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Stories related to hindi poems on freedom fighters of india

M Diwakar

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White 26 जनवरी 1950 का,
वह मंजर याद आने लगता है,
हवा में जब तिरंगा प्यारा,
लहराने लगता है,
आंखें नम हो जाती हैं,
तब, जब याद शहादत की आती है,
मिसाइलों से दे कर सलामी,
हम उनको याद करते हैं,
दे दी थी शहादत अपनी,
हम उनकी शहादत को,
एक बार नहीं,
बार-बार सलाम करते हैं।

©M Diwakar #happy_independence_day #26January #Desh #India #indain #bharat  poetry lovers love poetry in hindi Hinduism poetry hindi poetry on life

Vijay Vidrohi

मीनू धतरवाल खो-खो वर्ल्डकप विजेता #khokho #WorldCup #champion #India #my #New #poem # #Like hindi on love in hindi hindi on life moti

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White मीनू धतरवाल 
(खो-खो वर्ल्डकप विजेता)

चार बालकां म्ह सबतै छोटी 
बाप थे गरीब किसान।
बालकपण में बाप गुजरग्या
होयी घणी परेशान।

डीसीएम में खो-खो सीखण
जाण लगी सुबह-शाम।
कोच साहब ने टैलेंट परख्या
सीखा दीये गुर-ज्ञान।

इंडिया टीम में होया सिलेक्शन 
लगा दई जी-ज्यान
अर खेली खूब फर्राटे तै
जमा मचा दिया तूफान।

देश की होनहार या बेटी 
हरियाणा की शान।
पहला खो-खो वर्ल्डकप जीतकै
कर दिया काम महान।

इस बेटी ने गाम का कर दिया 
देश में ऊंचा नाम
सारे हरियाणा नै होग्या 
मीनू पै बड़ा गुमान।

बेटा बेटी में फर्क करो ना 
करु हाथ जोड़ प्रणाम 
बेटी ने भी मौका दे दयो
में भी छू लेंगी आसमान।

©Vijay Vidrohi मीनू धतरवाल खो-खो वर्ल्डकप विजेता 
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Diwakar Bharti

White  वे मुझ पर हंसते है, 
क्योंकि मैं अलग हूं। 
और मैं

उन पर हंसता हूं,
क्योंकि वे सब एक जैसे है ।।

©Diwakar Bharti #YourQuoteAndMine #poems #Shaayari #poatry #reelstrending  shayari on love

' मुसाफ़िर '

कोई मुकाम नहीं जिसे पा लूं इक रोज ये ताउम्र का सफर है मेरा,
मै तो महज एक पत्ता हूं इसकी शाख पर ये तो पूरा शजर है मेरा|
और इन नदियों,पहाड़ों रेतीले मैदानों से वाकिफ हूं  मेरी गलियों की तरह ......
एक उम्र गुजरी है इस धरती पर ये भारत देश नहीं.... घर है मेरा||

©'  मुसाफ़िर ' #India #RepublicDay #Freedom #Indian #bharat #Shayari #Quotes

Kanika Lakhara

#Angel # hindi poems# poetry

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भरी महफ़िल में एक टूटा दिल खड़ा था
मैं पास गयी तो पता चला कि वो मुझसे ही डरा था
मैं बैठी, मैंने उसे प्यार से जोड़ना चाहा
लेकिन उसे लगा की मैंने ही उसे "फिर तोडना चाहा"!!🥀

उसे बड़ा डर है , की सब कुछ फिर से वही हो जाएगा
में उसे कैसे समझाउॅं की "अतीत स्वयं को  नहीं दोहराएगाॅं"

मुझे डर डर के' चाहना ' अब उसे ज्यादा सही लगता है
मेरा करीब आना उसके लिए अपनी "आजादी "खोना है

 और सजाएं देता है वो मुझे, जिसकी में कभी "हकदार "ना थी
ठहरे!और पूछे कभी वो खुद से...आखिर उसकी जिंदगी में ;
"मैं कौनसा किरदार थी?✨

©Kanika Lakhara #Angel # hindi poems# poetry

Muskan Vishwakarma

#Freedom hindi shayari shayari on love love shayari

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अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,
रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…..!!!

©Muskan Vishwakarma #Freedom  hindi shayari shayari on love love shayari

Himshree vlog youtube channel

White जो लोग कहते हैं 
दिन तारे देखने की आदत छोड़ दो
 तो उनको ये कहना है 
कि तारे दिन में भी होते हैं 
वो सूर्य के प्रकाश से आदृश्य होते हैं 
सबका अपना-अपना देखने का 
नज़रिया होता है 
और 
सबका अपना-अपना चमकना होता है

©Himshree #Sad_Status #Best #thought #Nojoto #Hindi #India

VIMALESH YADAV

times of India #sad_quotes #vimaleshyadav

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White टाइम्स ऑफ इंडिया

 की शुरुआत व्यापारी समुदाय के लिए 3 नवंबर 1838 को मुंबई से ब्रिटिश
 राज के दौरान हुई। शुरुआत में इसे बम्बई टाइम्स और जर्नल ऑफ़ कामर्स
 के नाम से जाना जाता था। हर शनिवार और बुधवार को प्रकाशित होने 
वाला यह द्वि-साप्ताहिक संस्करण यूरोप, अमेरिका और उप महाद्वीपों के 
समाचारों से भरपूर होता था। 1850 में इसका दैनिक संस्करण शुरू हुआ 
और 1861 में इसका नाम "टाइम्स ऑफ इंडिया" पड़ा। 19वीं सदी में टाइम्स 
ऑफ इंडिया ने 800 से अधिक लोगों को रोजगार दिया और भारत व यूरोप 
में इसका प्रसार बढ़ता गया। मूलतः यह अखबार ब्रिटिश लोगों के नियंत्रण में 
था। इसके अंतिम ब्रिटिश संपादक आइवर एस जेहू थे। 

भारत की स्वतंत्रता के बाद, इस समाचार पत्र का स्वामित्व डालमिया के प्रसिद्ध 
औद्योगिक परिवार को सौंपा गया। बाद में, उत्तर प्रदेश के बिजनौर के साहू 
जैन समूह के साहू शांति प्रसाद जैन ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया। 
संपादकीय पक्ष को कमजोर करके, इसने अपने बिजनेस, प्रसार, और 
तकनीक को अधिक मजबूत बनाया, जिससे यह देश में सबसे अधिक लाभ 
कमाने वाला अखबार बन गया।

©VIMALESH YADAV times of India #sad_quotes 
#vimaleshyadav

Munendra Sagar

Shayri of Success l motivational thoughts in hindi on success

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Unsplash ना थके हैं । पाऔं कभी न ही हिम्मत हारी हे
मेंने देखे हैं । कई दोर और 
आज भी सफर जारी हैं।

©Munendra Sagar Shayri of Success l  motivational thoughts in hindi  on success

Rishi Ranjan

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Unsplash " अलविदा कहना पड़ रहा.... "

मेरे सभी BPSC PGT शिक्षक प्रशिक्षु आने वाला पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा...
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा...
क्लास और लंच वालीं कहानी होंगी खत्म... 
अब अलग होंगे विद्यालय एवं लेकिन मकसद होंगे केवल एक वो है अपने
 बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा...
छह दिनों के प्रशिक्षण सब कितने 
जल्दी हो गए....
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है....
Bpsc शिक्षक बने हुए आए थे प्रशिक्षण ले कर जा रहे... 
सेमिनार हॉल के सांस्कृतिक कार्यक्रम सब कितने जल्दी हो गए...
हाथ में certificate मिला और हम सभी बुनियादी रूप से भी शिक्षक हो गए....
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है....
मेरे दोस्तों ध्यान से देख लो कहीं कुछ छुटा ना हो...
कहीं आपकी वज़ह से किसी का दिल रूठा न हो...
भूलकर सब रंजिशें सब एक दूसरे से  मिल लो....
क्युकी जा रहा ये वक़्त अब दुबारा आने से रहा....
दिल थाम कर आंखे पोंछ कर अलविदा कहना पड़ रहा...
मेरे BPSC PGT शिक्षक ये साथ का पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा...
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है.....
अलविदा कहना पड़ रहा....
 धन्यवाद और आभार आप सबों को....

©Rishi Ranjan #Book #poems #Life  hindi poetry on life love poetry in hindi poetry in hindi poetry quotes
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