Find the Best जज़्बात_दिल_के Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Nitu Singh जज़्बातदिलके
Andy Mann
वेद ,कुरान,गीता,बाईबल पढ़ना आसान है पर वेदना पढ़ना बेहद मुश्किल है ©Andy Mann #जज़्बात_दिल_के
Nitu Singh जज़्बातदिलके
हां तुमसे मोहब्बत है ये कहने की ज़रूरत है क्या ?? हां तेरी फ़िक्र होती है हां तेरी फ़िक्र होती है ये जताने की ज़रूरत है क्या ?? हां तेरे बिन रह नहीं पाते हैं हां तेरे बिन रह नहीं पाते हैं ये बताने की ज़रूरत है क्या ?? हां तुमसे ही मेरी जिंदगी है हां तुमसे ही मेरी जिंदगी है ये समझाने की ज़रूरत है क्या ?? ©Nitu Singh जज़्बातदिलके हां तुमसे मोहब्बत है हां तुमसे मोहब्बत है ये कहने की ज़रूरत है क्या ?? हां तेरी फ़िक्र होती है हां तेरी फ़िक्र होती है ये जताने की ज़रूरत है क्या ??
Nitu Singh जज़्बातदिलके
क्या एहसास कभी छुप सकते हैं? क्या जज़्बात कभी रुक सकते हैं दिल में छुपी हर बात कैसे किसी से छुप सकते हैं ये तो एक ऐसा सागर है जिसमें हम सिर्फ डूब सकते हैं इश्क़ के आग के भंवर में सिर्फ़ जल सकते हैं पर इस आग के जलने में भी ना सोचा कि हम कभी बच सकते थे ©Nitu Singh जज़्बातदिलके क्या एहसास कभी छुप सकते हैं? क्या जज़्बात कभी रुक सकते हैं दिल में छुपी हर बात कैसे किसी से छुप सकते हैं ये तो एक ऐसा सागर है जिसमें हम सिर्फ डूब सकते हैं इश्क़ के आग के भंवर में सिर्फ़ जल सकते हैं
Nitu Singh जज़्बातदिलके
इश्क़ की खुशबू धीरे धीरे खोने लगी है तुमसे तुम्हारी ज़िक्र अब कुछ कम होने लगी है तुम रखो सबसे वास्ता मुझे मेरी आदत अब खुद से होने लगी है ©Nitu Singh जज़्बातदिलके इश्क़ की खुशबू धीरे धीरे खोने लगी है तुमसे तुम्हारी ज़िक्र अब कुछ कम होने लगी है तुम रखो सबसे वास्ता मुझे मेरी आदत अब खुद से होने लगी है
Nitu Singh जज़्बातदिलके
कुछ अलग था उसमें जो सबको दिखा नहीं कुछ तो खास था उसमें जो ज़ुबां से कहा नहीं होती है रोज़ गुफ्तगू उनसे पर लफ्ज़ों से ज़ाहिर हुआ नहीं ©Nitu Singh जज़्बातदिलके कुछ अलग था उसमें जो सबको दिखा नहीं कुछ तो खास था उसमें वो ज़ुबां से कहा नहीं होती है रोज़ गुफ्तगू उनसे पर लफ्ज़ों से ज़ाहिर हुआ नहीं ©️Nitu Singh जज़्बातदिलके
Nitu Singh जज़्बातदिलके
रात का सामना करना है आज फिर चांद से बातें करनी है हजारों ख्वाहिशें जो देखी है उसको फिर से पूरी करनी है हर मुमकिन कोशिश ज़ारी है फिर राहों में काटें मिलने बाकी है हौंसला अपना नहीं तोड़नी है ख्वाबों से हकीकत में पूरी करनी है ©Nitu Singh जज़्बातदिलके #WoRaat रात का सामना करना है आज फिर चांद से बातें करनी है हजारों ख्वाहिशें जो देखी है उसको फिर से पूरी करनी है हर मुमकिन कोशिश ज़ारी है फिर राहों में काटें मिलने बाकी है हौंसला अपना नहीं तोड़नी है
Nitu Singh जज़्बातदिलके
#मसरुफ़ियत मसरूफ़ियत में आदमी इतना मशगू़ल हो जाता है कितने दिन वो ख़ुद से नहीं मिल पाता है भागता रहता है सुबह से शाम कभी न खत्म होती दौड़ में जो पास है ख़ुद के उसको भी खो जाता है आलम यह हो जाता है भूख बढ़ जाती है दुनिया की दौलत की अपनी रूह को मारता जाता है जवानी में जिस पैसे को मेहनत से बटोरा था बुढापे में अपनी बीमारी पर लुटाता है काम फिर भी कुछ नहीं आता है आख़िर में ईश्वर अल्लाह चिल्लाता है ज़िंदगी बीत जाती है तब समझ आता है जवानी में ही क्यों नहीं सजदे में सर झुकाता है ©Nitu Singh जज़्बातदिलके #मसरुफ़ियत मसरूफ़ियत में आदमी इतना मशगू़ल हो जाता है कितने दिन वो ख़ुद से नहीं मिल पाता है भागता रहता है सुबह से शाम कभी न खत्म होती दौड़ में
Nitu Singh जज़्बातदिलके
किसी शायरी की तरह हर अल्फाज़ को समझने की ज़रूरत है जज्बातों को कहने के लिए हर लफ्ज़ों को समझने की ज़रूरत है ©Nitu Singh जज़्बातदिलके किसी शायरी की तरह हर अल्फाज़ को समझने की ज़रूरत है जज्बातों को कहने के लिए हर लफ्ज़ों को समझने की ज़रूरत है ©️ Nitu Singh जज़्बातदिलके
पथिक..
मायने क्या होते है जज्बातों के जज़्बात तो सीधे दिल से निकलते है, ये वो ख्वाहिश है, जिसे रब भी तसल्ली से सुनते है ©पथिक.. #जज़्बात_दिल_के