Find the Latest Status about विद्यार्थ्यांचे कलाम पुस्तक कोणी लिहिले from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विद्यार्थ्यांचे कलाम पुस्तक कोणी लिहिले.
CK JOHNY
मुर्शिद के कलाम से गर तू काम रखता तो आज कब्रों में तू यूँ न सड़ता तू भी अल्लाह की दरगाह में मुकाम रखता। क्या मोमिन क्या काफ़िर सब हैं यहाँ मुसाफ़िर सबसे मुहब्बत से पेश आते तुम हाथों में शमशीर की जगह एहतराम रखता। हिन्दू तुर्क के फर्क में फिरकाप्रस्त हो गए गर्क बेहतर होता गीता माथे पे और हिरदे में कुरान रखता। सब बंदे तमाम मखलूख उसी की है बनाई हुई कुछ भी करने से पहले जिहन में अंजाम रखता। मुर्शिद के कलाम से गर तू काम रखता तो आज कब्रों में तू यूँ न सड़ता तू भी अल्लाह की दरगाह में मुकाम रखता। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ कलाम
कलाम
read moreArchana Patel
मंज़िल पाना है, तो केवल मेहनत करते रहेना। उसे पाने की चाह में , आगे को बढ़ते रहेना। और जवाब पाना है, तो केवल प्रश्न करते रहेना। ©Archana Patel कलाम
कलाम #विचार
read moreहरिओम भोरण
तुम ढूंढ़ते होंगे जनाब ! मुसलमानों में कसाब, मैं तो इन चेहरों में कलाम ढूंढता हूं । कलाम
कलाम
read moreHARSH VARDHAN
होता कोई बड़ा शायर तो तुझपे कोई कलाम जरूर लिखता..।। दिल के हर पन्नों पे तेरा नाम जरूर लिखता..।। हर्षवर्धन💐 कलाम...
कलाम... #शायरी
read moreVini Patel
मेने मेरे सर से पूछा :- सर इन्सान को बदलना हैं तो केसे बदले? सर ने कहा:- इन्सान अनुभव से बदलता है। मेने कहाँ:- सर इन्सान चाहे तो वो अच्छे पुस्तक पढ़ने से भी बदल सकता है। पुस्तक।
पुस्तक। #વિચાર
read moreSankranti
क्या मैं इतनी बुरी हूं.... पुस्तक सोई पुस्तकालय में बोली इतने दिन चुप रहने के बाद आज वो अपना मुंह खोली मुस्किल से कोई मुझे ले जाता है वो भी रख मुझे टेबल पर सामने मेरे सो जाता है क्या मैं इतनी बुरी हूं.... मैं एक जगह रखे रखे थक जाती हूं एक बार भी तो वो मुझे खोलकर देख ले इसके लिए तरस जाती हूं जब वो बाहर जाता फोन साथ ले जाता जब वापस आता फोन में लग जाता वो तो मेरा ख्याल ही भूल जाता है क्या मैं इतनी बुरी हूं.... मैं मददगार..., इतनी काम की हूं फिर भी क्यों लगती बेकार हूं कुछ तो देख मुझे अजीब सी शक्ल बनाते जैसे लिखा हो मुझमें ऐसा कुछ जिसे देख वो डर जाते क्या मैं इतनी बुरी हूं.... ©Sankranti #पुस्तक
कवी - के. गणेश
आयुष्य वाचलेल्या पानासारखं आठवणींनी मनात भरावं.. आपण संपलो तरीही आपलं अस्तित्व उरावं..! पुस्तक..
पुस्तक..
read more