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Stories related to से निकलना

F M POETRY

#किसी से दिल न मिला और किसी से हम...

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White दुआ है मेरी तुझे ज़िन्दगी में ग़म न मिले..
मैं चाहता हूँ तेरी आँख कभी नम न मिले..

यूँही तन्हाँ नहीं हूँ ये ही वजह है शायद..
किसी से दिल न मिला और किसी से हम न मिले..


यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #किसी से दिल न मिला और किसी से हम...

RjSunitkumar

दिल से

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RjSunitkumar

दिल से

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RjSunitkumar

दिल से

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अनिल कसेर "उजाला"

सताने से

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jameel Khan

# प्यार से #

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White तेरी निग़ाह के हम वार से मारे गए 
तेरे प्यार मे हम बड़े प्यार से मारे गए 

जमील

©jameel Khan # प्यार से #

theABHAYSINGH_BIPIN

#sad_quotes ये कैसा प्यार मैं कर बैठा, उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा। अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं, सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

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White ये कैसा प्यार मैं कर बैठा,
उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा।

अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं,
सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

कहाँ आती होगी सुकून की नींद,
उनकी आँखों से अश्क छलका बैठा।

कितनी दिलकश थीं हमारी यादें,
मैं उन्हें भी दुःख-दर्द दे बैठा।

अब उनके दिन कहाँ ख़ुशी के हैं,
तकिया-चादर भीगा मैं कर बैठा।

दर्द-ओ-ग़म से निकलना मुश्किल है,
कैसी मुसीबत में उन्हें डाल बैठा।

कैसे कह दूं कि वो भी खुश होंगी,
उनकी रातों को तन्हा मैं कर बैठा।

©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes 

ये कैसा प्यार मैं कर बैठा,
उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा।

अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं,
सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

हिमांशु Kulshreshtha

तुम से..

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Unsplash ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
तन से टकराती है
तुम्हारी कोमल छुअन की
यादें ताजा कर जाती है
नम आँखों में यादों के
बादल उमड़ रहे हैं
मेरे आँखों के बादल से
लगता है.. 
तुम भी कहीं भीगते होगे
भीगा-भीगा मेरा मन
याद  तुम्हें करता है 
एक अरसा हुआ तुम से बिछुड़े 
दिल अब भी 
तुम से मिलने को करता है

©हिमांशु Kulshreshtha तुम से..

Lalit Saxena

शायरी दिल से

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बढ़ गई है आजकल औकात हमारी
थाने में कल हुई है दरयाफ़्त हमारी

मुंसिफ़ को है मालूम पेशेवर गवाह है
शायद करेगा वो ही शनाख़्त हमारी

इस झूठ के शहर से परेशान हैं बहुत
सच की रही है आदत हज़रात हमारी

आदमी होना है अगर जुर्म तो कुबूल
और क्या होनी है तहक़ीक़ात हमारी

बस्ती है ये प्यार की,आबोहवा बेहतर
पूछी न जाए मज़हब ओ जात हमारी

एक रोज़ तो सुनें, दिल की ख्वाहिशें 
एक बार तो पढ़िए दरख़्वास्त हमारी

©Lalit Saxena शायरी दिल से

Parasram Arora

जिंदगी से गुफ़्तगू

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Unsplash जिंदगी को अपना समझ 
कर मैंने उससे गुफफ़्तगू  
करली और बहूत
सारे अपने राज़ भी
उससे  साझा कर लिए
 
अब पछता रहा हूँ कि
 कही वो मेरे राज़ 
सबकेसामने उगल न दे  
काश जिंदगी मेरी  बहरी होती

©Parasram Arora जिंदगी से गुफ़्तगू
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