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Pankaj Priyam
भारत माता की जय हो! तरेरी आँख जो अपनी, झुकाया चीन को हमने, अकल आयी ठिकाने पे, उड़ाई नींद जो हमने। मिली पहचान आतंकी, उसी अज़हर मसूदी को- यही औकात है उसकी, बताया चीन को हमने।। 2 हमारी धाक है कितनी, दिखाया विश्व को हमने, नया भारत खड़ा ऊँचा, झुकाया विश्व को हमने। नहीं डरता नया भारत, नहीं झुकता नया भारत- चटायी धूल दुश्मन को, दिखाया विश्व को हमने।। ©पंकज प्रियम नया भारत
manisha
Clean India थोडा उथला थोड़ा गहरा हूँ मैं नये भारत का चेहरा हूँ कहीं पे केसरिया, तो कहीं बसंती चोला हूँ खलिहानों में बिखरा हुआ रंग हरा गहरा हूँ मैं नये भारत का चेहरा हूँ #नया भारत
PRAKHAR SHARMA
केसरिया प्रकाश होगा फिर से शंख नाद होगा हर शहर, गली- मोहल्ला फिर से हरिद्वार होगा रंग रंग केसरिया रंग जाएगा जगह-जगह भगवा लहराएगा ठुमक ठुमक का मीरा नाचेगी जब जब कान्हा बंशी बजाएगा बजरंगी झूम झूम झूमेंगे, रास में जय श्री राम, राम लला की आस में सब आतंकी मारे एक सांस में जय श्री राम, राम लला की आस में देखो देखो कैसा होगा नया भारत और कैसी होगी मां भारती........... अब होगी असल में, असली आरती.... देखो देखो हर नारी होगी झांसी.. हर एक नर राणा प्रताप होगा... यौवन भरे चेहरे भगत होंगे......... नेता हर सुभाष होगा.................. हर महात्मा विवेकानंद होगा....... सच कहता हूं नया भारत.......... सचमुच आर्यावर्त होगा.............. नया भारत
Shashi Bhushan Mishra
सारी दुनिया में परिभ्रमण करके, हमने देखा है आकलन करके, बात बनती विनम्रता से ही, निकलता काम भी नमन करके, कुफ्र बकते सुना देखा उनको, निकल जाते हैं विष वमन करके, कैसे अपनत्व बढ़ेगा बोलो, राज करते हो तुम सितम करके, तुम्हारी बौखलाहट है जायज, दर्द का घूँट आचमन करके, यही है ख़ासियत ज़महुरियत की, बची सत्ता न जुल्म सितम करके, रखा अक्षुण्ण सम्प्रभुता वतन की, प्राण तक राष्ट्र पर हवन करके, सियासत का नशा है स्वार्थपरता, लोग बैठे हैं सब हजम करके, खड़ा पहली कतार में नया भारत, चन्द्रयान चाँद पर गमन करके, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #नया भारत#
paras Dlonelystar
ये नया भारत है यहाँ ललकार भी बहुत है और प्यार भी बहुत यहाँ बेटियाँ और बेटों मैं भेद भाव ,मिट रहा है, धीरे धीरे यहाँ मेहनत से बनता है नसीब और बस नाम की ही होती है लकीरें नया भारत #पारस #भारत #मेहनत #लकीरें