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रिंकी✍️
उसके बालो से खुसबू आती थी जब हवा बहकर उसके बालो से निकलने वाले सुंगन्ध को मेरी और खिंचती थी और मैं आंखे बंद करके उसे महसूस करता था । सच बताऊ तो पल भर के लिये किसी अलग दुनिया मे ही पहुँच जाता था जैसे कलियों के बगीचों में आह कितनी सुंगंधित ! कई बार उसकी जुल्फें हवा के झोको के साथ उसके चेहरों को ढक लेती थी और फिर उसका चिढ़ जाना । वो परेशान भी होती थी तो कितनी खूबसूरत लगती थी । वो बार बार बालो को समेट कर जुड़ा बनाती और उसके केशो को उसको फिर से छेड़ना । रह रह कर खुल जाते थे और वो फिर चिढ़ जाया करती बिल्कुल मासूम बच्चे की तरह । वो हमेसा मुस्कुराती रहती थी बिना किसी बजह के। र उसके चेहरे की रौनक थी उसके चेहरे की मुस्कुराट जो दूसरों के चेहरे पर एक मीठी मुस्कान ला देती थी वो आज भी मुस्कुरा रही थी आज भी वो वही नीली साड़ी पहनी थी उसने , जब वो मुझसे पहली बार मिली थी । उसी ढावे में उसने जाने की जिद्द भी की जहाँ पहली बार उसके साथ बैठकर चाय पी थी । और मैं उसकी जिद्द के सामने हार गया हमेशा की तरह। उस दिन कुछ बोला नही उसने बस मुझे देखती रही ये नही पता था मुझे की ये शाम और ये चाय की कप उसके साथ आखरी होगी .......। उसके बालो से खुसबू आती थी जब हवा बहकर उसके बालो से निकलने वाले सुंगन्ध को मेरी और खिंचती थी और मैं आंखे बंद करके उसे महसूस करता था । सच बताऊ तो पल भर के लिये किसी अलग दुनिया मे ही पहुँच जाता था जैसे कलियों के बगीचों में आह कितनी सुंगंधित ! कई बार उसकी जुल्फें हवा के झोको के साथ उसके चेहरों को ढक लेती थी और फिर उसका चिढ़ जाना । वो परेशान भी होती थी तो कितनी खूबसूरत लगती थी । वो बार बार बालो को समेट कर जुड़ा बनाती और उसके केशो का उसको फिर से छेड़ना । रह रह कर खुल जाते थे और वो फिर झुंझला उठती
Trivedi Abhishek
हमेशा की तरह शाम की चाय तो दोनो पी रहे थे पर अलग अलग... कभी कभी आंखों से चोरी से मुलाकात तो होती पर डर के साथ... पर फ़िर भी दिल खुश रहता था उस चेहरे को देखकर पर जब से लाकडाउन हुआ तब से मुलाकात तो क्या आंख एक झलक को बेताब है बस दिल यही सोचता है कि अब कब मिलेंगे हम भी चाय के बहाने से... B positive 👇👇👇 ☕☕☕ हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #YourQuoteAndMine #love #life #tealover Collaborating with YourQuote Didi
Anaya Agarwal
.....क्योंकि चीनी चायपत्ती सारी ख़तम हैं जाओ लेकर आओ अगर इतना दम है😅🤣🙄😜 हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi
ताजदार
अनुशीर्षक में पढ़ें 🙏 हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #YourQuoteAndMine #collab #bestyqhindiquotes #yqbesthindiquotes #yqhindi #aprichit Collaborating with YourQuote Didi
Ashish Mishra
वो कैंटीन मे बैठकर आखिरी चाय की चुस्कियां बहुत याद आती हैं। वो लड़ झगड़ कर एक दूसरे की खिचाई करना बहुत याद आता है। वो चाचा के मना करने पर उन्हें चाय के लिए मनाना बहुत याद आता है।वो चाय की चुस्कियों के साथ करी हुई हँसी ठिठोली बहुत याद आती है।वो कैंटीन मे बैठकर आखिरी चाय की चुस्कियां बहुत याद आती हैं। हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi
kavi manish mann
आखिरी चाय कृपया कैप्शन में ज़रूर पढ़ें। 🙏😊😊 होली के महज़ चंद दिन बाकी थे। यूपी बोर्ड की परीक्षाएंँ भी हो चुकी थी। इसलिए स्वतंत्र हो चुका था। अब मेरा प्लान था कि होली करने गांव चलते हैं और कुछ समय वही बिताते हैं। मेरे रूम के जस्ट सामने वाले रूम में मेरी एक दोस्त रहती थी। इस अनजान शहर में एक वही तो थी जो मेरा ख़्याल रखती थी। हम दोनों एक ही शहर से थे। मैं भरवारी से था वो प्रयागराज से। तैयारियां शुरू हो गईं। सभी जरूरी सामान इकट्ठा कर बैग में एकत्रित कर लिया। शाम को बस पकड़ कर हम दिनों प्रयागराज आ गए। वो बोली राज आज मेरे यहां ठहर जाओ। कल
Meenakshi Sethi
वो मेरी जिंदगी की सबसे खूबसूरत शाम थी। मुझे लगा अब सब कुछ बदलने वाला है। उस शाम तुम्हारे साथ चाय पीते हुए अहसास ही नहीं हुआ कि तुम ही बदल जाओगे। और वो शाम तारीखों में हमारी आखिरी शाम बन जाएगी। आज भी उस शाम को याद कर समझ नहीं पाती कि मुस्कुराना है या आँखों में उमड़ते आँसुओं को रोक कर आगे बढ़ जाना है। फिर उठकर मैं दो कप चाय बना लेती हूँ और सोचती हूँ क्या बदला है, कुछ भी तो नहीं। चाय तो आज भी दो कप ही है, पीने वाला दूर ही सही कहीं तो होगा... हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi #365days365quotes #writingresolution #day139
Kasim Crestfallen
जलते जलते थक गया सूरज और ढल गया, एक और दिन अपने मुठ्ठी से छूट कर निकल गया। #love #motivation #sunset #life #collabwithme #आख़िरीचाय #अनहोनी #yqdidi
Ranjan Kashyap
-रंजन कश्यप 101. तो हम सुबह चलते जा रहे थे। उस दिन सुबह कुछ अच्छा सा लग रहा था क्योंकि सुल्तानगंज से देवघर तक पैदल जाने का वो तीसरा दिन था। सुबह चार बजे महादेव को याद कर चलना शुरू किया था। दो घंटे तक लगातार चलने के बाद एक चाय की दुकान खुली हुई थी वहाँ मेरे साथ के लोगों ने चाय पीना शुरू कर दिया। वो लोग इस बेहतरीन चाय की बहुत तारीफें किये जा रहे थे लेकिन फिर भी मैं उससे आकर्षित नहीं हो पाया क्योंकि बचपन से ही हमें चाय नहीं पसंद थी। फिर मेरे एक चाचा जी ने जबरदस्ती मुझे चाय पिलाई ये कहकर की पी लो शायद फिर ये चा
Atul waghade
मिली थी इस कदर मुझे जानने आईं थी पहली मुलाकात थी दोनो कि मैंने कहॉं मैं ज्यादा नहीं कमाता हूं बस तुम्हे खुश रख सकता हू इतना कमता हूं उसने भी मुझे कहॉं मुझे भी कॅफे में कॉफी पिने से अच्छा तुमारे साथ टपरी में चाय पिना अच्छा लगेगा..! हर घटना से कहानी झाँकती है। शर्त है आप भी उसकी ताक में रहें। #yostowrimo में आज की कहानी - आख़िरी बार जब आप अपने प्रिय से मिले और आपने एक साथ चाय पी। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। लेकिन उन ख़ूबसूरत पलों की याद बनी हुई है। अब जब लॉकडाउन ख़त्म होने की उम्मीद है। प्यार, निराशा और आशा के भावों से गुंधी एक कहानी लिखें। #आख़िरीचाय #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi