Find the Latest Status about लालन-पालन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लालन-पालन.
Shravan Goud
पिता office में peon काम करते हैं। एक दिन बेटी उसी में आफीसर की नौकरी के रूप में नियुक्त हुई। बेटी अपने पिता को सन्मान देते हुए। अपने बच्चों का लालन-पालन सुनियोजित तरीके से कीजिए, ताकि आपको अपने बच्चों पर गर्व हो सके।
vishnu prabhakar singh
मन मेरा प्रस्तुत हो जाता है विचारो में शंका लिये। वस्तुतः मेरी अनुभूतियों का दर्पण लिये संवेदना लिये संकेत लिए। मैं अपने स्वभाव में उस मन का दखल अनुभूत ही नहीं करता उसकी नकारात्मकता अपनाता हूँ परन्तु अन्यमनस्क हो जाता हूँ। आत्मा प्रधान मुखी होना अपने निराश भूत को भार मानता है मन पर पुनः सजग होता हूँ आधोपान्त, आलोचक बनना है मुझे! दो पहलू न हों?लालन,पालन से सम्भव है? चुपके से... #चुपकेसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #y
Pratyush Raunak
जिस्म की चाहत में मदहोश मिलता है उछाल के बाप की पगड़ी इनको होश मिलता है इतनी जल्दी, इतने बड़े, इतने नासमझ कैसे बड़े हो जाते हैं बच्चे भटकाव और बदनामी के राहों में ही इनको जोश मिलता है बेटियों के रूप में अब बहुत कम मिलती हैं कल्पना चावला कहां अब बेटों के रूप में सुभाष चंद्र बोस मिलता है थोड़ी सख्ती भी अनिवार्य है बच्चों के लालन पालन में अखबार के हवाले के संदेश ये ठोस मिलता है थोड़ी सख्ती भी अनिवार्य है बच्चों के लालन पालन में अखबार के हवाले से संदेश ये ठोस मिलता है #sakshimishra #Nojotohindi #Nojotopost #nojotopo
Gopal Pandit
जो थक जाए बच्चों लालन पालन करने में वो मां हो नहीं सकती वो भले ही टूट कर बिखर सकती है मगर बच्चों के सामने रो नहीं सकती #गोपाल_पंडित ©Gopal Pandit जो थक जाए बच्चों लालन पालन करने में वो मां हो नहीं सकती वो भले ही टूट कर बिखर सकती है मगर बच्चों के सामने रो नहीं सकती #गोपाल_पंडित #मां #d
Manoj Nigam Mastana
मातृशक्ति यदि नही बची तो बाकी यहाँ रहेगा कौन? प्रसव वेदना, लालन-पालन सब दुःख-दर्द सहेगा कौन? मानव हो तो दानवता को त्यागो फिर ये उत्तर दो इस नन्ही से जान के दुश्मन को इंसान कहेगा कौन? #बेटियां #बेटी ❤️❤️❤️❤️ ©Manoj Nigam Mastana मातृशक्ति यदि नही बची तो बाकी यहाँ रहेगा कौन? प्रसव वेदना, लालन-पालन सब दुःख-दर्द सहेगा कौन? मानव हो तो दानवता को त्यागो फिर ये उत्तर दो इस
Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“15/5/2022”*📚 📘*“रविवार”*💫 “मनुष्य” अपनी “संतान” को अपने से ही “बांध” के रखता है सदैव उसके “लालन-पालन” का प्रबंध करके रखता है, और ये सोचता है कि मैं तो इसका “पालक” हूं,इसका ध्यान रखना तो मेरा “कर्तव्य” है पर नहीं... यहीं “कार्य” करते करते वो धीरे-धीरे अपनी ही “संतान” का “शत्रु” बन जाता है, उसके “विकास” का “शत्रु” बन जाता है, इसलिए जब “संतान” बड़ी हो तो “प्रेम” अवश्य रखिए किन्तु “पक्षी” की भांति “कठोर” भी होना होगा, तभी उनका “विकास” होगा उन्हें अपनी “पीड़ा” स्वयं सहने दिजिए और “सीखने” दिजिए “जीवन” के “अनुभव” क्या होते है तभी उनका “विकास” होगा अन्यथा वो “संतान” आप पर “जीवनभर” “भोझ” बनकर रहेगी,और आप उसके विकास पर जीवनभर “बाधा” बनकर रहेंगे और मुझे नहीं लगता कि आप ये चाहते होंगे... *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“15/5/2022”*📚 📘 *“रविवार”*💫 #“मनुष्य” #“संतान”
Pnkj Dixit
🌷जीवन 🌷 समाज , साहित्य और दर्पण मानव जीवन का बिंदु दर्शन जन्म परिवार लालन-पालन और संस्कृति संस्कार सभ्यता परिवेश मनुजता का समावेश । लोभ - मोह ,तृष्णा ,इच्छा शक्ति भौतिक सुख में संलिप्त व्यक्ति मूर्त - अमूर्त स्वरुप अनभिज्ञ जीवन का सार बताते विज्ञ आत्मा परमात्मा एक । १८/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 🌷जीवन 🌷 समाज , साहित्य और दर्पण मानव जीवन का बिंदु दर्शन जन्म परिवार लालन-पालन और संस्कृति संस्कार सभ्यता परिवेश
Shiva sarswat Chimana
लालयेत् पंचवर्षाणि दशवर्षाणि ताडयेत् ❗️ प्राप्तेषु षोडषे वर्षे पुत्रे मित्रवदाचरेत् ‼️ लालनाद् बहवो दोषास्ताडनाद बहवो गुणा: तस्मात्पुत्रम् च शिष्यं च ताडयेन्नतु लालयेत् 🔰संस्कृतसर्वत्र शिवोSहम् ©Shiva sarswat #motherlove लालयेत पंचवर्षाणि दशवर्शाणि ताडयेत् । प्राप्तेषु षोडषे वर्षे पुत्रे मित्रवदाचरेत् ॥ Allow pampering of the children for (first)
Dhingali❤
मर्द कभी बलात्कार नहीं करते , माँ की कोख शर्मशार नहीं करते ... मर्द होते तो लड़कियों पर नहीं टूटते , मर्द होते तो आबरू उनकी नहीं लूटते .. कुचलना नामर्दों की निशानी है … बेटियां बहन मर्द के साये में पलती हैं , मर्द की जान माँ की दुवाओं से चलती है ... मर्द औरत को देह की मंडियों में नहीं बेचता , मर्द दहेज़ के लिए उनकी खाल नहीं खींचता ... मर्द बच्चियों के नाजुक बदन से नहीं खेलता , निर्भया-कांड के बाद क्या बलात्कार बंद हुए ?? केन्डललाईट रेली निकालने क्या फायदा ?? जब नेता भी बदल गया, कानून भी बदल गया , फिर क्या रात गई , और बात गई !!!! मातृशक्ति यदि नही बची तो , बाकी यहाँ रहेगा कौन ? प्रसव वेदना, लालन-पालन , सब दुःख-दर्द सहेगा कौन ? मानव हो तो दानवता को त्यागो फिर ये उत्तर
AK__Alfaaz..
पाथर पूजिहैं सौ-सौ दिन.., घर कै माटी न पूजै कोय.., जेका ऊपजा निशिदिन खाय.., नौ दिन रखिहैं व्रत-उपवास.., देवी पूजन होईहैं रोज नहाय.., मईया कै फिर जईहैं भूल.., लगिहैं उहे आपन धरम अपनाय.., घर कै नारी न पूजिहैं कबहुँ.., जईहैं मंदिर..माथा टिकाय.., कैसी विडंबना है.. पत्थर की मूर्तियाँ यहाँ रोज पूजी जाती हैं घर मिट्टी कोई नहीं पूजता.. जिससे उसे अन्न मिला लालन पालन हुआ.. ठीक वैसे ही इन नव