Find the Latest Status about बंद रहते हैं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बंद रहते हैं.
Dalip Kumar 'Deep'
Shayer tera ©Dalip Kumar 'Deep' 🌹 ✍🏿अगर सिराहने हमारे सीले रहते हैं😔🥀🥀
🌹 ✍🏿अगर सिराहने हमारे सीले रहते हैं😔🥀🥀 #शायरी
read moreAshish Anm
अफसोस होता हैं उस पल का जब अपनी पसंद कोई और चुरा लेता हैं ख्वाब हम देखते रहते हैं और हकीकत कोई और बना लेता हैं !!🥺💔 #SAD
read moreभारद्वाज
White नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।। ©भारद्वाज #sad_shayari #नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।।
#sad_shayari #नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।। #Life
read moreSrinivas
मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जो वक्त रुकने पर भी चलते रहते हैं। ©Srinivas #Destiny #Success मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जो वक्त रुकने पर भी चलते रहते हैं।
Anuj Ray
रेत के घर बनाते रहते हैं" तुम्हीं को इश्क़ मेरी जान,मोहब्बत तुम्हीं को कहते हैं। पकाते हैं खिचड़ी अधेड़ धुन में, ज़िन्दगी तुम ही को कहते हैं। डरते हैं ख़्वाब टूट के बह जाए न पानी में, फिर भी रेत के घर बनाते रहते हैं। ©Anuj Ray # रेत के घर बनाते रहते हैं"
# रेत के घर बनाते रहते हैं" #शायरी
read moreShashi Bhushan Mishra
रेत के घर बनाते रहते हैं, स्वप्न दिल में सजाते रहते हैं, टूट जाए नहीं कोई सपना, नींद पलकों पे लाते रहते हैं, रहे रौशन सदा अरमान मेरे, एक दीपक जलाके रहते हैं, अंधेरी रात में डर का साया, राम धुन गुनगुनाते रहते हैं, बड़ी दुश्वारियां भरा जीवन, राग भैरव सुनाते रहते हैं, दरीचा-ए-दिल में रहे रौनक, रूठे रहबर मनाते रहते हैं, रहे मदहोश न दुनिया गुंजन, यहाँ सब आते-जाते रहते हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #रेत के घर बनाते रहते हैं#
Shashi Bhushan Mishra
White रेत के घर बनाते रहते हैं, स्वप्न दिल में सजाते रहते हैं, टूट जाए नहीं कोई सपना, नींद पलकों पे लाते रहते हैं, रहे रौशन सदा अरमान मेरे, एक दीपक जलाके रहते हैं, अंधेरी रात में डर का साया, राम धुन गुनगुनाते रहते हैं, बड़ी दुश्वारियां भरा जीवन, राग भैरव सुनाते रहते हैं, दरीचा-ए-दिल में रहे रौनक, रूठे रहबर मनाते रहते हैं, रहे मदहोश न दुनिया गुंजन, यहाँ सब आते-जाते रहते हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #सब आते-जाते रहते हैं#
Vickram
बिना कुछ किए ही दुश्मन बन गया हर कोई। शायद नफरत करता तो हजारों मित्र होते। न आया औरों की तरह इधर की उधर करना। शायद तभी कुछ लोग भीड़ से काफी दूर रहते हैं ©Vickram #lakeview शायद इस लिए भी लोग तन्हां रहते हैं।