Find the Latest Status about दिल जिद्दी नाटक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दिल जिद्दी नाटक.
Lakhan Rajput BJP
दिल है की मानता ही नहीं ©Lakhan Rajput BJP दिल की बात दिल से
Sushmita pathak
White मैं मेरी ही उम्र से थोड़ी बड़ी हो रही हूं, लगता है मैं भी अनुभाभी हो रही हूं परिवार की उलझी हुई कड़ियों को अब मैं भी सुलझने सी लगी हूं लगता है मैं भी अनुभवी हो रही हूं। बिन बात के रूठ जाना, दिन भर हंसना मुस्कुराना अब इन सब में सुकून नहीं मिलता, लगता है बचपना मेरा मुझसे दूर जाने लगा है, किसी की मीठी बातों में अब प्यार नहीं आता किसी के गुस्से में अब गुस्सा नहीं आता, अब लगता है जैसे मैं मेरी ही उम्र से थोड़ी बड़ी हो रही हूं हां मैं भी अनुभवी हो रही। 🙏🙏🙏 ©Sushmita pathak दिल की आवाज दिल तक
Jyoti Mahajan
White ना मंजिल नज़र आती है न कहीं किनारा हर कोई आगे बढ़ रहा है,लेकर एक दूसरे का सहारा हर कोई दौड़ में है ,दिमाग में भरी उलझने हैं लगे जैसे हर कोई किसी न किसी होड़ में है । आगे बढ़ना चाहते हैं या निकलना चाहते हैं समझ नहीं आता , सफल होना चाहते हैं , या किसी को हराकर दिखाना चाहते हैं। यह सब मन के खेल मन की अदाएं हैं। कभी यह रूठता है कभी मानता है । कभी रुकता है तो कभी सरपट भागता है । ऐ मन तू इतना जिद्दी क्यूं है ? हर समय इधर से उधर भटकता क्यूं है? कब वह दिन आएगा जब तू शांत होगा, काबू में होगा सब समझ ठहर जाएगा । तब मंजिल भी दिखेगी , रास्ता भी साफ़ होगा , किनारे भी मिलेंगे ,अगर तू मेरे साथ होगा । तब ना किसी से प्रतिस्पर्धा की दौड़ होगी ना कहीं शोर होगा ,सामने लक्ष्य होगा, पहुंचना सरल होगा बस तू एक बार समझ जा, थोड़ा झुक जा थोड़ा संवर जा इतना ही हम सब पर तुम्हारा यह कर्म होगा ©Jyoti Mahajan #Free जिद्दी मन
अज्ञात
White जब जुबां तक आते आते ठहर जाते हो तुम.. शायद जमाने के डर से सिहर जाते हो तुम.. तब लगता है दिल में ही महफूज हो तुम इसी इत्मीनान पर सब कुछ वार जाते हो तुम.. ©अज्ञात #दिल से दिल तक
usFAUJI
gaTTubaba
कुछ घमंड बड़े जिद्दी होते हैं मरकर ही मरेंगे जैसे की हमारा...... ©gaTTubaba #arabianhorse कुछ घमंड बड़े जिद्दी होते हैं मरकर ही मरेंगे जैसे की हमारा......
HintsOfHeart.
"कहते हैं, धरती पर सब रोगों से कठिन प्रणय है लगता है यह जिसे, उसे फिर नींद नहीं आती है दिवस रुदन में, रात आह भरने में कट जाती है मन खोया-खोया, आँखें कुछ भरी-भरी रहती है भीगी पुतली में कोई तस्वीर खड़ी रहती है"¹ ©HintsOfHeart. #रामधारी_सिंह_'दिनकर' के काव्य नाटक #उर्वशी' से। 1.इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
Nitin Katiyar
मुझे ना,प्यार🥰 बड़ा प्यारा लगता है....❤️ कोई मुझसे👨❤️👨 जरा सा प्यार 😍से बात करता है, तो मै 🧔♂️उस पर अपना सारा प्यार💝 लुटाने की कोशिश करता हू .😘 शायद इसीलिए हर बार मुझे धोखा💘 मिलता है.........💔💔💔 ©Nitin Katiyar #achievement दिल से दिल तक