Find the Latest Status about जंगल पेट from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जंगल पेट.
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जी का जंजाल है दुनिया शिकार हर कोई किसी का होता है चतुर होशियार शिकारी होते नीतियों से जालों में फँसाते है जब तक समझ आती चाले उनकी तब तक दाँव में उनके होते है अब सामने से वार कोई नही करता शेर दिल कौन होता है वीरता की गाथाएँ गाये युग बीत गया अब तो मीठी छुरी चलाकर गीदड़ भी राजा जंगल का होता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #life_quotes गीदड़ भी जंगल का राजा होता है
#life_quotes गीदड़ भी जंगल का राजा होता है
read moreअपर्णा विजय
स्मृतियों के जंगल बहुत घने होते हैं, बहुत विशाल होते हैं और दूर ज़हां तक आपकी नजर जाती है ये वहां तक अपनी बांहें फैलाए आपका स्वागत करने को आतुर रहते हैं इनको ठिकाना मत बनाइए विश्राम कीजिये, सुस्ताइये और जितना जल्दी हो सके वापिस आ जाइये इनको अपना स्थाई पता ना बनाइए वरना ये आपको जीने नहीं देंगे कुछ पल ठहरकर वापिस आ जाइये कुछ लोग कुछ जिम्मेदारियां कुछ दायित्व,आपकी राह देख रहे हैं। ©अपर्णा विजय #स्मृतियों के जंगल
#स्मृतियों के जंगल
read moreIrfan Saeed
मैं तो बेज़ार हूं मिस्मार बना फिरता हूं दश्त ए इश्क़ में बीमार बना फिरता हूं अब्र ने आब से संधि कर ली फ़सील ए दिल में हूं कुम्हार बना फिरता हूं शिकस्ता हूं मैं अजी शाद का चेहरा बनकर दिल में अहवाल का बाज़ार बना फिरता हूं मुहब्बत थी उससे उसने ही मारा मुझको सहरा ए इश्क़ कलमकार बना फिरता हूं मस्कन ए दिल को हर बार उसने तोड़ा है बाब ए इश्क़ हूं ग़म-ख़्वार बना फिरता हूं ©Irfan Saeed मैं तो बेज़ार हूं मिस्मार बना फिरता हूं दश्त ए इश्क़ में बीमार बना फिरता हूं अब्र ने आब से संधि कर ली फ़सी
मैं तो बेज़ार हूं मिस्मार बना फिरता हूं दश्त ए इश्क़ में बीमार बना फिरता हूं अब्र ने आब से संधि कर ली फ़सी
read moreAnushka Sen 04
😜😜😜😜😜😜 ©Anushka Sen 04 लड़को के जंगल में शेर होता है.😜😂😜 ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••
लड़को के जंगल में शेर होता है.😜😂😜 ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
White पेट और लात, दोनों साथ - साथ चलते हैं । पेट पे लात पड़े, वो न हो, लात पे पेट पड़े, वो भी न हो, पांव जितने चलें उतनी ही कमाई, छुट्टी के नाम पे मजदूरी -सी गंवाई, तनख्वाह कम हो पेट पे लात, लात पे पेट इस औकात चलते हैं। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #पेट पे लात न मारो। प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स सक्सेस कोट्स success मोटिवेशनल कोट्स गुड मॉर्निंग कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी Rake
VIKHYAT REKWAR
White (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा होना चाहिए · 3. नहीं बनना . ©VIKHYAT REKWAR #love_shayari (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा ह
#love_shayari (मजेदार फनी शायरी): · 1. रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब, सुबह उठे तो हो गया पेट खराब · 2. लड़के का पेट और घर का गेट हमेशा बड़ा ह
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस ओर आयेगा। वाजिब है मुझे छोड़कर उसका जाना भी, रास्ते बहुत हैं, जाने कौन किस मंज़िल को जायेगा। जुदाई बहुत हो चुकी, अब उसको पाने की उम्मीद है, तलाश में जंगल अब किस शहर को जायेगा। अकेला सफ़र किस मंज़िल तक जायेगा, दिल की बेचैनी अब किससे सुकून पायेगा। यादों के नक्शे पर कदमों के कई निशान हैं, खुद को खोकर शायद कोई राज़ पायेगा। ©theABHAYSINGH_BIPIN गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस
गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस
read moreनवनीत ठाकुर
न चाहिए कोई ताज, न तख्त-ओ-ताज, भूख लगी है, नहीं ख्वाब चाहिए। दो वक्त की सिर्फ रोटी, या थोड़ा सा अनाज चाहिए। महल नहीं, एक छत काफी है, आराम नहीं, बस राहत काफी है। सुकून की तलाश में भटक रहा हूँ, खाली पेट को बस बरकत काफी है। न शानो-शौकत, न चाहत बड़ी, बस इंसान की भूख मिट जाए। जिंदगी की असली हकीकत यही, कि पेट भरे, तो सुकून आ जाए। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर न चाहिए कोई ताज, न तख्त-ओ-ताज, भूख लगी है, नहीं ख्वाब चाहिए। दो वक्त की सिर्फ रोटी, या थोड़ा सा अनाज चाहिए। महल नहीं, एक छत का
#नवनीतठाकुर न चाहिए कोई ताज, न तख्त-ओ-ताज, भूख लगी है, नहीं ख्वाब चाहिए। दो वक्त की सिर्फ रोटी, या थोड़ा सा अनाज चाहिए। महल नहीं, एक छत का
read moreshayariwaladoctor
उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गये बस एक प्यार करने की इतनी बड़ी सजा भरोसा करना कब हुआ इतना बड़ा गुनाह दिल भी मेरा टूटे ,दुख भी मेरे हिस्से , क्या खुदा तुम भी मुख मोड़े खड़े हो गये ©shayariwaladoctor उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गय
उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गय
read moreParasram Arora
White सभी जंगल शहरी पंजो मे जकडे जा चुके है शायद इसीलिए कही तथाकथित टार्ज़न और जंगली हिंसक जानवरो का अस्तित्व समाप्त न हो गया हो ©Parasram Arora जंगल और शहर
जंगल और शहर
read more