो मन है,,, जिसे संतोष नहीं मिल रहा।।।। आत्मा तो बदल ही लेगी ये शरीर... कभी कुत्ता बन कर, कभी कीड़ा बन कर..... पर, मन मिट्टी के साथ मिट जाएगा।।।।।। असंतोष से भूंखा, अतृप्त🥹एक चीज़ हरि ॐ २४.०५.२०२४ ©Ram Yadav #Sad_shayri #अध्यात्म #गीता #भारत
Pawan Kumar
White श्री कृष्ण कहते है अंहकार उसी को होता है जिसे बिना मेहनत के सब कुछ मिल जाता है। मेहनत से सुख प्राप्त करने वाला व्यक्ति दूसरे की मेहनत का भी सम्मान करता है। ©Pawan Kumar भागवत गीता सार
आगाज़
White एक नवल आचार उतारो जीवन में एक मात्र दातार उतारो जीवन में मानवता की ख़ातिर जीना मरना है तो गीता का सार उतारो जीवन में - गोविन्द द्विवेदी ✍🏿 ©आगाज़ #flowers गीता सार
Yogi Sonu
ईश्वर बाहर भी है और भीतर भी बाहर खोजने वाला भटकता है भीतर खोजने वाला पाता है अतः है प्रिय अपने को सभी बंधनों से मुक्त जानो अष्टावक्र गीता। ©Yogi Sonu ईश्वर बाहर भी है और भीतर भी बाहर खोजने वाला भटकता है भीतर खोजने वाला पाता है अतः है प्रिय अपने को सभी बंधनों से मुक्त जानो अष्टावक्र गीता। #
Vk Virendra
खुशी में पढ़ोगे तो बुरा लगेगा... दुःख में पढ़ोगे तो अच्छा लगेगा ... ये लाईन ये वक्त है गुजर जायेगा ©Vk Virendra कान्हा जी #कान्हा #गीता #ज्ञान
Vk Virendra
गीता-सार ★ क्यों व्यर्थ की चिन्ता करते हो? किससे व्यर्थ डरते हो? कौन तुम्हें मार सकता है? आत्मा न पैदा होती है, न मरती है। ©Vk Virendra गीता सार #कान्हा
Vk Virendra
गीता-सार ★ क्यों व्यर्थ की चिन्ता करते हो? किससे व्यर्थ डरते हो? कौन तुम्हें मार सकता है? आत्मा न पैदा होती है, न मरती है। ©Vk Virendra गीता सार #gita #गीतासार
मोरध्वज सिंह
Follow up Friends ©मोरध्वज सिंह गीता का ज्ञान। #Love #Life #viral
Ram Yadav
इकलौता जीव मिला सांड के रूप में, ना खाना मांगते मिला... ना पानी ढूंढते दिखा.... दर्द से चीखते न सुना.... खुशी से मतवाला न हुआ.... मनुष्यता से भी बहुत ऊपर, अध्यात्म का वो सिरा,,,, जिसमें गीता का सार छिपा, हर परिस्थिति में जो सम रहा।।।।।। अलग ही रहस्य,,,, जो पीपल, बरगद, सांड, संत, कैलाश, गंगा........... जीवन को जीवन दे रहे हैं।।।।।।।।।।।। हरि ॐ 28.02.24 ©Ram Yadav #MountainPeak #अध्यात्म #भारत #संस्कृति #गीता