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heartlessrj1297
मन गहरा या नदी का जल उतर कर ढूंढ लूँ आज मैं इन लहरों में ......!!! खो न दूँ मैं कही फिर ये कल.......!!! ©heartlessrj1297 #mentalHealth #heartlessrj1297#nojototeam #TopicalHindiQuoteStatic #Top10Today #news#hindi #Quote Monu Kumar SIDDHARTH.SHENDE.sid Jagrati Nagle pramodini mohapatra Adhury Hayat Ravi vibhute
Parul Sharma
माँ आयी है बालिका रूप में मैं बिटिया कहूँ या माता पुकारूँ माता के इस दिव्य रूप के चरण छू ऊँ या गले से लगा लूँ ©Parul Sharma माँ आयी है बालिका रूप में मैं बिटिया कहूँ या माता पुकारूँ माता के इस दिव्य रूप के चरण छू ऊँ या गले से लगा लूँ पारुल शर्मा #नवरात्रि #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals
Parul Sharma
हर घरवार सजा है माँ का दरवार सजा है देवी माँ की भक्ति में सारा संसार डूबा है मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मेरी माँ सबसे मैया निराली मोहनी सूरत लगे प्यारी कैसे ना मैया की दीवानी हो जाऊँ,मैया के गुण गाऊं मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊ माथे पर है मुकुट कानन में झुमका नयना कजरारे लाली का रंग गहरा मैं तो बिदिया की चमक पे लुट जाऊं मैया के गुण गाऊँ, मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मैया के दर्शन को भीड़ उमड़ी है देख भक्तन की कहीं मेरी मैया को नजर ना लग जाये किसी की मेरी मैया को मैं तो मैया को काला टीका लगाऊँ, मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं भले ही माँ मारे बहुत सारे भयंकर असुर मुझे तो प्यारा है माँ का ममतामयी स्वरूप मैं तो माता के माँ रूप को ही गले लगाऊं मैया के गुण गाऊं, माँ पे बलिहारी जाऊँ माँ के गुण गाऊं ©Parul Sharma हर घरवार सजा है माँ का दरवार सजा है देवी माँ की भक्ति में सारा संसार डूबा है मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मेरी माँ सबसे मैया निराली मोहनी सूरत लगे प्यारी कैसे ना मैया की दीवानी हो जाऊँ,मैया के गुण गाऊं मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं माथे पर है मुकुट कानन में झुमका नयना कजरारे लाली का रंग गहरा
Parul Sharma
शायद तुम्हें अच्छा ना लगे गर सच का सामना होने पर झूठ के नकाब जब उतरेंगे तो आईना तोड़ दोगे क्या ©Parul Sharma शायद तुम्हें अच्छा ना लगे गर सच का सामना होने पर झूठ के नकाब जब उतरेंगे तो आईना तोड़ दोगे क्या पारुल शर्मा #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals #FindingOneself
Parul Sharma
निभानेवाले निभाते है साथ हर मुश्किल पर बहाने तो दग़ाबाजी के अचूक औजार रहे है ©Parul Sharma निभानेवाले निभाते है साथ हर मुश्किल पर बहाने तो दग़ाबाजी के अचूक औजार रहे है पारुल शर्मा #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals #Couple
Parul Sharma
औंधे पड़े है कप दराज़ में तुम आओ तो चाय बने ©Parul Sharma #चाय औंधे पड़े है कप दराज़ में तुम आओ तो चाय बने पारुल शर्मा #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals
Parul Sharma
यादों में डूब गया बादल हो गया मैं आँशू कह रहा है कि सागर कि खो गया मुझ में ©Parul Sharma यादों में डूब गया बादल हो गया मैं आँशू कह रहा है कि सागर कि खो गया मुझ में पारुल शर्मा #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals
Parul Sharma
रिश्ते विश्वास से बँधे साथ रहते है झूठ,फरेब, और धोखे नहीं सहते ये बद-मिजाज़ी के तीखे तेवर सुलह के कोई रास्ते नहीं छोड़ते ©Parul Sharma रिश्ते विश्वास से बँधे साथ रहते है झूठ,फरेब, और धोखे नहीं सहते ये बद-मिजाज़ी के तीखे तेवर सुलह के कोई रास्ते नहीं छोड़ते पारुल शर्मा #NojotoHindi#Nojotoofficial#TST #TopicalHindiQuoteStatic#EmotionalHindiQuoteStatic#Nojoto_Originals
Parul Sharma
मोक्ष एक सोपानवत प्रक्रिया है जो मौन के किसी चरण से शुरू होती है, मौन तीन तरह का होता है शारिरिक मौन--- इसमें जीवन पूरा होने पर शरीर ही समाप्त, बाहृय या आंतरिक अवस्था से कोई सरोकार नहीं,इसमें संभावनायें व्यवहार के अनुसार अधपकी रह जाती है मानसिक मौन--इसमें मस्तिष्क मौन धारण कर लेता है और प्रतिउत्तर की प्रतिक्रिया हेतु प्रतिक्षक बना रहता है जबतक कि मनमुताबिक परिस्थिती ना बने या बनायी जाये हृदयिक मौन---यह मौन का अंतिम पड़ाव है आशायें अपेक्षाओं की द्योतक नहीं रहती तो यहाँ ना उत्तर है ना प्रतिउत्तर, ना क्रिया है ना प्रतिक्रिया ना आदी ना अंत ना कोई लेनदेन सब कुछ शून्य है यहाँ कोई निकासद्वार नहीं ये मृत्यु नहीं ये मोक्ष की पहली अवस्था है यहाँ से ज्ञान का संज्ञान शुरू होता है। जो अंन्त तक जाने के लिये है क्योंकि विकास कभी उत्क्रमित नहीं होता एकदिशिय होता ©Parul Sharma #Travel मोक्ष एक सोपानवत प्रक्रिया है जो मौन के किसी चरण से शुरू होती है, मौन तीन तरह का होता है शारिरिक मौन--- इसमें जीवन पूरा होने पर शरीर ही समाप्त, बाहृय या आंतरिक अवस्था से कोई सरोकार नहीं,इसमें संभावनायें व्यवहार के अनुसार अधपकी रह जाती है मानसिक मौन--इसमें मस्तिष्क मौन धारण कर लेता है और प्रतिउत्तर की प्रतिक्रिया हेतु प्रतिक्षक बना रहता है जबतक कि मनमुताबिक परिस्थिती ना बने या बनायी जाये हृदयिक मौन---यह मौन का अंतिम पड़ाव है आशायें अपेक्षाओं की द्योतक नहीं रहती तो यहाँ ना उत्तर ह