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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} मां सरस्वती:- ⏰ हिंदू धर्म में ज्ञान, संगीत, कला की देवी के रूप में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्हें त्रिदेवी के रूप में पूजा जाता है। देवी के रूप में सरस्वती का सबसे पहला उल्लेख ऋग्वेद में है। मां सरस्वती पश्चिम और मध्य भारत के जैन धर्म के विश्वासियों द्वारा भी पूजनीय हैं, साथ ही साथ कुछ बौद्ध संप्रदाय के लोग भी उनकी पूजा करते हैं। ऋग्वेद में वह एक नदी का प्रतिनिधित्व करती हैं और देवता उसकी अध्यक्षता करते हैं। सरस्वती शक्ति और बुद्धिमत्ता का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिससे संगठित निर्माण कार्य आगे बढ़ता है। ⏰ मां सरस्वती अज्ञान के अंधकार को मिटाने वाली देवी हैं। इसलिए उन्हें हमेशा श्वेत रंग में दर्शाया गया है। चूंकि वह सभी विज्ञानों, कलाओं, शिल्पों और कौशल का प्रतिनिधित्व करती है। वह ज्ञान में रुचि रखने वाले सभी व्यक्तियों, विशेष रूप से छात्रों, शिक्षकों, विद्वानों और वैज्ञानिकों द्वारा पूजी जाती हैं। ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} मां सरस्वती:- ⏰ हिंदू धर्म में ज्ञान, संगीत, कला की देवी के रूप में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्ह
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} मां सरस्वती:- ⏰ हिंदू धर्म में ज्ञान, संगीत, कला की देवी के रूप में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्ह #मोटिवेशनल
read moreDevesh Dixit
White वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम्मत के वास्ते। चौराहे पर मैं खड़ा था, कहीं जाने के वास्ते। थम चुके थे पैर भी मेरे, देख ये वीराने रास्ते। किससे पूछूँ पता मंजिल का, कौन मुझको बताएगा। डरा सहमा सा मैं खड़ा था, कौन हिम्मत दे जाएगा। बाकी तरफ भी दूर-दूर तक, सिर्फ थे वीराने से रास्ते। हिम्मत कर मैं बढ़ चला था, अपने मंजिल के वास्ते। कौन सी डगर को बढ़ चला मैं, सब थे अनजाने से रास्ते। पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण, सभी थे वीराने से रास्ते। चलते-चलते तभी रुका मैं, जब मंजिल थी मेरे सामने। वीरानों को छोड़ आया मैं, जो लगे थे मुझको थामने। ..................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #वीराने_से_रास्ते #nojotohindi #nojotohindipoetry वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम्
#वीराने_से_रास्ते #nojotohindi #nojotohindipoetry वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम् #Poetry #sandiprohila
read moreसंगीत कुमार
Meri Mati Mera Desh 26. (भारतीय रेल) भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारत की धरती पर दिन 16 अप्रैल 1853 से चलना शुरू हुआ।। एशिया मे तू दुसरा सबसे बड़ा रेल - जाल बना। सरकारी अधिकृत वाला जग का तू चतुर्थ रेल-क्रांति बना।। भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारत के परिवहन का अभिन्न श्रोत बना। तेरह लाख से अधिक कर्मचारियों तु परिवार बना।। सबके जीवनरूपी आनंद को एक सूत्र मे बांँधे रहा। उत्तर-दक्षिण, पूर्व -पश्चिम हर कोने सबको पहुँचाता रहा।। भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारतीय रेल टूटे दिलों को जोड़ता रहा। आपदा में हर क्षेत्र को सामग्री पहुँचाता रहा ।। कर्मचारी , सजग होकर अपने पथ पर चलता रहा। हर प्रलय को झेलता रहा, सब की सेवा करता रहा।। भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारतीय रेल सत्रह क्षेत्र में विभक्त है। अनेक उपक्रम इसके अधीन कार्यरत है।। कार्य करने को सब तत्पर है। उन्नति की ओर अग्रसर है।। भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारतीय रेल कामयाबी अपने नाम किया। विश्व धरोहर सूची मे नाम दर्ज हुआ।। अनेक गाड़ीयाँ अपने नाम किया। अपने-अपने क्षेत्र में पहचान हुआ।। भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। ©संगीत कुमार #26. (भारतीय रेल) भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारत की धरती पर दिन 16 अप्रैल 1853 से चलना शुरू हुआ।। एशिया मे तू दुसरा सबसे बड़ा
26. (भारतीय रेल) भारतीय रेल तुझे जन्मदिन की शुभकामना। भारत की धरती पर दिन 16 अप्रैल 1853 से चलना शुरू हुआ।। एशिया मे तू दुसरा सबसे बड़ा #कविता
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