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Prashant Maurya
White जाना तो बहुत दूर पर मंजिल का पता नहीं शायद तुमसे मुलाकात हो हूं मैं राही चलना मेरा काम आपकी एक छलक को हम तरसे बहुत है शायद ये दूरियां अब कम हो जाए यही उम्मीद है वरना जाना बहुत दूर पर मंजिल का पता नहीं हूं मैं राही चलना मेरा काम ! ©Prashant Maurya #sad_qoute हूं मैं राही चलना मेरा काम ! Shikha Sharma Anusha choudhary परिंदा Nîkîtã Guptā Priyanka Anuragi zindagi sad shayari alone s
#sad_qoute हूं मैं राही चलना मेरा काम ! Shikha Sharma Anusha choudhary परिंदा Nîkîtã Guptā Priyanka Anuragi zindagi sad shayari alone s
read moreArun kr.
White मैं जब मैं 'मैं'लिखूं तो समझना बात हम सबकी हैं उस मैं में छिपी हैं अनगिनत किस्से जिसे मैं समझता हूँ अपना उस मैं की वेदना को धारण कर स्वयं मैं अनुभूति पाता हूँ तब जाकर किसी के किस्से-कहानियों को शब्दों में पिरो पाता हूँ हर बार 'मैं' में मैं स्वयं नही प्रीत हो या वेदना मिलन हो बिछड़न मनुष्यता के नाते हम सब मे होती है अनुभूतियां अनुभूतियां जो जोड़ती हैं एक -दूसरे को जो मैं में,हम में, हमसब में हैं कोई एक मैं में अनेको का मैं हैं पर हर मैं स्वयं को शब्दों में नही पिरो पाता है फिर कोई मैं खड़ा हो शोषण ,उत्पीड़न,अत्याचार, नारी उत्पीड़न, बलात्कार, गरीबी-कुपोषण, बेरोजगारी,महंगाई और अन्याय को लिख हम सबकी मैं लिख जाता हैं। ©Arun kr. #मैं
Diwani Divya
White परिंदा कहता है अपने पँखो को खोलकर, अभी तो पूरी उड़ान बाकी है, अभी तो एक मुट्ठी ज़मीन ही ली है, अभी तो पूरा आसमान बाकी है। लहरों को शांत समझ कर ये मत सोचना के उसमे रवानी नही है, समुद्र में जितनी गहराई है उतना ही उसके ऊपर तूफान बाकी है......... परिंदा ©Diwani Divya #परिंदा
Maari Karnan
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ख़्वाबों का परिंदा बन जाऊंगा ... आपकी मोहब्बत का ख़ूबसूरत एहसास बन जाऊगा ...........,.दिल डूब जाएगा जिसमें वो सैलाब बन jaounga हसरतो का बादल बनके दिल में बस जाऊंगा........ ©Maari Karnan #SunSet kwabo का परिंदा # zindagi Lalit Saxena
#SunSet kwabo का परिंदा # zindagi Lalit Saxena
read moremadhusudan
Unsplash आजाद..... बिखरे हुए बाल बड़ी हुई दाढ़ी जनाब खैरियत है सब me.. किसी गैर के नाम की मेंहदी उसने हाथो में रचा ली और हमने गम-ए-मोहब्बत में दाढ़ी बड़ा ली ©madhusudan #Book #आजाद #hijr #trending #viralvideo #like #love #hindi #motivation #shayari शेरो शायरी
#Book #आजाद #hijr #Trending #ViralVideo #Like love #Hindi #Motivation shayari शेरो शायरी
read moremadhusudan
green-leaves मुस्तकबिल सोचा था,मैने पसंदीदा शख्स के आगोश में रहूंगा कब सोचा था,मैने हिज़्र में उसके शायरी लिखूंगा ©madhusudan #GreenLeaves #मुस्तकबिल #Youtube #facebook #meta #आजाद #लव #love
#GreenLeaves #मुस्तकबिल #Youtube #Facebook #Meta #आजाद #लव love
read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
New Year Resolutions आध्यात्मिक आस्था के साथ हर कर्म करेंगे। नशे से और नशा करने वालों से दूरी बनाकर रखेंगे। सात्विक शाकाहारी भोजन करेंगे फास्ट फूड से जहां तक संभव होगा बचेंगे। ©Azaad Pooran Singh Rajawat #newyearresolutions #आजाद संकल्प#
#newyearresolutions #आजाद संकल्प#
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
Unsplash आजाद ग़ज़ल --------------- जाने कब तिजोरी से माल निकाल लेता है ये आदमी बाल की खाल निकाल लेता है यहाँ तो कटता नहीं लम्हा उसके बिना वो मजे से साल दर साल निकाल लेता है हैरान हूँ उससे बहस कर करके मैं वो मिरे हर जबाब से सवाल निकाल लेता है ख़ामोश रहे आना तुम्हारा ये और बात है वो माहिर सब हाल चाल निकाल लेता है मिरे ताकत-ए-तसव्वुर को नज़र अंदाज न कर ये तिरे भीतर के भी ख़याल निकाल लेता है मैं मजबूर हूँ उसे सुनकर हँस देने को वो बात बात पे जुमले कमाल निकाल लेता है वो सौदागिरी में बड़ा कमजोर नज़र आया मैं दाल मांगता हूँ वो गुलाल निकाल लेता है ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #आजाद ग़ज़ल
#आजाद ग़ज़ल
read moreHimanshu Prajapati
खामोशियों से घिरा रहा मैं, एक बदतमीजी ने शोर-ए-आजाद कर दिया जिंदगी को..! ©Himanshu Prajapati #findyourself खामोशियों से घिरा रहा मैं, एक बदतमीजी ने शोर-ए-आजाद कर दिया जिंदगी को..! #36gyan #hpstrange
#findyourself खामोशियों से घिरा रहा मैं, एक बदतमीजी ने शोर-ए-आजाद कर दिया जिंदगी को..! #36gyan #hpstrange
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
कहीं नज़र में आये तो अच्छा घर खानदान बताना बेटी की ज़िंदगी का सवाल है नेक इंसान बताना वज़ह सबूत ही सही कुछ ज़ख्म छुपा रख्खे हैं वो क़ातिल लौट आये तो मेरे निशान बताना कब तक घुमड़ते उमड़ते ही रहोगे तुम बादलों बरस के अपनी पहचान बताना.. मैं कह दूंगा तुम्हें तुम्हारी ख़ुशी के लिए जमीं तुम भी मुझे शौहरतों का आसमान बताना यूँ तो शहर के नामी रईसों में शुमार है वो पर कहता है मेरा तारुफ़ केवल किसान बताना तू किस प्रान्त से है मुझे फर्क नहीं पड़ता मगर कोई गैर पूछे तो पता हिन्दोस्तान बताना ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #आजाद ग़ज़ल
#आजाद ग़ज़ल
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