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Hariom Shrivastava
#बुंदेली रचना# ============= अम्माँ खौं सबसै बतरानें, गली भरे के हाल बतानें। लरका बउएँ लैपटॉप पै, खाना चाय न कछू बनानें। कोरोना में काम ठप्प है, घर में बैठे-बैठे खानें। कोविड के कारन घर आ गए, वैसें उनै कायखौं आनें। दुनिया कीं बातें करवा लो, इतकी सींक न उतै चिगानें। दिनभर अम्माँ पिदीं काम में, फिर भी सबसै खुशी जतानें। कहो काम की बात कभऊँ तौ, सदा वर्क फ्रोम होम बतानें। कोरोना की वैक्सीन कौ, नईं ठिकानों कब तक आनें। कम्प्यूटर पै मौड़ी-मौड़ा, का का कर रये को का जानें। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ©Hariom Shrivastava #TomAndJerryMovie
Hariom Shrivastava
#बुंदेली रचना# •••••••••••••••••••••••••••••••• वे लगवावें रामराज के नारे हैं, वोटर बैठे इतै भूख के मारे हैं। नेता एकइ थैली के चट्टे बट्टे, आज इनईं के तौ बस बारे न्यारे हैं। वोट काउखों भी दै दो पर का होनै, चोर-चोर मौसेरे भाई सारे हैं। बदल बदलकैं हमनें सबखों वोट दये, जो भी जीतौ बइनै नोट डकारे हैं। भूख गरीबी फुटपाथें हैं मजबूरी, आम आदमी हम किस्मत सै हारे हैं। जित्ते दिखें झकास अपन खौं ऊपर सै, भीतर वे उत्ते सै जादा कारे हैं। कर दैहैं हम दूर गरीबी जे कत्ते, जे भी नटवरलाल कौन से न्यारे हैं। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ©Hariom Shrivastava #ChildrensDay
Hariom Shrivastava
#बुंदेली रचना# ============== जाजम लोढ़ और जे गद्दा, खूब बिछे हैं दो-दो रद्दा। बिंडिल माचिस सिगरिट हुक्का, पानी बोतल पौआ अद्दा। बैठौ है पटैल के द्वारें, कोटवार भी लाल मुसद्दा। तूती बोलै अब पटैल की, लाखन कड़ौ भौत ही फद्दा। पैदावार फसल की थोरी, ऊपरसै मंडी में मद्दा। लक्ष्मी जी की पूजा करकैं, जुआ जोर कौ जमनैं दद्दा। डर भै नईंयाँ इनै पुलिस कौ, थानेदार निकल गऔ पद्दा। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ©Hariom Shrivastava #diwali2020
Hariom Shrivastava
#बुंदेली रचना# •••••••••••••••••••••••••••• फसल आ गयी घर पै कक्का, धान बाजरा गन्ना मक्का। सस्ती बिकी फसल मंडी में, लगौ कलेजे पै है ढक्का। मिलीभगत सै गिरीं कीमतें, व्यापारी हो गए उचक्का। फसल छोड़ सबपै मँहगाई, है किसान अब हक्का-बक्का। कोरोना भी ठंडक पाकैं, फिर सै मार उठौ है छक्का। हमखौं हैं रोटी के टोटे, वे खावैं बादाम मुनक्का। जौ मँहगाई और दिवाली है किसान भौतइ भौंचक्का। पैसा नइंयाँ खाद बीज खौं, बड़ै न अब गाड़ी कौ चक्का। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ------------------------------------------------------- हिंदी अर्थ :-- ढक्का= धक्का। उचक्का= चालाक, बदमाश। टोटे= अभाव,कमी,अनुपलब्धता। भौतइ = बहुत ही। खौं = को। नइंयाँ = नहीं है। ------------------------------------------------------ ©Hariom Shrivastava #CityEvening
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