Nojoto: Largest Storytelling Platform

New अहमदशहा अब्दाली Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about अहमदशहा अब्दाली from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अहमदशहा अब्दाली.

    PopularLatestVideo

Sarbjit sangrurvi

अहमद शाह अब्दाली, नादिर शाह जैसे हुक्मरान। कर हमले करते रहे जानी,माली, इज्ज़ती नुकसान। किया करो याद सिख जरनैल, बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया #MusicLove #ਮਿਥਿਹਾਸ

read more
अहमद शाह अब्दाली,
 नादिर शाह जैसे हुक्मरान।
कर हमले करते रहे,
 जानी,माली, इज्ज़ती नुकसान।

 किया करो याद सिख जरनैल, 
बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया जांबाज़ को।
कर हमला रात12बजे अपनी जान पे खेल,
सदा बचाया बहु बेटी की लाज को।
@©®✍️ सरबजीत संगरूरवी

©Sarbjit sangrurvi अहमद शाह अब्दाली, नादिर शाह जैसे हुक्मरान।
कर हमले करते रहे जानी,माली, इज्ज़ती नुकसान।

 किया करो याद सिख जरनैल, बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया

ashutosh anjan

आख़िरी बार माफ़ कर दो (कविता) अगर सांसों का चलना ही जिए जाना है तो मैं जिए जाने की रस्म बख़ूबी अदा कर रहा हूँ! मेरे लिए सुकूँ के सारे दरवाज़े #yourquote #yourquotebaba #yourquotedidi #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkआखिरीबारमाफ़करदो

read more
अगर सांसों का चलना ही जिए जाना है तो
मैं जिए जाने की रस्म बख़ूबी अदा कर रहा हूँ!
मेरे लिए  सुकूँ के सारे दरवाज़े बंद क्यो है?
न जाने क्यों ईश्वर सुनता ही नही है मेरी,
लगता है वो भी अवकाश पर है!
कई वट वृक्ष गिरकर धराशाई होते जा रहे है,
हर आशा की कोपलें उग आने से 
पहले ही टूट जाती है।
घर,सफ़र,लोग,मक़सद छूटते जा रहे है।
कितने लोगों से मैं बताना चाहता हूँ 
कि उनकी क्या अहमियत है ज़िंदगी में,
कितनों से कहना है चल छोड़ न यार 
आख़िरी बार माफ़ कर दे! 
सोचता हूँ, काश! एक दिन सब ठीक हो जाए
लेकिन जो न हुआ तो जैसे अब्दाली और
नादिरशाह के हमलों के बाद उजड़ी हुई 
दिल्ली वैसे स्थिति होगी, वीभत्स और दारुण! आख़िरी बार माफ़ कर दो (कविता)

अगर सांसों का चलना ही जिए जाना है तो
मैं जिए जाने की रस्म बख़ूबी अदा कर रहा हूँ!
मेरे लिए  सुकूँ के सारे दरवाज़े

JALAJ KUMAR RATHOUR

"पापा हम क्यों पढते हैं इतिहास कितना बोरिंग है ये सब्जेक्ट हैं ना मैं जब पैदा ही नही हुआ मुझे तब की भी तारीखों को याद करना पड़ता है " पास म #जलज

read more
"पापा हम क्यों पढते  हैं इतिहास कितना बोरिंग है ये सब्जेक्ट हैं ना मैं जब पैदा ही नही हुआ मुझे तब की भी तारीखों को याद करना पड़ता है " पास में ही बैठे अपने पापा से प्रेम ने ये पूछा ,देश पांडे साहब ने मजाकिया लहजे से कहा बेटा तेरे बाप ने भी पढा और हर बार मन में यही प्रश्न उठा पर आज तक इस सवाल का जबाब ना मिला, बगल में ही बैठे प्रेम के दादा जी भारत पांडे जी ने उसके पापा देश पांडे के कान को ऐंठते हुए कहा , "तेरे में इतनी बुद्दी ही कहाँ थी रे मोड़ा जो तू जू सवाल पुछतो  जू तो हमाओ नाती है जो जे सवाल पूछ रहो है , प्रेम को अपने पास बैठा कर भारत पांडे जी ने कहा "बिटवा जो जे इतिहास होवे है ना जी हमें तासो पढाओ जावे है कि हम अपनी पुरखों की गलतियों से सीख ले और  जिने फिर ना दोहराये, प्रेम ने दादा से पूछा पापा वो कैसे तो उन्होंने बताया बेटा  मराठा महाराजा छत्रपति शिवा जी महाराज के वंशजो में एक वीर योद्धा थे सदाशिव भाऊ जो मराठा साम्राज्य के रक्षक थे उन्होंने बाहरी आक्रमणकारियों को भारत से भागने के लिए आपने विश्वास पात्र सेनानायक इब्राहीम खान के साथ मिलकर युद्ध लड़ा उस वक्त उन्होंने भारतियों राजाओं से मदद मांगी परंतु कुछ राजाओं ने उनकी मदद ना की जिनमे कुछ राजा हिंदू थे पर उनमे से  एक था सिराउजुदौला जिसने पहले तो हाँ कर दी परतुं जब उसको धर्म की कसम दी गयी तो उसने देश से पहले धर्म को चुना और सदा शिव भाऊ का साथ नही दिया इसके विपरीत  सकीना बेगम  ने सदा शिव भाऊ का साथ दिया और धर्म से पहले देश को रखा,पानीपत के मैदान मे अपनी मातृभूमि के लिए  बाजीराव पेशवा के भतीजे सदा शिव भाऊ ने अदम्य साहस के साथ दुश्मनो  से लडते हुए अपने प्राण  त्याग दिये वो उस दिन हार कर भी जीत गए थे| क्युकी अहमद शाह अब्दाली ने खुद कहा था यहाँ के लोगो को हराना है तो इन्हे आपस मे लड़ाओ और इतिहास हमें सिखाता है की पहिचानो हाँ पहिचानो अपने आस पास से सिराउजुदौला और इब्राहिम खान जैसे वतन के गद्दारों को और सम्मान करो सकीना बेगम जैसी वतन की नारी शक्ति का " जब भारत पांडे जी ने प्रेम की और देखा तो वह सो चुका था आज के भारतीय युवाओं की तरह , भारत, देश प्रेम के जाग जाने की उम्मीद में था और शायद आज भी है 
धर्म देश से बड़ा नहीं होता, साहब 
....... #जलज राठौर "पापा हम क्यों पढते  हैं इतिहास कितना बोरिंग है ये सब्जेक्ट हैं ना मैं जब पैदा ही नही हुआ मुझे तब की भी तारीखों को याद करना पड़ता है " पास म
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile