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अदनासा-
"नशा बंदी"... "नशा मुक्ति"... हो शराब की या धुएं की, हमने बहुत बार देखी सुनी है। मगर क्या कभी सुना है ? कि नशे के कुबेरपतियों की, तिजोरी पर ताला बंदी हुई है। मगर एक सच यह भी है, तुम पियोगे हम पिलायेंगे, राजकोष में वृद्धि भी सच्चाई है। हर समस्या का समाधान है, मगर जुमला ना गढ़ा जाए, संभव है यदि तीव्र इच्छाशक्ति है। ©अदनासा- चित्र सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 https://pin.it/53mwxq2 #हिंदी #नशा #मुक्ति #बंदी #धनकुबेर #ताला #इच्छाशक्ति #Instagram #Facebook #अदनासा
Sarojani Srivastava
"परिस्थितियों को जो बदल दें, एक शख्स ऐसा होना चाहिए। निर्भय होकर जो लक्ष्य को प्राप्त करें, एक शक्ल ऐसा होना चाहिए। कामयाबी की मार्ग पर कांटे बहुत आएंगे, उन काँटों को जो फुल में बदल दे, एक जुनून ऐसा होना चाहिए। " ©Sarojani Srivastava #इच्छाशक्ति- लक्ष्य प्राप्त करने की। #goal#focus#thought of the day #Motivational
Mukesh Poonia
किसी भी व्यक्ति की इच्छाशक्ति और उसका दृढ़संकल्प उसको एक गरीब से राजा बना सकती है। . ©Mukesh Poonia #Travel किसी भी #व्यक्ति की #इच्छाशक्ति और उसका #दृढ़संकल्प उसको एक #गरीब से #राजा बना सकती है।
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
संकल्प और दृढ़ इच्छा शक्ति समस्त प्राणियों को गंतव्यों तक ले जाती है ©Anushi Ka Pitara #दृढ़ #इच्छाशक्ति #NAPOWRIMO
Akhil Kael
मेरी इच्छाशक्ति को परखना कुदरत की बन गई है फिदरत, अब तो वो भी है हैरान कि जिसे उसने बनाया, क्या वही है यह इंसान? ©Akhil Kael #riseofphoenix #stormofphoenix #इच्छाशक्ति #Motivation #motivationalquotes #SunSet
Akhil Kael
मेरी इच्छाशक्ति को परखना कुदरत की बन गई है फिदरत, अब तो वो भी है हैरान कि जिसे उसने बनाया, क्या वही है यह इंसान? ©Akhil Kael #riseofphoenix #stormofphoenix #इच्छाशक्ति #Motivation #motivationalquotes #SunSet
writer anil lodhi
लोगों ने "संगति" शब्द को बेहबजह बदनाम कर रखा है। व्यक्ति स्वयं के व्यवहार और कमजोर इच्छाशक्ति से बिगड़ता है। ©anil foujdar #संगति_का_असर #इच्छाशक्ति
Md Mahfuz
वक्त बुरा जरूर है, पर बीत जायेगा, चिंतन भविष्य का, तुझे पल-पल सताएगा, कुछ आस टूटेंगी, कुछ ख्वाब बिखर जाएंगे, सैलाब में आंसुओ के, कुछ दर्द छिप जायेंगे, तूने जो सोचा है, वो पल भी आएगा, वक्त बुरा जरूर है, पर बीत जाएगावक्त बुरा जरूर है, पर बीत जायेगा, चिंतन भविष्य का, तुझे पल-पल सताएगा, कुछ आस टूटेंगी, कुछ ख्वाब बिखर जाएंगे, सैलाब में आंसुओ के, कुछ दर्द छिप जायेंगे, तूने जो सोचा है, वो पल भी आएगा, वक्त बुरा जरूर है, पर बीत जाएगा। ठोकरे आने वाली राहो में, तुझे गिरकर संभालना सिखाएगी, लघुपथ नही है लक्ष्य पाने को, ये परिश्रम कठिन करवाएंगी, तेरी इच्छाशक्ति ही तुझे, तेरी मंजिल तक पहुचायेगी, फिर घनघोर काली रात ये, नए सवेरे में बदल जाएगी, तेरे कर्मों की कहानियों का, नया इतिहास कोई बन जायेगा, वक्त बुरा जरूर है, पर बीत जाएगा। 😊😊😊😊🙏🏻🙏🏻, लघुपथ नही है लक्ष्य पाने को, ये परिश्रम कठिन करवाएंगी, तेरी इच्छाशक्ति ही तुझे, तेरी मंजिल तक पहुचायेगी, फिर घनघोर काली रात ये, नए सवेरे में बदल जाएगी, तेरे कर्मों की कहानियों का, नया इतिहास कोई बन जायेगा, वक्त बुरा जरूर है, पर बीत जाएगा। 😊😊😊😊🙏🏻🙏🏻
Keshav Suryavanshi
माझे मत-- माझे विचार मित्रहो, प्रबळ इच्छाशक्ति असेल तर आपले जगणे- मरणे सोपे असते . आणि दुर्बळ इच्छाशक्ति असेल तर आपले जगण- मरण कठीण असत. अॅड. के. एम. सूर्यवंशी
आयुष पंचोली
मृत्यू भी तब तक किसी व्यक्ति का आलिंगन नही कर सकती , जब तक वह व्यक्ति खुद जीने की आस ना छोड दे। चाहे कितनी ही विपरीत परिस्थियाँ क्यो ना हो, चाहे व्यक्ति पुर्ण रूप से असमर्थ हो जाये, मगर यदि उसमे जीने की इच्छाशक्ति शेष हैं तो, मृत्यू चाहकर भी कभी उसका आलिंगन नही कर सकती। और इसके विपरीत जो व्यक्ति हताशा से घिरा हो, जिसके समीप नकरात्मकता पुर्ण रूप से विध्य्मान हो। जिसकी सोच और विचार भी नकारात्मक हो। उसके जीवन मे मृत्यू की आवश्यकता ही नही होती। बिमार व्यक्ति भी तब तक स्वस्थ नही हो सकता जब तक उसकी स्वस्थ होने की इच्छाशक्ति ना हो, यह मैं नही विज्ञान कहता हैं। ठीक वैसे ही आप तब तक कुछ नही पा सकते जबतक आपके आस पास का वातावरण और आपमे नकारत्मकता विध्यमान रहती हैं। प्रयास तभी सफल होते हैं, जब पुर्ण इच्छाशक्ती से किये जाये। अन्यथा उनके सफल होने की सम्भावना मात्र उतनी ही हैं, जितनी सकारत्मक्ता आपकी सोच मे हैं।🙏🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch मृत्यू भी तब तक किसी व्यक्ति का आलिंगन नही कर सकती , जब तक वह व्यक्ति खुद जीने की आस ना छोड दे। चाहे कितनी ही विपरीत परिस्थियाँ क्यो ना हो, चाहे व्यक्ति पुर्ण रूप से असमर्थ हो जाये, मगर यदि उसमे जीने की इच्छाशक्ति शेष हैं तो, मृत्यू चाहकर भी कभी उसका आलिंगन नही कर सकती। और इसके विपरीत जो व्यक्ति हताशा से घिरा हो, जिसके समीप नकरात्मकता पुर्ण रूप से विध्य्मान हो। जिसकी सोच और विचार भी नकारात्मक हो। उसके जीवन मे मृत्यू की आवश्यकता ही नही होती। बिमार व्यक्ति भी तब तक स्वस्थ नही हो सकता जब तक उसकी स