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पूर्वार्थ
कितने सारे मन्नतों के धागें बंधे परे हैं, इस उम्मीद में कि पूरे होगें,क्या सभी के मन्नत पूरे होते हैं, यदि पूरे हो भी जाए तो, क्या आजीवन टिक पाते हैं, कभी कभी पूरे हो के भी अधूरे ही रह जाते हैं, कई ख्वाब, कई तमन्नाएँ, कई शिकवें कई नादानियाँ, कई उलझने, फिर भी आस्था कम नहीं होता होना भी नहीं चाहिए, हमारी आस्था, हमारी श्रद्धा, हमारी सकारात्मक विचार, ही हमारे मन्नतों को पूरा करने में हमारी मदद करती है ...✍️ ©पूर्वार्थ #जिंदगी #मन्नतकेधागे
Insprational Qoute
बांध आई मैं मन्नत के धागे एक दिन तेरा दीदार होगा, कह तो हम सके नही देखना आँखों से ही इज़हार होगा, निकल एक दिन क़फ़स से ये मोहब्बत भी परवान चढ़ेगी, देखना फिर तुम्हें भी माही हमसे अहले दिल प्यार होगा, अफसुर्दगी की तड़प भी बेज़ार औऱ खारजार सी होती है, मिट जायेंगे सारे गिले शिकवे माही जब वस्ल ए यार होगा, ये खामोशी सब बयाँ करती है यूँ ख़ामोश न रहा कीजिये, हाथ तो थामो इक बार खामोशी को भी प्यार बेशुमार होगा, यूँ बातों से ही हम तेरी राह तकते चाँद को निहारते रहते हैं, इन तारों का भी एक ही सवाल है कब खत्म इंतजार होगा? ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
Nitesh Prajapati
मन्नत के धागे बांधे है कलाई पर तेरी, इसे सिर्फ़ कच्ची सूत मत समझना, इस छोटी सी चीज में छुपी है मेरी बड़ी इबादत, मन्नत के धागे ये, फैलाए रोशनी तुम्हारी जिंदगी में, मिलाए तुम्हें वह बुलंदी से, जो तुमने मन में है सोची, तू जहां कहीं भी जाएगी, ये हमेंशा रहेगा तेरे हाथ पर, मेरी परछाई बनकर, यह धागा सिर्फ मन्नतों का धागा नहीं, पर यह मेरी आस्था का प्रतिक है, बांधते हैं यह पवित्र धागा, जॉ करेगा रक्षा तुम्हारी एक रक्षा कवच बनके, चाहे मेरा अस्तित्व हो ना हो, पर मेरे वज़ूद के स्वरूप में, यह हमेंशा रहेगा तेरी कलाई पर। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
Ish Kumar King
दुनिया से परे जन्नत के आगे हमने भी बांधे थे मन्नत के धागे वो रुख़सत हुए यूँ हमसे पल्ला छुड़ाके बेजान से रह गए मन्नत के धागे... ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
Anita Saini
मन्नत के धागे बाँधों चाहे तुम दर-दर लगाओ अर्ज़ी! मिलेगा नसीब का लिखा जिसमें होगी ख़ुदा की मर्ज़ी! ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
Dr Upama Singh
मन्नत के धागे बहुत बांँधे हमने मांँगा रब से दुआओं में हरदम ही तुम्हें हमने मांँगा एक तेरा साथ ख़्वाब अभी पूरा ना हुआ धागे ही खत्म हो गए मन्नत में तुम्हें मांँग मांग कर इसलिए आज हम अपना दिल ही बांँध आए तुम्हारे नाम पर ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
Divyanshu Pathak
मन्नत के धागे दरग़ाह पर बाँध आता हूँ। मैं जाति पन्थ की देहरी लाँघ जाता हूँ। मेरी ख़्वाहिश इतनी सी सब ख़ुश रहें! मैं यही सोचके सज़दे में सर झुकाता हूँ। आस्तिक या नास्तिक हूँ ये पचड़ा नहीं! हिन्दू या मुसलमान कोई लफ़ड़ा नहीं। अपनों की ख़ुशी और अमन के लिए ही मैं ख़ुदा के दर पर दुआ माँग आता हूँ। बस भाषाओं के मसले हैं। ना समझ सके तो उलझे हैं। जो समझ गए वो पीर हुए! ना-समझ पीर में धँसले हैं। मन्नत के धागे दरग़ाह पर बाँध आता हूँ। मैं जाति पन्थ की देहरी लाँघ जाता हूँ। मेरी ख़्वाहिश इतनी सी सब ख़ुश रहें! मैं यही सोचके सज़दे में सर झुकाता हूँ। आस्तिक या नास्तिक हूँ ये पचड़ा नहीं! हिन्दू या मुसलमान कोई लफ़ड़ा नहीं। अपनों की ख़ुशी और अमन के लिए ही
अभिलाष सोनी
मन्नत के इन धागों से खुद से बाँध ले मुझको। मैं तेरा होना चाहता हूँ, मुझसे माँग ले मुझको। तेरी ख़ातिर ही मैं अब तक तन्हा अकेला रहा। गले से लगाकर अब तो अपना मान ले मुझको। तेरे लिए तो मैं सारी दुनिया से लड़ सकता हूँ। मेरी आँखों में छुपी चाहत से पहचान ले मुझको। अकेला हूँ अब कोई मुझे समझना नहीं चाहता। थोड़ा वक्त गुज़ार मेरे साथ और जान ले मुझको। कमी ज़रा सी भी न होगी मेरी चाहत में हमदम। ज़रा अपनी साँसों की डोर से बाँध ले मुझको। ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
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मन्नत के धागे बांधने की कोशिश तो हम भी बहुत करते हैं,मगर बदनसीबी को देख कर अपनी हिम्मत हमारी होती नहीं,वृंदावन धाम जाने की चाहत होती तो बहुत है,मगर कान्हा जी की कृपा दृष्टि हम पर जानें क्यों होती नहीं,सेवा की हमने बहुत लड्डू गोपाल की,मगर जानें क्यों हमारी सोई किस्मत जगती नहीं,बुरा कभी किसी का किया नहीं हमने जानें क्यों अपनों को मनों को हम भाते नहीं, जय श्री राधे कृष्णा ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।