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Himanshu G
कभी किसी पर आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये जरूरी नहीं आप जिसके बारे में सोच रहे हैं, उसमे वो माहिर हो l ©Himanshu G #ब्रह्म
Himanshu G
लोग अपने आप को समझदार और हमे बेवकूफ समझते हैं, पर हम ऐसे ही सही है, जियो तुम ब्रह्म में और हम वो करेंगे जो हमें करना है l ©Himanshu G #ब्रह्म
शून्य(ब्राह्मण)
🙌ॐ नमः शिवाय 🙌 ईश्वर सब में बसते हैं बस नज़र किसी किसी को आते हैं...... इस ईश्वर को ही जानने में लोग संत फ़कीर वैरागी जानें क्या क्या बन जाते हैं। ©शून्य #सत्य #जीवन #ब्रह्म #ज्ञान #ईश्वर #धर्म
CalmKrishna
......vgvvhv ।।।।।।। ©CalmKrishna अपने पास आईए.. #दूरी #तुम #ब्रह्म #तत्त्वमसि
अपने पास आईए.. #दूरी #तुम #ब्रह्म #तत्त्वमसि
read moreAlok Vishwakarma "आर्ष"
शीश काट कर ब्रह्म देव के चरणों में, अर्पण करने का प्रण लेता रावण भी तिरस्कार का भागी हो जन-गण-मन में, धू-धू करता जले ज्ञान का गागर भी #alokstates #रावण #जीवनगाथा #रामायण #ब्रह्म
#alokstates #रावण #जीवनगाथा #रामायण #ब्रह्म
read moreAlok Vishwakarma "आर्ष"
जर से चिर चेतन शिविर, क्षय क्षर तिमिर हर दूर कर भाति पेख अलख़ों को लेख, दिव नाक देख हुज़ूर धर रश्मि के साये जहाँ काल गाये, रंजन मनाय ज़रा संभल सृष्टि लोम विकृत विलोम, बस मध्य ॐ अलल विकल तन मन अपर स्वः रूह पर, साधन समर लर बन विजय मनु बन्ध तोर बीते करोर, जन्मों को जोर विचर अभय मारग अगम भूमि सुगम, मरमी परम विज्ञान ध्येय मृत मय अभाव चितद्युति समाव, अमिनद्य स्त्राव विद् ब्रह्म ज्ञेय "ब्रह्म आह्वान" ऋषित्व का चिरन्तन परिचय देती एक विभवपूर्ण कविता इस कविता की प्रेरणा मुझे मिली है एक दिव्य अनुभूति के रूप में.. मेरी साँसे तेज हो गयी थीं, शरीर काँप रहा था, एक थर्राहट सी थी.. कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या होगा.. यह जो अनुभव आज हुआ उसी की परिणामिनी कविता आपके समक्ष ईश्वरीय सत्ता को समर्पित करने में अत्यंत हर्ष की अनुभूति होती है..
"ब्रह्म आह्वान" ऋषित्व का चिरन्तन परिचय देती एक विभवपूर्ण कविता इस कविता की प्रेरणा मुझे मिली है एक दिव्य अनुभूति के रूप में.. मेरी साँसे तेज हो गयी थीं, शरीर काँप रहा था, एक थर्राहट सी थी.. कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या होगा.. यह जो अनुभव आज हुआ उसी की परिणामिनी कविता आपके समक्ष ईश्वरीय सत्ता को समर्पित करने में अत्यंत हर्ष की अनुभूति होती है..
read moreCalmKrishna
...................... ©CalmKrishna ये नशा काहे ख़त्म नहीं होता बे.... #नशा #माया #आदमी #आदी #आदत #ब्रह्म #philosophy
CalmKrishna
................... ©CalmKrishna मृग कस्तूरी 🙂🌸 #आदमी #खोज #भटकन #ब्रह्म #ईश्वर #आत्म #आत्मा
CalmKrishna
................. ©CalmKrishna दूर देश है घर अपना , ओ साधो भाई। #मेला #घर #मजेदार #रोचक #दुनिया #ब्रह्म #माया #अध्यात्म
CalmKrishna
............ ©CalmKrishna माया महा ठगनी हम जानी! #माया #ब्रह्म #सत्य #truth #illusion #ठगी