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Er.sonusitaram Dhanuk
चेहरे की सिलवटे,, बता रही है कि.. शख्स मौन होकर दहाड़ा बहुत है..। ©Er.sonusitaram Dhanuk चेहरे की सिलवटे,, बता रही है कि.. शख्स मौन होकर दहाड़ा बहुत है..। CR suman kadvasra
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२ वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद । ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३ तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद । छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४ बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप । अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५ मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद । हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६ मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग । उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७ हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन । सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८ खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन । सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९ टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश । वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१० अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन । भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११ थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज । कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२ मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल । तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३ २५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
Jk
marathi kavita ©Jk https://youtu.be/dqw3xuTrzL4?si=r54kFHAtEhBVHrgX बंध रेशमाचे मराठी कविता Plz watch on YouTube also Share comment & also subscribe my YouTu
कवि: अंजान
White कहाँ ढूँढू सुकून तुझें इस जमानें में बिन राम के सुख कोई काम न आने में। वो किनारें भी ठहरे तो क्या ठहरें 'अंजान' मज़ा तो हैं राम नाम में डूब जानें में। ©कवि: अंजान #mountain #श्रीराम #Bhakti #Poetry #Shayari #भक्ति #भजन #कविता #शायरी
Shivkumar
White ये पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी ऊँचे बन जाओ । ये सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो गहराई सा उसको लाओ । तुम समझ रहे हो न वो क्या कहती है , तु उठ-उठ कर और गिर-गिर कर तटल तरंग सा । तु भर ले अपने इस मन में , तेरी मीठी-मीठी बोल और ये मृदुल उमंग सा ॥ पृथ्वी कहती के ये धैर्य को न छोड़ो , इस सर पर भार कितना ही हो । नभ कहता फैलो इतना कि , तुम ढक लो ये सारा संसार को ॥ ©Shivkumar #mountain #Mountains #Nojoto #कविता ये #पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी #ऊँचे बन जाओ । ये #सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो
- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)
कई बार भगवान हमारी योजनाओं को फेल कर देते है, क्योंकि उस वक्त भगवान जानते हैं कि नहीं तो ये योजनाएं हमें बुरे तरीके से फेल करने वाली है। . ©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़) कहन #GingerTea #कविता #शायरी #लव #Poetry #poem #Radhe #New #story
ARTI JI
White जीवन का इम्तिहान आसान नहीं होता, बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता, जब तक ना पड़े हथौड़े की मार, तब तक तो पत्थर भी भगवान नहीं होता..!!! ©ARTI JI #mountain #IPL #IPL2024 #लव #hunarbaaz #शायरी #कविता #मोटिवेशनल #कोट्स #कॉमेडी
- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)
Black लक्ष्य को देखकर बढ़ेंगे तो मुसीबत दूर हो जाती है, एवं 'मुसीबत" को देखकर बढ़ेंगे तो लक्ष्य दूर हो जाता है - चाणक्य (के अनकहे क्योटस) . ©AV official ⤴️ #Thinking #कहानी #कविता #शायरी #Life #story #shyari #Love
कवि: अंजान
White दिल के हैं मरीज़ सभी दवा दिलाई जाए जिनका नशा उतरा नहीं उन्हें और पिलाई जाए। ©कवि: अंजान #Dosti #Love #Friend #Life #Shayari #दोस्त #कविता #लव #शायरी
Jk