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wild flower
White All the insecure maybes made her forget she was already more than enough... ©wild flower #moon_day #Pain #selflove #insecurities
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read morePoetrywithakanksha9
White . #बेटियाँ बेटियाँ चावल उछाल बिना पलटे, महावर लगे कदमों से विदा हो जाती हैं । छोड़ जाती है बुक शेल्फ में, कवर पर अपना नाम लिखी किताबें । दीवार पर टंगी खूबसूरत आइल पेंटिंग के एक कोने पर लिखा अपना नाम । खामोशी से नर्म एहसासों की निशानियां, छोड़ जाती है ...... बेटियाँ विदा हो जाती हैं । रसोई में नए फैशन की क्राकरी खरीद, अपने पसंद की सलीके से बैठक सजा, अलमारियों में आउट डेटेड ड्रेस छोड़, तमाम नयी खरीदादारी सूटकेस में ले, मन आँगन की तुलसी में दबा जाती हैं ... बेटियाँ विदा हो जाती हैं। सूने सूने कमरों में उनका स्पर्श, पूजा घर की रंगोली में उंगलियों की महक, बिरहन दीवारों पर बचपन की निशानियाँ, घर आँगन पनीली आँखों में भर, महावर लगे पैरों से दहलीज़ लांघ जाती है... बेटियाँ चावल उछाल विदा हो जाती हैं । एल्बम में अपनी मुस्कुराती तस्वीरें , कुछ धूल लगे मैडल और कप , आँगन में गेंदे की क्यारियाँ उसकी निशानी, गुड़ियों को पहनाकर एक साड़ी पुरानी, उदास खिलौने आले में औंधे मुँह लुढ़के, घर भर में वीरानी घोल जाती हैं .... बेटियाँ चावल उछाल विदा हो जाती हैं। टी वी पर शादी की सी डी देखते देखते, पापा हट जाते जब जब विदाई आती है। सारा बचपन अपने तकिये के अंदर दबा, जिम्मेदारी की चुनर ओढ़ चली जाती हैं । बेटियाँ चावल उछाल बिना पलटे विदा हो जाती हैं । (#बेटियों_को_समर्पित) ©Poetrywithakanksha9 #moon_day poetry lovers hindi poetry on life poetry deep poetry in urdu poetry quotes
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read moreNayak Dinesh
White આકાશ ******** મારી અગાસીનું આકાશ અનંત છે, નજરની પહોંચ બહાર છે. શિયાળે શીતળતા વરસાવતું, ઉનાળે ઘણી ઉષ્ણતા.. પણ શીઘ્રસ્નાતા જેવું ચોમાસે રમણીય... લાગે પોતીકું પોતીકું.. ઋતુઓથી રિસાય તો દશે દિશાએ સાવ કોરા કાગળ જેવું ... આંખોથી પીધા કરું એની રમણીયતા મને ગમે છે નિત્ય નૂતન અગાસીનું આકાશ... -દિનેશ નાયક "અક્ષર" ©Nayak Dinesh #moon_day
HUMANITY INSIDE
White जिस दिन तुम्हरा परम मित्र तुमसे अलविदा कहकर जाएगा उस दिन तुम अंदर से पूरी तरह टूट जाओगे और किसी से कुछ कह भी नहीं पाओगे.....!! ©HUMANITY INSIDE #moon_day
Biharibabu Abhinav*
White इसे देखकर मैं हमेशा.. असर में रहता था, एक पपीहा का बच्चा.. खोंफर में रहता था। गलीचे खिलते थे जब मदमस्त हवाओं में.. मानों शंख-सा हिलता सरोवर में रहता था। चिड़िया आती थी उतरकर.. नील गगन से उससे मिलने, किसी शौहर-सा, सालियों के बीच, कोहवर में रहता था। बेटियों की आती थी खत, उस कंगाल बाप को। पढ़ता..टूटता-सा वो, झोपड़ में रहता था। मानो सावन की पहली बूंद पड़ने के बाद...! अपने प्रीत के इंतजार में फूहड़ में रहता था। ___ Adv. Abhinav Anand Biharibabu ©Biharibabu Abhinav* #moon_day
एहसासों की दुनिया
White असफलताएं असफलताएं गिनवाना बड़ा ही आसान काम है और कई लोगों का बात करने का सबसे पसंदीदा मुद्दा भी है किसी के नंबर गिनवा दो किसी के प्रतिशत का हिसाब कर दो बस इतना ही और दूसरों को नीचा दिखाने का प्रयास सफल हो जाता है असफलताओं के चलते दिल तो टूट ही जाता है लेकिन आत्मविश्वास तब आखिरी सांस लेने लगता है जब कोई कहता है तुम तो कह रहे थे इस बार तुमने बड़ी मेहनत की है बहुत पढ़ा है इस बार तुमने फिर भी तुम्हारा सलेक्शन नहीं हो पाया भला ऐसा क्यों कहां गई तुम्हारी वो कड़ी मेहनत और कहां गई तुम्हारी वो सफलता जो इस बार तुम्हें मिलने वाली थी बातें बहुत छोटी सी है लेकिन कईयों की जिंदगी बदल देती है Suman कोठारी ©एहसासों की दुनिया #moon_day
Kamal Kant
White वो हो गया किसी और का हो जाने दो फूल कहाँ रहता है किसी एक का उसे मुस्कुराने दो ©Kamal Kant #moon_day #Shayari #Love #writer #alone #Broken शायरी दर्द
Swapnil Huddar
White कळत नाही काय करावे, तू अशी रुसल्यावर, जवळ कसे घेऊ तुला, तू जवळ नसल्यावर... येईल आसू नयनी जर, खुशाल येऊदे की, हसायचे असते पुढे तर रडून घ्यावे खचल्यावर... दिवस सरला बघ असा, तुझ्या अबोल्यात अख्खा, कधी जाईल रुसवा, रात्र अख्खी सरल्यावर?? मला ठाव आहे सखे, हसू आणायचे कुठून, खुलतो ना चेहरा तुझा, नभी चंद्र दिसल्यावर... असं तृप्त होऊन जावं तरी हट्ट शेवटी धरावास, "तू ही पहावं चंद्राला तिथे, मी पहात बसल्यावर..." आज मनसोक्त पाहून घे, पूर्ण चंद्राला तिथे तू "मला चंद्र हवा कशाला, तुझा फोटो असल्यावर..." स्वप्नील हुद्दार . ©Swapnil Huddar #moon_day
Ritu Nisha
White You weren't there but my heart was calmed As it knew you will be there Now you say you will be there And iam unable to convince my heart That you will be there I am getting tired of walking on the road alone, My legs pain want to settle down on the green grass I go there but still find myself restless The freshness do not heal I am getting tired of sitting alone My heart is becoming overwhelmed by loneliness Though I have done this before Though I have been enjoying this before Though I was living the same life before Though I am the same prudent person as before But now my heart just don't trust me It has become immensely conscious of your absence It has told my conscience that we parted Poison of this consciousness spreads throughout my body and soul All of my assertions and reasons gets trolled Now I am restless now it's painfull Everyone out there cannot heal I myself cannot heal Time do not pass so time do not heal I am hopelessly hopeful and restlessly wait As they say time heal. ©Ritu Nisha #moon_day
shivam chauhan
White लोग पूछते हैं-कैसे हो? ""तो सुनो"" अनजान हूं,जान पाओगे क्या? रूठा हुआ हूं,मना पाओगे क्या? बिखरा हुआ हूं,समेट पाओगे क्या? टूटा हुआ हूं,जोड़ पाओगे क्या? खामोश सा हूं,सुन पाओगे क्या? पागल सा हूं,साथ रख पाओगे क्या? चिड़चिड़ा सा हूं,झेल पाओगे क्या? सहमा हुआ हूं,सम्भाल पाओगे क्या? रुआसा सा हूं,हँसा पाओगे क्या? हारा सा हूं,जिता पाओगे क्या? नादान सा हूं,समझा पाओगे क्या ? ©shivam chauhan #moon_day