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Anita Saini

यूँ रूठे रूठे से हुजूर न रहा करो सुनो, बात दिल की कहा करो! तुम्हारी चुप्पी भारी पड़ती है मेरे दिल पे कह के दिल हल्का करो! बोलो ना! चाहे मुझ पे गुस्सा करो लड़कर ही सही ख़त्म मसला करो।

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यूँ रूठे रूठे से हुजूर न रहा करो
सुनो, बात दिल की  कहा करो!

तुम्हारी चुप्पी भारी पड़ती है मेरे
दिल पे कह के दिल हल्का करो!

बोलो ना!  चाहे मुझ पे गुस्सा करो
लड़कर ही सही ख़त्म मसला करो।

देखो ना! ग़ुलाबी ठंड दस्तक दे रही
ऐसे मुँह न फेरो जानम समझा करो!

चलो छोड़ो भी ये नाराज़गी मेरी जाँ
सर्द सुहानी साँझ में यूँ न जला करो! यूँ रूठे रूठे से हुजूर न रहा करो
सुनो, बात दिल की  कहा करो!

तुम्हारी चुप्पी भारी पड़ती है मेरे
दिल पे कह के दिल हल्का करो!

बोलो ना!  चाहे मुझ पे गुस्सा करो
लड़कर ही सही ख़त्म मसला करो।

Divyanshu Pathak

🌹 मुझको पता नहीं यह कैसा सुरूर है? ख़फ़ा हम हैं या रूठे रूठे से हुजूर हैं। तन्हाई में तलाशने लगे हैं ठौर कोई। लगता है हमने कुछ खोया ज़ुरूर है। शिकायत करने लगे अपने आप से।

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मुझको पता नहीं यह कैसा सुरूर है?
ख़फ़ा हम हैं या रूठे रूठे से हुजूर हैं।

तन्हाई में तलाशने लगे हैं ठौर कोई।
लगता है हमने कुछ खोया ज़ुरूर  है।

शिकायत करने लगे अपने आप से।
आगे बढ़ जाओ वह थोड़ा ही दूर है।

इश्क़ और जंग में सब जायज़ हुआ।
लेकिन ये न हो कि मोहब्ब्त फ़ितूर है।

रूह का लिबास जैसे ज़िस्म होता है।
लिबाज़ भी तो 'पंछी' ऐसा दस्तूर है। 🌹
मुझको पता नहीं यह कैसा सुरूर है?
ख़फ़ा हम हैं या रूठे रूठे से हुजूर हैं।

तन्हाई में तलाशने लगे हैं ठौर कोई।
लगता है हमने कुछ खोया ज़ुरूर  है।

शिकायत करने लगे अपने आप से।

Tarot Card Reader Neha Mathur

♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1071 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।

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किस ख़ता पे रूठे रूठे हुज़ूर मेरे हैं
तल्ख़ियों के हमने बस तीर उनके झेले हैं

दर्द हिज़्र का जैसे दश्त तप रहा मुझमें
रंज के सराबों में अक्स उनके देखे हैं

दर-ब-दर भटकते हम नाम उनका बस लेकर
ख़ुश्क़ पत्थराए एहसास के ही ढेले हैं

मुब्तला मुहब्बत बैठी है सोच में अक्सर
सहने को न जाने कितने बचे झमेले हैं

अश्क़ बह रहे आँखों से,तू क्या करेगी 'नेहा'
खेल ये जुदाई के क़िस्मत ने ही खेलें है। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1071 #collabwithकोराकाग़ज़

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊

♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।

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