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Sumit Kushwah
White आज कल स्कूल में डूबा हुआ हू ©Sumit Kushwah #Thinking में यादों में हू
#Thinking में यादों में हू
read moreAfjal Khan
New Year 2025 नई का नया महीना भी चला गया पर अभी तक कुछ नही पढाई की ©Afjal Khan #Newyear2025 शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
#Newyear2025 शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
read moreB Rani
Hello Everyone Hii Good morning Have a nice day and miss u Everyone. ©B Rani # शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
# शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
read moreB Rani
Hello Everyone Hii Good morning Have a nice day and Hello Everyone Good night. ©B Rani शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
read moreSunny Kumar Chourasia
Unsplash सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है। ©Sunny Kumar Chourasia #leafbook शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
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read moreAnuradha T Gautam 6280
#बीन सांप और रस्सी को लेकर कभी भ्रम हो तो तुरंत मोबाइल पर बिन की धुन बजाना सांप होगा तो फन उठा कर नाचे बिना नहीं मानेगा..🖊️
read moreBROKENBOY
कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं के सौदागर, सब दोस्त दोस्त नहीं होते!!!! ©BROKENBOY #Exploration कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं
#Exploration कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं
read moreShashi Bhushan Mishra
आस्तीन के साँप बहुत थे फुर्सत में जब छाँट के देखा, झूठ के पैरोकार बहुत थे आसपास जब झाँक के देखा, बाँट रही खैरात सियासत मेहनतकश की झोली खाली, नफ़रत की दीवार खड़ी थी अल्फ़ाज़ों को हाँक के देखा, जादू-टोना, ओझा मंतर, पूजा-पाठ सभी कर डाले, मिलती नहीं सफलता यूँही धूल सड़क की फाँक के देखा, धरती से आकाश तलक की यात्रा सरल कहाँ होती है, बड़ी-बड़ी मीनारों से भी करके सीना चाक के देखा, कदम-कदम चलता है राही दिल में रख हौसला मिलन का, मंज़िल धुँधला दिखा हमेशा सीध में जब भी नाक के देखा, चलना बहुत ज़रूरी 'गुंजन' इतनी बात समझ में आई, हार-जीत के पैमाने पर ख़ुद को जब भी आँक के देखा, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' ©Shashi Bhushan Mishra #आस्तीन के सांप बहुत थे#
#आस्तीन के सांप बहुत थे#
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