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Aliem U. Khan
यूं तो #अंजुम भी हैं, जुगनू भी और चराग़ भी हैं, तू नहीं है तो हर इक शय लगी बेनूर मुझे। ~ अलीम #yqaliem #anjum #jugnu #charagh #tu अंजुम - stars
Wallflower Wallflower
जैसे चांद और अंजुम का राब्ता रूहे इश्क हमारा है रिश्ता प्यारा दूर से सही पास दिल है मगर खामोश दिल की हर लहर लाती है सुकून हर पहर मुस्कुराता ये दिल मेरा तेरे साथ है हर बात में शायद ये वादा है अंजुम का चांद के जज़्बात में _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "अंजुम" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
💞Seema Yadav💞
ये अंजुम कहीं तुम छुप जाओ मेरे चाँद को भीड़ पसंद नहीं _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "अंजुम" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
Prerit Modi सफ़र
शे'र- अंजुम कहकशाँ में बहुत हैं पर तेरे जैसा कहाँ सनम बेवफ़ा तो बहुत हैं पर तेरे जैसा कहाँ _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "अंजुम" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
Nadeem Ansari
ग़ुंचा ओ गुल माह ओ #अंजुम सब के सब बेकार थे आप क्या आए, कि फिर मौसम सुहाना आ गया
TabishAhmad 'تابش '
अकसर अंजुम फ़लक से टूटते हुए जमीं को आते देखा, हाय आज जमीं से एक अंजुम फ़लक को परवाज किया! अकसर अंजुम फ़लक से टूटते हुए जमीं को आते देखा, हाय आज जमीं से एक अंजुम फ़लक को परवाज किया। #शायरी #ग़म #प्यार
kavi Hemant Lohiya
adhura naam (hafeez)
इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से फ़ाएदा क्या नज़र बचाने से जब क़फ़स में चराग़ जलते हैं लौ निकलती है आशियाने से तर्क-ए-उम्मीद इक बहाना था कर चुके ये भी सौ बहाने से होशियार ऐ निगाह-ए-वक़्त-नवाज़ रुख़ बदलते हुए ज़माने से हासिल-ए-ज़िक्र हो तुम्ही लेकिन इब्तिदा है मिरे फ़साने से जागना था हमें ब-कार-ए-हयात सोए हैं मौत के बहाने से ज़िक्र-ए-महबूब फ़र्ज़ था 'अंजुम' कह लिए शे'र इस बहाने से अंजुम फ़ौक़ी बदायूनी adhura naam