Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best वहांकौनहै Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best वहांकौनहै Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 1 Followers
  • 4 Stories
    PopularLatestVideo

निम्मी की कलम से

भाग 5
"सच दीदी,वो मनप्रीत ही है।उसने मेरी गाड़ी को रोका, मैंने और मां ने एक साथ उसको देखा,मां ने डर से आंखें बन्द कर ली पर मैं उसको सुनता रहा।वो कह रही थी कि मेघा जिंदा है,उसके मरने के बाद कोई लेकर भाग गया मेरी बच्ची को।"
"तूं की बकवास कर रहा लल्ला!ऐसा केसे हो सकता है!!मेघा जिंदा है तो हमने उसको ढूंढा क्यों नहीं? तूने भी नहीं ढूंढा उसको!10 साल बाद अब किधर ढूंढेगा?"
"अरे दीदी शांत हो जाओ।कल सोचेंगे इस बारे में।अभी मुझे ये बताओ कि ये भाभी को इस उम्र में क्या सूझी बच्चे की?पलक और पारखी शादी के लायक हो चुकी हैं। वे लोग साथ आई तक नहीं अपने भाई को देखने दिल्ली से।उन्हें शर्म आ रही।"
"देख लल्ला शर्म जेसी कोई बात नहीं है पर वे लोग दिल्ली में पढ़कर ज्यादा ही मॉडर्न हो गई हैं। हां भाभी की उम्र तो नहीं थी पर मां ने जीना दूभर कर रखा था उनका पोते के लिए। तूं भी तो मनप्रीत के गुजरने के बाद दूसरी शादी के लिए नहीं माना।तूं मान जाता तो भाभी को तो इतना न झेलना पड़ता।"
"दीदी आप भी ना।ना तो मैं अपनी मनप्रीत को भुला हूं ना उस नन्ही सी जान को। मां को दिक्कत केवल पोती से नहीं बहू से भी थी,क्योंकि वो दूसरी बिरादरी से थी।दिल्ली की हाई फाई पंजाबी लड़की को वो पूरी तरह गांव की घूंघट वाली बहू में तब्दील करना चाहती थी तो ये कैसे होता!"
"मैं तेरा दुख समझती हूं लल्ला,पर तुझे जीवन में आगे बढ़ना होगा न।मेरी एक ममेरी ननद है,बहुत प्यारी है,अच्छी रहेगी तेरे लिए।"
"बस करो दीदी।बहुत थक गया हूं।अब सो जाऊं।आप भी सो जाओ।"

©निम्मी #वहांकौनहै

निम्मी की कलम से

वहां कौन है
भाग 4

मैं अब सीधे बड़ी दीदी के कमरे में जाकर उनकी गोद में सर रखकर लेट गया।
"दीदी क्या मैं आज आपके कमरे में सो सकता हूं?कितने साल बाद मिल रहा हूं आपसे।बहुत सारी बातें करनी है आज।"
"चल नन्हे जियादा इमोशनल न कर।और पूछने की कि जरूरत,यहीं आराम कर।वैसे एक बात तो है तूं 40 का हो गया पर डरपोक आज भी बचपन जैसा ही है।मम्मी झूठ बोल रही सै लल्ला, कोई आवाज नी आती मनप्रीत के कमरे से। तूं डर ना।"बड़ी दीदी ने मजाकिया अंदाज में कहा तो मैं भी मुस्कुराकर बोला,"दीदी वैसे आप भी बिल्कुल नहीं बदली हो,भले एक बच्चे की नानी भी बन गई हो फिर भी कोई भी सिचुएशन हो मजाक करना नहीं भूलती।"
"ए सब छोड़ लल्ला,ये बता मम्मी को हुआ के है,कोई दौरा पड़ा के?या कोई भूत देख ली?मैं बोली थी ना दिल्ली मेरठ हाईवे पर एक भूतनी घूमती रहती है,मत आना रात के वक्त।फिर भी तूं चल दिया मम्मी को लेकर!"
"दीदी आपको पता है वो भूतनी और कोई नहीं अपनी मनप्रीत है?"मेरे इतना कहते दीदी लगी खिलखिलाकर हंसने,"नन्हे,पागल ना बन,अपनी मनप्रीत बहुत अच्छी थी,वो भूत नहीं बन सकती कभी।"

©निम्मी #horrorstories 
#वहांकौनहै भाग 4

निम्मी की कलम से

भाग 3
मैं पूरे 10 साल बाद घर आया था।मेरे घर में कई कमरे थे,मुझे समझ नहीं आ रहा था कि रुकना किस कमरे में है।बड़ी दीदी ही बता सकती थीं पर उन्हें आवाज दिए बिना ही बरबस अपने कमरे की ओर बढ़ गया।नहीं वो सिर्फ मेरा नहीं मनप्रीत का भी तो कमरा था।दरवाजा खोलने वाला ही था कि मां ने अचानक आकर मेरे हाथ झटक दिए।
"लल्ला ये क्या कर रहा है!मनप्रीत की मौत के बाद से ही इस कमरे में कोई नहीं जाता। अजीब अजीब आवाजें आती हैं इस कमरे से।वो पंजाबन जिंदा में क्या कम तंग करती थी जो मर कर भी चैन से रहने नहीं दे रही हम लोगों को! हाईवे पर भी....!!चल लल्ला मेरे कमरे में ही सो जा आज।कल सुबह पारस आ जाएगा तो फिर उसके साथ ही रहना।"
"अरे मां बस भी करो।मनप्रीत मर चुकी है वो भी तुम्हारी बेवकूफियों की वजह से,तुम्हारी दकियानूसी सोच की वजह से।पोते की चाह में भाभी को इस उम्र में.....चलो जाओ जाकर देख लो पोते का मुंह,संभालो अब सबकुछ।"मैं गुस्से में मां पर बिफर पड़ा।
आगे जारी.....

©निम्मी #वहांकौनहै
#हॉररकहानी 
भाग 3

निम्मी की कलम से

भाग 2
वो सामने खड़ी कभी मुस्कुरा रही थी,तो कभी रो रही थी। मैं अंदर ही अंदर सिहर रहा था,कुछ बोलना और पूछना चाह रहा था पर एक शब्द जुबां से निकल न पाया।भयभीत होकर भी एकटक उसको ही देखे जा रहा था अपनी आंखों में तमाम सवाल लिए।
"तुसी आ गए हरीश! मैं तेरा ही इंतजार कर रही थी।मुझसे डरने  की जरूरत नहीं है।आज के बाद मैं इन सड़कों पर नजर नहीं आऊंगी।मुझे तुमसे कुछ कहना है हरीश।हमारी  बच्ची मेरे साथ मरी नहीं थी, उसको कोई उठाकर ले गया था मेरे मरने के बाद।तुम उसको ढूंढकर अपने पास ले आना,तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।"
और इतना कहते वो गायब हो गई। मैं कुछ सोचने समझने की स्थिति में नहीं था,बस बहुत तेजी से गाड़ी आगे भगाई और उस सूनसान सड़क को पार कर शीघ्र अपने घर पहुंचा मां को लेकर।
मां बहुत ज्यादा डरी हुई थी।अपने नवजात पोते को देखने के बजाए सीधे अपने कमरे में चली गईं। बड़ी दीदी ससुराल से यहां आई हुई थीं,मैने उनको मां के पास भेज दिया और खुद  भाभी के कमरे में जा पहुंचा नए मेहमान को देखने।
"छोटे भैय्या क्या हुआ अम्मा जी को?इतना क्यों घबराई हुई हैं वो?उनकी तबीयत तो ठीक है ना?इतना खुश थीं लल्ला के जन्म का सुनकर,फिर क्या हुआ?" भाभी ने सवालों की ढेर लगा दी।
"कल सब बताऊंगा भाभी।अभी आप अपना और लल्ला का ध्यान रखें।"
क्रमशः........

©निम्मी #वहांकौनहै
भाग 2


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile