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Rachna Malik
sajde m yu hi jhukta hu tujh p hi ake rukta hu ©Rachna Malik #BakraEid #love #Eid #Custom #RitualsSpeech #Care
Guneet malik
साहस
I will deleted First argument; One who is living life on the basis of traditions is living in unconsciousness .. Because tradition is the basis of the past and life is in the present .. Second argument; Trees are similar to the root, which is cut from the root to achieve the luck of the cut kite. Third argument; Traditions are the test of rationality. Fourth argument: where did this knowledge come from, acquired from tradition or instantaneously
Ansh Rajora
पंक्तियों के माध्यम से बात अपनी समझाना चाहता हूँ सिक्के के पहलू दो होतेे हैं सबको बताना चाहता हूँ मैं हृदय से सम्मान करता हूँ नारी जीवन आधार है पढ़कर स्वयं ही निर्णय लें ये प्रश्न क्या ये मेरे निराधार हैं मात पिता जो लहू बहाकर अपना, संतान का लालन पोषण करते हैं स्वयं भूखे रहकर भी संतान को प्रत्येक सुख से सृजन करते हैं फिर किस अपराध में दोषी उन्हें ठहराया जाता है?? संतान के विवाह के उपरांत अपने ही घर में उन्हें पराया किया जाता है? केवल वधू के आने से क्या अधिकार उनका कम हो जाता है? पुत्र भी सबकुछ देखता हुआ खुद को लाचार पाता है क्योंकि नारी सम्मान पर माँ का दिया हुआ ज्ञान ही उसके आड़े आता है हद पार हो जाती है जब अपमान उसी माँ का हो जाता है सम्मान में उस माँ के जो शब्द कुछ पुत्र कह जाता है तो हमारा समाज उसे ही कठोर निष्ठुर क्रूर बताता है घर वह नहीं जिसे ईंट पत्थर एवं ऐशो आराम से सजाया जाता है संयुक्त रिश्तों का परिवार ही एक घर की परिभाषा है सम्बन्ध वही है जिसे अपने लहू से मात पिता ने सजाया है फिर उसे तोड़ने का अधिकार उस वधु को कौन दे जाता है? फिर उसे तोड़ने का अधिकार उस वधु को कौन दे जाता है? यह इस वक्त लाखों बेटों की कहानी है जिसे मैने पंक्तियों में उतारने का प्रयास किया है 💐💐💐 पंक्तियों के माध्यम से बात अपनी समझाना चाहता हूँ सिक्के के पहलू दो होतेे हैं सबको बताना चाहता हूँ मैं हृदय से सम्मान करता हूँ नारी जीवन आधार है पढ़कर स्वयं ही निर्णय लें ये प्रश्न क्या ये मेरे निराधार हैं मात पिता जो लहू बहाकर अपना, संतान का लालन पोषण करते हैं स्वयं भूखे रहकर भी संतान को प्रत्येक सुख से सृजन करते हैं
Ansh Rajora
आज इक महाशय से बस में मुलाकात हो गई बातों ही बातों में उनसे काफी बात हो गई विषय चल पड़ा भक्ति और भगवान का बस फिर प्रश्न आना ही था धर्म के सम्मान का उन्होंने पूछा कहो भैया कौन से धर्म को मानते हो मैने कहा इंसानियत से बड़ा कोई धर्म जानते हो? वे बोले की बातें ये सिर्फ किताबों में भली लगती हैं मैने कहा क्या नहीं आपको धर्म की आग में इंसानियत जली लगती है सुनकर ये बात थोड़ा मौन उन्होंने साध लिया मानो अपने शब्दों को जैसे जिह्वा से बांध लिया मैं भी न बोला कुछ बस चर्चा फिर वंही थम गई आँखें उनकी कुछ क्षण के लिए मानो जैसे जम गई माथा ठनका जानकर, महाशय भी सच से अनजान नहीं पर प्रश्न फिर आया जब जानते सब हैं तो क्यों मानने को तैयार नहीं?? दो सोच - एक वार्तालाप 💐💐💐 #yqdidi #yqbaba #humanity #the1 #religion #custom #thinking #yopowrimo #poem
Ansh Rajora
All follows because its a custom of society but very few respects because its a matter of heart and feelings💗 Inspired from Bibhuti Saikia quote.. #feelings #custom #society #life #copy #understanding