Nojoto: Largest Storytelling Platform

New धारीदार नेवला Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about धारीदार नेवला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धारीदार नेवला.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Shanu Mev

नेवला सांप की लड़ाई #समाज

read more
mute video

Jitendrasing

परम पस्तावा ग्रंथ नेवला और बच्चा #Knowledge

read more
mute video

GauRav

नेवला कहूँ या साँप कहूँ।। अच्छा छोड़ो।। ये बताओ तुम कहूँ या आप कहूँ।। #गौरव #शायरी

read more
नेवला कहूँ या साँप कहूँ।।

अच्छा छोड़ो।।

ये बताओ तुम कहूँ या आप कहूँ।।

#गौरव नेवला कहूँ या साँप कहूँ।।
अच्छा छोड़ो।।
ये बताओ तुम कहूँ या आप कहूँ।।
#गौरव

GauRav

#Zid नेवला कहूँ या साँप कहूँ।। अच्छा छोड़ो।। ये बताओ तुम कहूँ या आप कहूँ।। #गौरव #nojotovideo #विचार

read more
mute video

Sandeep Virat Yadav

#lockdown4.0 अब से विदेशी चड्डियाँ पहनना बन्द करो... सिर्फ "धारीदार कच्छे" पहनना शुरू करो! स्वदेशी अपनाए! आत्मनिर्भर बने! #nojotophoto #कॉमेडी

read more
 #lockdown4.0 अब से विदेशी चड्डियाँ पहनना बन्द करो...
सिर्फ "धारीदार कच्छे" पहनना शुरू करो! स्वदेशी अपनाए! आत्मनिर्भर बने!

sachin

( ना नेवला है ना साप है...! ना BJP है.., ना AAP है..! ना पुण्य है... ना पाप है...! पर एक बात साफ है हम #koli सबके बाप है...!) Umesh Shakya #nojotophoto

read more
 ( ना नेवला है ना साप है...! ना BJP है.., ना AAP है..! ना पुण्य है... ना पाप है...! पर एक बात साफ है हम #Koli सबके बाप है...!) Umesh Shakya

Sujeet Banshiwal

#Pattiyan सृष्टि के निर्माण में कोई ना कोई षडयंत्र छुपा होता है मेंढक को साप खा जाता है और साप को नेवला नियति ने किसके लिए कितने दिन लिखे ह

read more
सृष्टि के निर्माण में कोई ना कोई षडयंत्र छुपा होता है
मेंढक को साप खा जाता है और साप को नेवला 
नियति ने किसके लिए कितने दिन लिखे हैं
ये इस बात पर निर्भर करता है की 
कोन किस पर पहले हमला/वार करता है।

©Sujeet Banshiwal #Pattiyan सृष्टि के निर्माण में कोई ना कोई षडयंत्र छुपा होता है
मेंढक को साप खा जाता है और साप को नेवला 
नियति ने किसके लिए कितने दिन लिखे ह

यशवंत कुमार

#childstory #kidsstory #junglebook गिलहरी और सांप एक बार झारखंड से लगे बिहार के मैदानी भागों में बहुत तेज बारिश हुई। नदी, नाले, ताल तलैया

read more
गिलहरी और सांप

Read full Story in caption. #childstory #kidsstory #junglebook 

गिलहरी और सांप

एक बार झारखंड से लगे बिहार के मैदानी भागों में बहुत तेज बारिश हुई। नदी, नाले, ताल तलैया

cursedboon

प्रेमीसिंह पार्ट - 3 वक्त धीरे-धीरे बड़ी तेजी से बढ़ रहा था अब शांतिसिंह का पुत्र प्रेमी बड़ा हो चुका था, तब राजा ने प्रेमी की शादी कराने क

read more
प्रेमीसिंह पार्ट - 3 प्रेमीसिंह पार्ट - 3

वक्त धीरे-धीरे बड़ी तेजी से बढ़ रहा था अब शांतिसिंह का पुत्र प्रेमी बड़ा हो चुका था, तब राजा ने प्रेमी की शादी कराने क

Madan Mohan

चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिय #ज़िन्दगी #Independence2021

read more
चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिया नज़र आए।
रामनारायण को चाचा रामू कहते थे ,अरे बेटा रामू चाचा का ख्याल रखले भाई आज तेरी चाची ने फिर चाय नही पिलाई ,चाचा को चाय पिला दे,आशीर्वाद मिलेगा।रामनारायण दफ्तरी को कहता अरे भाई शाहू जी चाचा के लिए चाय ले आओ,तुम हम भी पी लेंगे।
शाहू रामनारायण के नज़दीक आकर कहता है साहिब फिर चमन लाल जी आपको चूना लगा रहे हैं।रामनारायण कहता कोई बात नहीं यार बाप के समान हैं जा चाय ले आ ये ले पैसे।
चाचा चमनलाल रोज़ एक बाबू पकड़ते औऱ चाय की
चुस्कियां भरते,इसके बदले या इस प्रेम में वे मुश्किल से मुश्किल फ़ाइल की नॉटिंग ड्राफ्टिंग व लैटर तैयार
करवा कर अफसर तक पहुँचाते ।
एक दिन सब पूछने लगे कुछ अपने बारे में विशेष बताओ तो चमन लाल जी कहते मुझमेँ कुछ विशेष नहीँ पर हाँ मैं हारमोनियम का टीचर रहा हूँ, आज कोई हारमोनियम नहीँ सीखता ये कला भी भारत से लुप्त होने लगी है ये बड़ा अफशोष की बात है।
आप बहुत अच्छी नॉटिंग करते है,ये कैसे सीखी बताइये रामु ने पूछा । अरे रामू नौकरी जाते जाते बची थी इस नॉटिंग के चक्कर मे,वो बड़ा अदभुत वाकया है उसे सुनो,और चमनलाल जी सुनाने लगे ।जिस दिन मैंने ड्यूटी ज्वाइन की ,बड़े बाबू ने कहा फाइलें देख लो पुरानी ,उसी तरह का काम करना होगा। मैने पूरे दिन फ़ाइलें देखी ,कुछ समझ नहीं आया,पूछा भी नहीं। अगले दिन दफ्तर पहुंचा थोड़ी देर बाद बड़े बाबू ने बुलाया और कहा ये लो फ़ाइल कवर और दफ्तरी से टैग ले लो ,एक नोट पूट अप करना है।
चमनलाल जी बताने लगे कि वो डरे डरे सहमे से सोच रहे थे कि नोट कैसे पुट अप करें ।लंच टाइम हो गया,खाना भो ढंग से नहीं खाया,डर से भयभीत सीट पर आए बैठे ,फिर वही सोच बड़ी दुविधा थी क्या करे क्या न करें।तीन भी बज गए,अचानक बड़े बाबू ने कहा चमनलाल क्या हुआ नोट पुट अप नही किया जल्दी करो।
चमनलाल जी बताते हैं कि डर के मारे आनन फानन 
में उठकर शौचालय गए,धारीदार कच्छे के नाडे से पुराना सा मुड़ा हुआ दो का नोट निकाला और सीट पर आ कर फ़ाइल कवर में टैग लगाकर फ़ाइल में दो का नोट रख दिया।बंद फ़ाइल दफ्तरी को दी कहा बड़े बाबू के पास रख दो।दफ्तरी ने फ़ाइल रखी बड़े बाबू ने कहा साहिब के पास रख दो कमी हुई तो देखूँगा।
अब फ़ाइल साहब के पास थीं आगे सोच लो समझ लो क्या हुआ होगा ,दो दिन बड़े बाबू और अधिकारी डाँटते रहे और सारे विभाग में हंसी हुई।आज तक उस बात के लिए सब हंसते हैं। आज तुम भी मेरी मूर्खता पर हँसलो सभी हंसते रहे और कभी भी वो वाकिया याद आता है तो हंसी दिलाता है।
मदन मोहन

©Madan Mohan चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिय
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile