Find the Latest Status about अशा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अशा.
HP
मानसिक अशान्ति का कारण क्या है? मनुष्य चाहते हैं कि संसार के सब पदार्थ अपने अपने स्वभाव को छोड़ कर उन्हीं की इच्छानुकूल बर्ताव करने लग जायें, परन्तु पदार्थ ऐसा करने से लाचार हैं। वे जिन प्राकृतिक नियमों से बँधे हैं उनका उल्लंघन नहीं कर सकते। इसलिये जब वे मनुष्य की इच्छा पूर्ति नहीं करते तभी वह दुःखी होने लगता है। भलाई तो इसमें थी कि वह वस्तुओं के यथार्थ स्वरूप को देखकर अपनी आवश्यकताओं को उनके अनुकूल बनाने का प्रयत्न करता। परन्तु यह तभी सम्भव है जब अपनी मानसिक वृत्तियों का नियंत्रण किया जाय और उन्हें स्थिति की परिधि से बाहर ने होने दिया जाये। इच्छायें, आकाँक्षायें बढ़ें, इसमें हर्ज नहीं पर वे साधनों के घेरे को तोड़कर बाहर न फैलने पावें, इतना ध्यान बना रहे तो कोई भी प्रगति अनर्थकारक न होगी। सम्पन्नता, शक्ति और समृद्धि हमारी शान तो हैं किन्तु वे यथार्थ होनी चाहिये। केवल प्रदर्शन मात्र न होना चाहिए। बाहरी और भीतरी साधन और विस्तार में पारस्परिक मेल−मिलाप बना रहे तो वह उन्नति सर्वांगीण की जायेगी। अशान्ति
Bhaरती
बार-बार अवसर देना सोच-विचार व सब्र कर खुलकर अपनी बात पेश करने का, और मानवता का आईना दिखाना।। अब कुछ अजीब-सा है ख्वाब न आना, यूंही अचानक चले जाना मन का अशांत होना।। ©Bhaरती #अशांत_मन
Ankit Mishra
रिश्ते ये जितने रिश्ते है उम्मीदो से परे है, अखड़ता नही हू मैं बस खरा नहीं उतरता कभीं, तू बता क्या करू.. कैसे सम्भालू.. इन्हे जितने भी है बड़े मनचले है। अशान्त मन
लक्ष्मी दिव्यतम्
ना उम्मीद है ये दुनियाँ, बस उम्मिद खुद से कर ली, बेहतर लग रहा खुद को खुद से जोड़ना। #अशान्त #मन
Rajendra Prasad Pandey Kavi
"अशांति" मतभेद उभरते आपस में, हम झगड़ा करते फिरते हैं। चाह रहे शांति लेकिन, हालात और बिगड़ते हैं। क्रोध में होती बर्बादी, निशान तन -धन दिखते हैं। अमन खोजते इधर उधर, अंदर में नफ़रत रखते हैं। हम वैर भाव के मंशा से, खुद हंसी दिल्लगी करते हैं। अपने को पाक समझ करके, गैरों पर उंगली करते हैं। गैरों को नाचीज़ समझ, जज़्बात खेलते रहते हैं। जो हृदय भाव से भरना था। पत्थर रखकर हम रहते हैं। राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय कर्वी, चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) अशांति
pooja d
अशांत मन आठवी तुज वाऱ्याशी मग सुरू कुजबुज।। अशांत मनात निराळे विचार माहीत नाही होतील साकार ?? शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे अशांत मन... #अशांतमन१ चला तर मग लिहूया. #collab #yqtaai #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote T