Find the Latest Status about कागज कलम दवा दिला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कागज कलम दवा दिला.
all spices of life
White दर्द ऐ दिल के हर ज़ख्म की दवा महबूब के नाम का जाम है लिया होठों से लगा के जैसे ही पिया मेरे दिल ने मुझे शुक्रिया किया ©all spices of life दर्द ऐ दिल की दवा
दर्द ऐ दिल की दवा #कोट्स
read moreAnup Kumar Gopal
White हर दर्द की दवा हो तुम, हर श्वांस में हवा हो तुम । उगते हुए सूर्य की लाली, हर वक्त जवां हो तुम । ©Anup Kumar Gopal #Yoga हर दर्द की दवा
Shubham Bhardwaj
White न दुआ काम आई, न दवा काम आई। अंधेरी थी महफिल, बस शमा काम आई।। ©Shubham Bhardwaj #love_shayari #दुआ #महफिल #काम #दवा #नही
Rupesh
दर्द भी तुम दवा भी तुम आ जा मेरे जीवन मे खुशी की हर शाम भी तुम देख तुझे भूल जाऊ अपने जख्म को मेरी हर दुआ में तुम ©Rupesh दर्द और दवा
दर्द और दवा #Life
read moreअज्ञात
सुनते हो ए कलम, आज जब मैंने अपने आप को दर्पण मे देखा तो घबरा गया.. मैंने देखा मेरे सर रूपी काली घटाओं को चीरते हुए मानो दूज का चाँद निकल आया हो और अपनी चांदनी की छटा सर के चारों तरफ बिखेरने को आतुर हो..! वहीं जब अपने चेहरे को देखा तो उसमे भी कहीं कहीं दाग धब्बे गड्ढे दिखे और अजीब सी एक उदासी सी छा रही थी..! ए कलम मानो दर्पण मुझसे कह रहा हो कि अब कलम का साथ छोड़ और तुलसीमाला हाथ मे ले ले..! यूँ आभास होते ही मैं बेचैन हो गया और यकायक दर्पण से बोल उठा.. ए दर्पण मेरे थोड़ा वक़्त दे,.. थोड़ा वक़्त दे.. अभी तक मुझे मेरी अंतरप्रेरणा का दीदार तक नहीं हुआ है.. बस एक बार उसका दीदार कर लूँ फिर तेरे सारे इशारों को सहर्ष स्वीकार कर लूंगा... और मानो दर्पण ने मेरी विस्मृति पर कटाक्ष करते हुए मुझे आगाह किया हो कि-"मत भूल दीदार और श्रृंगार के लिए मुकर्रर वक़्त इस जन्म मे नहीं अगले जन्म का है इसलिये अपने आप को बैचैन मत कर..! " इतना सुनते ही मानो मैंने दर्पण से मुख मोड़ लिया और तुमसे मेरे अंतर के द्वन्द बताने चला आया.. क्या तुम भी यह मान चुके हो कि अब मैं उस अवस्था के पायदान चढ़ने लगा हूँ जहाँ से वापस उतरा नहीं जा सकता..? और अगर मेरी देह अपने चरम को पा रही है तो क्या मुझे अपनी अंतरप्रेरणा से मुख मोड़ लेना चाहिए, ये किस अवस्था में आ पड़ा हूँ, क्या अब उसे भुलाना होगा मुझे..? क्या अब उसके रूप लावण्य पर, उसके सौंदर्य पर,उसके मनमोहक स्वरूप पर,स्वभाव पर लिखना अशोभनीय सा लगेगा..? या ऐसा करने से मुझे या उसे कोई क्षोभ हो सकता है...? ना जाने कितने सवाल मेरे अंतर को वेधे जा रहे हैं..! मैं उसे अपने अंतर से कैसे विदा कर पाउँगा कलम...नहीं नहीं मैं तो उसे एक पल भी दूर न कर पाउँगा। तुम तो मेरे पग पग के साथी रहे हो.. तुमसे क्या छिपा है कलम..! मैं तुमसे पूछता हूँ,बस मुझे इतना बता दो मेरी अंतरप्रेरणा मेरी इस बूढ़ी होती देह को देखकर मुझसे दूर तो नहीं हो जायेगी..! वो मेरे पास ही रहेगी ना..? बोलो ना कलम..! मेरे पास..! क्यूंकि मेरे पास केवल वही है जो मेरे जीने का आधार है। ©अज्ञात #कलम
डॉ.अजय कुमार मिश्र
White सबसे न मिला करो, इतनी सादगी के साथ, यह दौर अलग है , यहां लोग अलग हैं , यह दुनिया वो नहीं है , जो आप देखते हो, - अगर आप इस दुनिया में वफ़ा ढूँढ रहे हो तो, बड़े नादान हो क्योंकि, आप ज़हर की शीशी में दवा ढूँढ रहे हो । ©डॉ.अजय कुमार मिश्र जहर में दवा
जहर में दवा #कविता
read moreVk Virendra
White जैसे देख तालाब में पानी ठहरा पसंद है , ऐसे ही मुझे मेरी जान तेरा चेहरा पसंद है, ओर मूझ पर किसी और का नही बस तेरा ही पहरा पसंद है बस मेरी चे चे सुने खुद कुछ ना बोले ऐसा बहरा पसंद है एक बूंद की तरह नही समुंद्र की तरह मुझे तेरा प्यार गहरा पसंद है, जैसे देख तालाब में पानी ठहरा पसंद है , ऐसे ही मुझे मेरी जान तेरा चेहरा पसंद है। ©Vk Virendra #mountain #लव #शायरी #शायरी❤️से #दिला
KUNWA SAY
White कहा से हुनर लेके आई बा दिला तोड़के follow kare ©KUNWA SAY #GoodMorning कहा से हुनर लेके आई बा दिला तोड़के
#GoodMorning कहा से हुनर लेके आई बा दिला तोड़के
read moreSarkaR
कलम हमारी चलती है करीबी दुनिया देख कर। ज़ालिम दुनिया ने हमे ही किरदार बना दिया। ©SarkaR #कलम