Find the Latest Status about उठेला दरदिया उठे लागल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उठेला दरदिया उठे लागल.
Diya
White बसंती बयार🍂🍂🍂🍂 बसंती बयार से प्रीतम के प्यार से, सारी राहे, महकने लगी जब चली बसंती बयार से। अमवा की डालिया सज गई कोयल की कूंक से गाने लगी, जब मिली वह प्रीतम के प्यार से, हृदय के फूल खिलने लगे, गेहूं की बालियां से जब खेत महकने लगे प्रकृति की हरियाली से, सारी राहे सज गई टेसू के फूलों से, कवि के भी स्वर नाँच उठे बसंती बयार से, जब हृदय में आगमन हुआ प्रीतम के प्यार से, थोड़ी सी तपीस थोड़ा सा कुहासा,मन को भाने लगा बसंती बयारर से, हर फूल मुस्कुराने लगा प्रीतम के प्यार से,प्रीतम के प्यार से........ बसंती बयार चलने लगी प्रीतम के द्वार से....🍂🍂🍂🍂🍂🍂 ✍🏼 deeptigarg ❤ ©Diya बसंती बयार🍂🍂🍂🍂 बसंती बयार से प्रीतम के प्यार से, सारी राहे, महकने लगी जब चली बसंती बयार से। अमवा की डालिया सज गई कोयल की कूंक से गाने लगी,
बसंती बयार🍂🍂🍂🍂 बसंती बयार से प्रीतम के प्यार से, सारी राहे, महकने लगी जब चली बसंती बयार से। अमवा की डालिया सज गई कोयल की कूंक से गाने लगी,
read moreazad satyam
आज फिर जेहन में उठे सवालों ने घेर लिया ऐसी क्या खता हुई जो मुंह फेर लिया 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam आज फिर जेहन में उठे सवालों ने घेर लिया ऐसी क्या खता हुई जो मुंह फेर लिया 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa
आज फिर जेहन में उठे सवालों ने घेर लिया ऐसी क्या खता हुई जो मुंह फेर लिया 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa
read moreVIKHYAT REKWAR
White (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा होना चाहिए · 3. नहीं बनना . ©VIKHYAT REKWAR #love_shayari (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा ह
#love_shayari (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा ह
read moreShivkumar barman
जब मैं तेरे ऊपर कोई एक गजल लिखूंगा तब तेरे होठों को एक कमल लिखूंगा लिखूंगा जब मैं इस बेबसी का आलम तेरी आंखों को मैं सागर लिखूंगा पूछेंगे लोग जब मुझसे मेरी जन्नत के बारे मैं तब मैं तेरी बाहों में लेटना लिखूंगा लिखूंगा तुझे मैं इस जहां की शहजादी खुद को यहां का नवाब लिखूंगा..... RTमजबूरी कहीं है डर कहीं हैं, बेबसी का आलम हर कहीं हैं, अजब बड़ा है दस्तूर ए इश्क दर्द कहीं है, असर कहीं हैं, परिंदे हैं हम इस आसमां के शाम कहीं हैं, सहर कहीं हैं, भटक रहे यहां कितने राही मंजिल कहीं है सफर कहीं हैं, नहीं खबर मुझको अपनी मैं कहीं हूं, घर कहीं हैं, सोच में सबकी फर्क बहुत हैं, इशारे कहीं है नजर कहीं हैं, ✍️ SHIVAM 🙏 ©Shivkumar barman एक बार तुम्हें कस कर गले लगाना है.. और तुम्हे यु महसूस कर लेना है सदा के लिए तुम्हारी छुअन को... और फिर कभी किसी और को तुम्हारे करीब नहीं
एक बार तुम्हें कस कर गले लगाना है.. और तुम्हे यु महसूस कर लेना है सदा के लिए तुम्हारी छुअन को... और फिर कभी किसी और को तुम्हारे करीब नहीं
read more