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Stories related to गगनचुंबी कौन समास है

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जगदीश कैंथला

पुनरावृति समास #बात

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कर्यधारय समास #बात

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द्वंद्व, बहुव्रीहि समास #बात

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@rahul (prince)

कौन कौन है!

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"जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं, क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं, तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ, गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं" कौन कौन है!

Jassi Jass

कौन कौन सहमत है

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लोग कहते है 
आईना कभी झूठ नहीं बोलता
और परछाई कभी साथ नही छोड़ती

लेकिन हम कहते है
नुमाइश मे आईने भी झूठ बोलते है
और अँधेरे में परछाई भी साथ छोड़ जाती है

..जस्सी... कौन कौन सहमत है

Saroj Kumar

# कौन है ? #

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Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

कौन है

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जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे
ऐसे नक्सली लोगों से कौन बात करे

आदेश दो नक्सलियों को उड़ाने का,
कौन बुझदिल शहीदों के लिये न मरे?

उठाओ कलम,दिखाओ नव कदम,
नक्सलियो पे चढ़ाई का दिखाओ दम

कर दो पाक जैसी सर्जिकल स्ट्राइक,
नक्सलियों को पूरा ही कर दो खत्म

हिंद में कौन है?,जो देशभक्ति कम करे
हिंद में कौन है?,जो इन्हें ख़ुदा न गिने

जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे
ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे

सैनिक-मां का गम सूली से कम नही
कौन मां है?,जो बदलें के लिये न कहे

एकबार बस एकबार हिंद आर्मी को,
मोदीजी नक्सली कीड़े मारने की कहे

कौन हिंदवासी है?,नक्सलियों से डरे
बस एक आवाज फिर,पूरा ही देश लड़े

जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे
ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे

नक्सलियों पे अब कोई रहम न करे,
विषैली जड़ को जड़ से ही खत्म करे

दो इनको ऐसी सजा इतिहास में फिर,
कोई नक्सली होने की हिम्मत न करे

जो जवानों के पीठ पीछे से वार करे
ऐसे नक्सली लोगो से कौन बात करे

दिल से विजय कौन है

Geeta Sharma pranay

कौन है# #कविता

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कौन हैं वो जो मुझे मेरे ही 
अक्स से परिचय करवाता 
जा रहा हैं ,,,
दिन-रात मेंरे मन:स्थल में 
आहिस्ता -आहिस्ता परिवर्तन 
की बेल को सिंच रहा हैं,, 
मानों, नदीयों की कल-कल 
ध्वनि को प्रेम  का गीत 
बनाते जा रहा हैं,,
कौन हैं वो जो मुझे मेरे ही
अक्स से परिचय करवाता 
जा रहा हैं,, 
मंदिर के पवित्र शंख से
मेरे नयें जीवन का शंखनाद 
कर रहा हैं,, 
 मुझमें ही समाँ कर मुझे ही 
जीवन का रहस्य ज्ञात करवाता
 जा रहा हैं,,, 
विशाल समुंदर की गहराई -सी
जीवन के आरंभ से अंत का
आभास करवाता
 जा रहा हैं ,,,
प्रेम और मोह के मध्य स्थित 
मेरे ह्रदय को अपने मे ही 
समाहित करता 
जा रहा हैं,,,,, 
और मुझे ही अपने मन की कुटिया में
ले जाकर भवसागर के पार 
करवाता जा रहा हैं,, 
                    गीता शर्मा "प्रणय" कौन है#
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