Nojoto: Largest Storytelling Platform

New धनुष बाण Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about धनुष बाण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धनुष बाण.

    PopularLatestVideo

वेदों की दिशा

।। ओ३म् ।।

प्रणवो धनुः शरो ह्यात्मा ब्रह्म तल्लक्ष्यमुच्यते।
अप्रमत्तेन वेद्धव्यं शरवत्‌ तन्मयो भवेत्‌ ॥

ॐ (प्रणव) है धनुष तथा आत्मा है बाण, और 'वह', अर्थात् 'ब्रह्म' को लक्ष्य के रूप में कहा गया है। 'उसका' प्रमाद रहित होकर वेधन करना चाहिये; जिस प्रकार शर अर्थात् बाण अपने लक्ष्य में विलुप्त हो जाता है उसी प्रकार मनुष्य को 'उस' में (ब्रह्म में) तन्मय हो जाना चाहिये।

OM is the bow and the soul is the arrow, and That, even the Brahman, is spoken of as the target. That must be pierced with an unfaltering aim; one must be absorbed into That as an arrow is lost in its target.

( मुंडकोपनिषद २.२.४ ) #मुण्डकोपनिषद #उपनिषद #ॐ #ब्रह्म #धनुष #बाण

SONALI SEN

काँधे पर बंधे धनुष बाण में, राम मिले सन्तन के प्राण में, राम गगन की ऊचाई में, राम धरा की गहराई में, राम भरत के अश्रु धार में, राम लखन के शक् #Quote #Stories #wordporn #quoteoftheday #yourquote #qotd #कविता #ramayan

read more
काँधे पर बंधे धनुष बाण में,
राम मिले सन्तन के प्राण में,
राम गगन की ऊचाई में,
राम धरा की गहराई में,
राम भरत के अश्रु धार में,
राम लखन के शक्ती बाण में ,
सीता के सतित्व में राम,
अग्नि परीक्षा मे श्री राम,
राम ह्रदय के परिवर्तन मे,
राम जगत के आवर्तन में,
राम सूर्य की लालिमा में,
राम चांदनी चंद्रमा में ,
शरण राम की भाग्य करे न्यारे, 
राम बसे है ह्रदय हमारे।।

©SONALI SEN काँधे पर बंधे धनुष बाण में,
राम मिले सन्तन के प्राण में,
राम गगन की ऊचाई में,
राम धरा की गहराई में,
राम भरत के अश्रु धार में,
राम लखन के शक्

Parul Sharma

।। जय माँ चन्द्रघंटा ॥ कंठ में साजै श्वेतपुष्प माला,इनका ध्यान अच्छाई नैतिकता सद् गुणों की प्रवृती देने वाला। मस्तक पर मुकुट रत्नजड़ित वाला

read more
।। जय माँ चन्द्रघंटा ॥
कंठ में साजै श्वेतपुष्प माला,इनका ध्यान अच्छाई नैतिकता सद् गुणों की प्रवृती देने वाला।
मस्तक पर मुकुट रत्नजड़ित वाला और अर्धचन्द्र का आकार लगैं जैसे घंटा ॥
त्रिनेत्री,दसभुजी,बाघबाहिनी,स्वर्णआभा वाली,दुर्गा की तृतीय रूप माँ चन्द्रघण्टा ॥
भुजाओं में धारण करती धनुष,बाण,कमल,कमंडल, वरछी, त्रिशूल,तलवार और गदा॥
कल्याणकारिणी,कष्टनिवारिणी,देती चिरायु,बल-बुद्धि,युक्ति-शक्ति,आरोग्य व सम्पदा ॥
पारुल शर्मा ।। जय माँ चन्द्रघंटा ॥
कंठ में साजै श्वेतपुष्प माला,इनका ध्यान अच्छाई नैतिकता सद् गुणों की प्रवृती देने वाला।
मस्तक पर मुकुट रत्नजड़ित वाला

drsharmaofficial

^बर्बरीक^ तरकश में रखकर तीर तीन चल दिया रणभूमि में वो वीर याचक बन स्वयं भगवान् पधारे देख तीन बाण धारी हरि को हांसी हो आई मधुर वचन तब कृ #yqbaba #धर्म #कविता #yqdidi #yqhindi #प्रवासी #कृष्णमेरे #खाटूश्यामबाबा

read more
तरकश में रखकर तीर तीन 
चल दिया रणभूमि में वो वीर
छूकर माँ के चरणों को
दिए वचन निभाने को
हारे हुए का सहारा बन जाने को
निकला वो धर्मयुद्धभूमि की ओर

रोका गया युद्धभूमि से कुछ दूर
याचक बन स्वयं भगवान् पधारे थे
देख 'तीन बाण धारी', हरि को हांसी हो आई थी
मधुर वचन तब कृष्ण ने ये ही सुनाए थे
"पात विटप के सभी निहारो ! 
एक बाण से सब भेद कर डालो"
अजब रची माया अविनाशी थी
जानी ना वो हरि की ही माया थी

(शेष कविता ) ^बर्बरीक^

तरकश में रखकर तीर तीन 
चल दिया रणभूमि में वो वीर

याचक बन स्वयं भगवान् पधारे 
देख तीन बाण धारी हरि को हांसी हो आई 
मधुर वचन तब कृ

N S Yadav GoldMine

{Bolo Ji Radhey Radhey} कुरुवंश के प्रथम पुरुष का नाम कुरु था| कुरु बड़े प्रतापी और बड़े तेजस्वी थे| उन्हीं के नाम पर कुरुवंश की शाखाएं निकल #पौराणिककथा

read more
mute video

Vikas Sharma Shivaaya'

कुबेर लक्ष्मी मंत्र : ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी के मानस प #समाज

read more
कुबेर लक्ष्मी मंत्र :
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी के मानस पुत्र भृगु ऋषि का विवाह प्रजापति दक्ष की कन्या ख्याति से हुआ जिससे धाता,विधाता दो पुत्र व श्री नाम की कन्या का जन्म हुआ। भागवत पुराण के अनुसार भृगु ऋषि के कवि नाम के पुत्र भी हुए जो कालान्तर में शुक्राचार्य नाम से प्रसिद्ध हुए। 

शुक्र -जिसका संस्कृत भाषा में एक अर्थ है शुद्ध, स्वच्छ, भृगु ऋषि के पुत्र एवं दैत्य-गुरु शुक्राचार्य का प्रतीक शुक्र ग्रह है। भारतीय ज्योतिष में इसकी नवग्रह में भी गिनती होती है। यह सप्तवारों में शुक्रवार का स्वामी होता है। यह श्वेत वर्णी, मध्यवयः, सहमति वाली मुखाकृति के होते हैं। इनको ऊंट, घोड़े या मगरमच्छ पर सवार दिखाया जाता है। ये हाथों में दण्ड, कमल, माला और कभी-कभार धनुष-बाण भी लिये रहते हैं।

उषानस एक वैदिक ऋषि हुए हैं जिनका पारिवारिक उपनाम था काव्य (कवि के वंशज, अथर्व वेद अनुसार जिन्हें बाद में उषानस शुक्र कहा गया।

शुक्र एकाक्षरी बीज मंत्र-
 'ॐ शुं शुक्राय नम:। 
' शुक्र तांत्रिक मंत्र- 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:। '

सो शिंगार वा चित्र में हतो ,
तैसोई वस्त्र आभूषन अपने श्रीहस्त में धारण किये !
गाय ग्वाल सखा सब साथ ले के आप पधारे !!

इस दोहे में रसखान जी कहते है कि चित्र में जैसा श्रृंगार था ठीक उसी प्रकार का श्रृंगार करके श्री कृष्ण पीताम्बर रूप में अपने ग्वाल बाल गोपो के साथ वे रसखान से मिलने पहुँच जाते है जहाँ रसखान बैठकर कृष्ण के प्रेम में आंसू बहा रहे थे !


🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' कुबेर लक्ष्मी मंत्र :
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी के मानस प

Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ

jai_shree_ram🙏❤️ jai_hanuman❤️🙏🏻 हो गया है भक्तिमय ब्रह्मांड सारा, प्रभु राम जी के ध्यान में पहुंच रहे हैं प्रभु के दर्शन को सब पावन नग

read more
mute video

Vikas Sharma Shivaaya'

नवरात्र के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा क #समाज

read more
नवरात्र के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है। इनका वाहन सिंह है और दस हाथ हैं। इनके चार हाथों में कमल फूल, धनुष, जप माला और तीर है। पांचवा हाथ अभय मुद्रा में रहता है। वहीं, चार हाथों में त्रिशूल, गदा, कमंडल और तलवार है। पांचवा हाथ वरद मुद्रा में रहता है। मान्यता है कि भक्तों के लिए माता का यह स्वरू बेहद कल्याणकारी है। 

मां चंद्रघंटा के मंत्र:

पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥

ध्यान मंत्र:
वन्दे वांछित लाभाय चन्द्रार्धकृत शेखरम्।
सिंहारूढा चंद्रघंटा यशस्वनीम्॥
मणिपुर स्थितां तृतीय दुर्गा त्रिनेत्राम्।
खंग, गदा, त्रिशूल,चापशर,पदम कमण्डलु माला वराभीतकराम्॥

🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

नवरात्रि के चौथे दिन मां के चौथे स्वरूप माता कूष्मांडा की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता कूष्मांडा ने ही ब्रहांड की रचना की थी। इन्हें सृष्टि की आदि- स्वरूप, आदिशक्ति माना जाता है। मां कूष्मांडा सूर्यमंडल के भीतर के लोक में निवास करती हैं। मां के शरीर की कांति भी सूर्य के समान ही है और इनका तेज और प्रकाश से सभी दिशाएं प्रकाशित हो रही हैं। मां कूष्मांडा की आठ भुजाएं हैं। मां को अष्टभुजा देवी के नाम से भी जाना जाता है। इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है। आठवें हाथ में जपमाला है। मां सिंह का सवारी करती हैं।

देवी कूष्मांडा मंत्र- 
या देवी सर्वभू‍तेषु मां कूष्‍मांडा रूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
ध्यान मंत्र:
वन्दे वांछित कामर्थेचन्द्रार्घकृतशेखराम्.
सिंहरूढाअष्टभुजा कुष्माण्डायशस्वनीम्॥
सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च.
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
– दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्.
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥
– जगन्माता जगतकत्री जगदाधार रूपणीम्.
चराचरेश्वरी कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥
🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' नवरात्र के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा क

Vikas Sharma Shivaaya'

🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें..., 📖✒️जीवन की पाठशाला 📙 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल #समाज

read more
🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩
 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें...,
  

📖✒️जीवन की पाठशाला 📙

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

      मां दुर्गा का  स्वरूप: कुष्माण्डा          

नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कुष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है-इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है...,

जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी- अतः ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं, इनका निवास सूर्यमंडल के भीतर के लोक में है-वहाँ निवास कर सकने की क्षमता और शक्ति केवल इन्हीं में है- इनके शरीर की कांति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दैदीप्यमान हैं...,

इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं,ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है,माँ की आठ भुजाएँ हैं,अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं..., 

इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है-आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है,इनका वाहन सिंह है...,

मंत्र:
या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।'

माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं- इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है-माँ कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधियों-व्याधियों से सर्वथा विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाने वाली है...,

श्लोक:
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ॥

Affirmations:

66.मेरे जीवन में इस दशा की जरूरत को में जाने देता हूं...,
67. मैं भी किसी योग्य हूं ...,
68. मै अपने जीवन के लिए धनाढयता घोषित करता  हूं...,
69.मैं अपनी आंतरिक बुद्धि पर भरोसा करता हूँ ...,
70.मेरा प्रेम असीम है...,

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो 
विकास शर्मा'"शिवाया" 
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

©Vikas Sharma Shivaaya' 🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩
 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें...,
  

📖✒️जीवन की पाठशाला 📙

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल

Vikas Sharma Shivaaya'

🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें..., 📖✒️जीवन की पाठशाला 📙 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल #समाज

read more
🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩
 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें...,
  

📖✒️जीवन की पाठशाला 📙

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

      मां दुर्गा का  स्वरूप: कुष्माण्डा          

नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कुष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है-इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है...,

जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी- अतः ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं, इनका निवास सूर्यमंडल के भीतर के लोक में है-वहाँ निवास कर सकने की क्षमता और शक्ति केवल इन्हीं में है- इनके शरीर की कांति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दैदीप्यमान हैं...,

इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं,ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है,माँ की आठ भुजाएँ हैं,अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं..., 

इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है-आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है,इनका वाहन सिंह है...,

मंत्र:
या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।'

माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं- इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है-माँ कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधियों-व्याधियों से सर्वथा विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाने वाली है...,

श्लोक:
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ॥

Affirmations:

66.मेरे जीवन में इस दशा की जरूरत को में जाने देता हूं...,
67. मैं भी किसी योग्य हूं ...,
68. मै अपने जीवन के लिए धनाढयता घोषित करता  हूं...,
69.मैं अपनी आंतरिक बुद्धि पर भरोसा करता हूँ ...,
70.मेरा प्रेम असीम है...,

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो 
विकास शर्मा'"शिवाया" 
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

©Vikas Sharma Shivaaya' 🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩
 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें...,
  

📖✒️जीवन की पाठशाला 📙

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile