Find the Best महँगाई Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Aniket Sen
अब से कुछ दिनों में उसकी सगाई हो जाएगी, पहले हल्दी, महंदी, फिर शादी और विदाई हो जाएगी। जिस अंजानी को मैंने कभी अपना माना था, वह मेरे लिए अब कोई पराई हो जाएगी। सस्ता होने वाला है अब शहर हमारा, वस जिस भी शहर जाएगी, वहाँ महँगाई हो जाएगी। एक ज़माने से कैद था मैं उसके दिल में, उसके दिल से भी अब इस कैदी की रिहाई हो जाएगी। अतीत को साथ लेकर चलना होगा मुझे, अब उसकी यादें ही मेरी परछाई हो जाएगी। अब नहीं मिलूँगा मैं उस से कभी, वह सामने आई, तो हमारी लड़ाई हो जाएगी। अब शायद बंद मेरी यह लिखाई हो जाएगी 💔 #सगाई #विदाई #परछाई #महँगाई #पराई #bestyqhindiquotes #yqdidi #ifyoulikeitthenletmeknow
Asha Giri
ये किसान भी बडे़ अजीब होते है। फसल के ना होने पर भी नाराज़ होते है, और फसल के भरपूर होने भी नाराज़।। नासिक के किसानों ने टमाटर की उत्पन्नता अधिक होने पर उन्हे सड़कों पर फेंक दिया,खड्डों में डाल दिया। उन्हे काफी कम इसकी कीमत मिल रही थी। पर किसी साफ जगह पर रख देते तो को भी उठा ले जाता। हम मुंबईकरों को तो फ्री में कुछ मिलता नहीं। फसल के अधिक होने पर मुंबई वालों पर कृपा बरसा देना देश के किसानों। फ्री नहीं तो कम दामों में ही सहीं।। #महँगाई #किसान
REETA LAKRA
मँहगाई आई ई ई ई ई, छाई ई ई ई ई, महंगाई ई ई ई तीखे बाण चलाई, सबका सुख चैन उड़ाई, नमकीन पसीना बहाओ करो कमाई, जो चाहो निपटाना महँगाई , करो न आपसी लड़ाई, आती रहती है रुलाई, करो अब इसकी पिटाई, कितनी है हरजाई, देखो तो रुखाई, क्यों न तुमने इसकी ईंट से ईंट बजाई ? सदा ही करती खिंचाई, पढ़ाई से कराती जुदाई, अब तो कराओ इसकी विदाई ! यह है महँगाई , बढ़ रही सिर्फ़ इसी की लंबाई- चौड़ाई- ऊँचाई और गहराई, कोई बचा न बचा सकी इससे किसी की पंडिताई, नहीं यह जोड़ी राम मिलाई, पर देखो न कैसे इसने निभाई .. करने में इसकी भलाई , गिनाने में इसकी अच्छाई, कभी न करता कोई ढिलाई, खाने वाला मलाई आई रे आई रे आई महँगाई , छाई रे छाई रे छाई महँगाई , हूँ तो छत्तीसगढ़िया पर नहीं देखा भिलाई, अंबिकापुरिया बेटी हूँ मैं बहिन अउर भाई। ११७/३६५@२०२१ महंगाई का रोना, रोना ही पड़ता है चाहे व्यक्ति किसी भी वर्ग का क्यों न हो। सबको बढ़ना है पदोन्नति, वेतन - तो महंगाई क्यों पीछे रहे ? #महँगाई original yreeta-lakra-9mba
Vidhi
पापा जी हमेशा की तरह बरामदे में बैठे थे। बगल में रेडियो रखा था। तभी बाहर से बाइक स्टार्ट होने की आवाज़ आयी। "बस! यही हैं आजकल के लड़के! घर में एक कदम टिकता नहीं, मुँह उठाये और चल दिये। घर है कि धर्मशाला!" पापा गरजते हुए बोले। मम्मी वहीं बैठीं अचार बनाने की तैयारियों में जुटीं थीं। कुछ ना बोलीं। "ना पढ़ना है ना लिखना है। और ना ही हमारी कोई बात सुनना है। अरे हमारा भी जमाना था। लेकिन मजाल है जो बाबूजी के आगे इस तरह..." मम्मी अभी भी चुप थीं। पापा बोलते रहे। "सारा कसूर तुम्हारा है। तुम ही बिगाड़ी हो, मुन्ना मुन्ना करके। जब देखो तब उसको बाहर भेज देती हो। पेट्रोल तो तुम्हारा बाप भरेगा ना..?" अपने बाबूजी का नाम सुनकर मम्मी तमतमा गयीं। "ई बात अपनी सरकार से पूछो, हमरे बाबूजी का नाम ना ल्यो। पैट्रोल, सलिंडर का दाम तो उही बढ़ाये हैं ना जेको तुम रात दिन भजे हो। और बंद करो ई गाजा-बाजा। बहुत हुई मन की बात।" #गोरखपुर_से #मन_की_बात #महँगाई #YQbaba #YQdidi
priya
लोगों की जिंदगी हो रही बेहाल है हर हाल जीना दुष्वार हैं ऐसे में कुछ लोगों के लिये मेरे शब्दों का प्रहार हैं इतना कोई कैसे बना निर्दयी और हैवान हैं लोगों को लुट रहे राशन वाले जैसे कर रहे महान काम हैं कैसे न तुम्हें लगता कि ये कर रहे महापाप हैं किसको पता अब की कितनी जिंदगी अब और हैं ऐसे में तुम क्यों कर रहे ऐसा घिनोना जो काम हैं क्या तुम्हें लगता है कि तुम कर रहे उससे होगा सबका कल्याण है? कहते हो जब तुम बड़ी बड़ी बातें की देश की सेवा के लिए हम हरहाल तैयार हैं फिर आज कैसे तुम्हारे इन शब्दों का दिखा ऐसा परिणाम है आज कैसे तुम इतना गिर गये हो सारी इंसानियत को ही भूल गये हो अब जानवरों के बराबर भी तुम कहाँ रह गये हो सरकार अपनी आज मुझे अपँग ,अपाहिच लग रही हैं लूट के दौर में वो साथ के साथ दिखावा अंधेपन का कर रही हैं भाषणों की गड़गड़ाहट से मुँह कैसे फेर गये है ऐसी हालत में खतरे की घण्टी जब बजी देश में हाथ सबने ऊपर कर दिये है कैसे जहाँ देखो बस लूटमारी दिख रही आमजनता शोषण का शिकार कैसे बन रही आज बेरोजगार गरीब इंसान महँगाई में पीस रहा उसका जीवन दो रोटी को तरस रहा कैसे कोई अपनों का इलाज कराये नेता लोग भूखे मर रहे रुपयों के भंडार के लिये उनका काला बाजारी कैसे मन्द हो जाये ये चिंता बस उन्हें सताये भृष्ट आचरण लोगों में पनप रहा हर इंसान आज बदल रहा इंसानो को आज इंसान फिर से लूट रहा जिंदगी तो कुछ पल की कब पलट जाये ये भी वो बस भूल रहा ©lavnya94 #भृष्टआचार#कोरोना#महामारी#बेईमानी#गरीब#परेशानी#जिंदगी#निर्दयी#भुखमरी#महँगाई
Deepak Dilwala
कोरोना की मार से तंग है..., नही चल रहा काम... पैदल चलना उचित लग रहा.... क्योकि बढ़ गए पेट्रोल के दाम... जोगीरा...सा रा रा रा ....🙄 ©deepak Dilwala #mentalHealth #महँगाई #ग़रीब #2020 #समस्या
snowy_secret71
महँगाई कैसे कह दूँ कि महँगाई बहुत है, शहर के कई चौराहों पर आज भी दुआएँ एक रूपये में मिलती है। #महँगाई #life #daily #reality #shahar #city #turn #followme #support #nojotohindi #nojotoofficial #like #comment #follow on #instagram #tiktok