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Stories related to poem on hindi diwas 14 september

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Lavanya Singhal

# Poem on Hindi Diwas #कविता

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हिंदी भाषा
 हिंदी हमारी मातृभाषा, 
 इसका करो सम्मान, 
 वेद हो या गीता का ज्ञान ,
 सब होते  हिंदी अनुवाद, 
 हिंदी हिंदुस्तान की शान ,
 हमारे देश का स्वाभिमान!!
   
       लेखिका:- लावण्या सिंघल (लवी)

©Lavanya Singhal # Poem on Hindi Diwas

कुमार संदीप

14 fab balidan diwas #PulwamaAttack

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#PulwamaAttack कुछ इस कदर मोहब्बत कर आए वो वतन से,
अपना सर ओढ़ के आए वो कफन से,
तुम्हारी शहादत को कोई नहीं भूला है यहां पर,
सलाम करते हैं तुम्हें हिन्द - ए - चमन से।। 14 fab
balidan diwas

sarabjeet Singh

Bablu Kumar

hindi diwas/hindi diwas

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जिसे ठीक से  पता नही भारत किसे कहते हैं
वो साले मुँह उठाये चले आ जाते हैं हम किराएदार नही
मां से कभी सीखे नही संस्कार ,सम्मान किसे कहते हैं
क्यूंकि इन हलालो के बच्चे को ठीक से पता नही माँ किसे कहते है,
तभी तो सवाल लिए चले आ जाते हैं,
भारत माँ नहीबोलूंगा,तो कभी हिंदी नही बोलूंगा
पर खुद हिंदी बोले चले आ जाते हैं hindi diwas/hindi diwas

कुँवर_अजय

Happy Hindi Day.... 14 September ajjusquad💓 #Love #Hindi #poem

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भाषा से ही हमारा गौरव,भाषा ही सम्मान है...!
सूर,कबीर,तुलसी, प्रेमचन्द हिंदी का वरदान है,
हर भाषा से प्रेम और हिन्दी पर अभिमान है...!!

हिंदी हमारी संस्कृति,
अस्मिता और देश की आवाज है...!
इसे मान दे, अक्षुण्ण बनाएं,
देश का गौरव समृद्ध होगा...!!

कुंवर_साहब Happy Hindi Day....
14 September
#ajjusquad💓 #Love #Hindi

Bhawani Shanker

kargil diwas poem by ganesh tiwari RLB 14 #BoneFire #कविता

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मिट्टी वतन की पूछती
वह कौन है‚ वह कौन है?
इतिहास जिस पर मौन है?
जिसके लहू की बूंद का टीका हमारे भाल पर‚
जिसके लहू की लालिमा स्वातंत्र शिशु के गाल पर‚
जो बुझ गया गिर कर गगन से‚ निमिष में तारा–सदृश‚
बच ओस जितना भी न पाया‚ अश्रु जिसका काल पर
जो दे गया जीवन विजन के फूल सा हँस नाश को…
जिसके लिये दो बूंद भी स्याही नहीं इतिहास को?
वह कौन है‚ वह कौन है?
जिसके मरण के नेह से‚ दीपक नये युग का जला‚
काजल नयन के मेह से‚ मरुथल मनुज–मन का फला‚
चुनता गया पद–पद्य से‚ कंटक मनुज की राह का‚
विष दासता को‚ मुक्ति को‚ निज मृत्यु का अमृत पिला‚
चुभती न स्मृति जिसकी कभी‚ जो मैं किसी के शूल–सी‚
झरते न जिस पर आंख से‚ दो आंसुओं के फूल ही! kargil diwas poem by ganesh tiwari RLB 14 
#BoneFire

satish gupta

14 September 2023 #कविता

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दुनिया के खेल में
कितने फस गये
कुछ तो सह गए
कुछ  ढह  गए... 

👍सतीश गुप्ता👍

©satish gupta 14 September 2023

Alok Singh

हिंदी एक नदी सी है.. Hindi Diwas Special 14th September 2019

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SANGHARSH KE MOTI

Hindi diwas #विचार

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हिन्दी हिंद देश की पहचान है
इतिहास स्वर्णिम इसकी शान है ,
व्याकरण समृद्धित अलंकार सुशोभित,
मात्र नही है भाषा, है राष्ट्रभाषा मेरी,
हो कहो तुम ये होकर गर्वित,


हिंदी दिवस पर नमन हमारी मातृभाषा और राष्ट्रभाषा को


🌸🌸
लीज़ा पुरी

©SANGHARSH KE MOTI Hindi diwas

Pranav Parashar

#Hindi Diwas #nojotovideo

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