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Shayar E Badnaam
अर्जियां कुछ लिखी हैं खुदा के लिए, जो कबूल हुई तो एक तार तुम्हे भी लिखेंगे.... ©शायर ए बदनाम #अर्जियां #कबूल #शायर_ए_बदनाम
Shayar E Badnaam
पुर-नम आंखों से अर्जियां ना लिखो, किसी के माथे पे अपनी मन मर्जियां ना लिखो.... #अर्जियां #मन_मर्जियां #पुर_नम #आंखों #लिखो #माथे #शायर_ए_बदनाम
Shayar E Badnaam
अर्जियां कुछ लिखी हैं खुदा को जो कबूल हुई तो एक तार तुम्हे भी लिखेंगे.... #अर्जियां #तार #कबूल #खुदा #शायर_ए_बदनाम
Swati kashyap
ख़ारिज कर दो.. मेरी अर्जियां सभी कुछ भी मांगने का... अब मन भी नहीं... जीने को... सांसों की ज़रूरत ही काफ़ी और क्या ख़ास है... तेरे लिए जो मेरे पास नहीं.. रख ले... मेरे खून का कतरा भी ग़र ज़रूरत हो तुझे तू जी... मौत काफ़ी है.. मेरे लिए और कुछ भी नहीं... ©Swati kashyap #अर्जियां
Nikhil Kaushik
ख्वाइशों का कोई तो ठिकाना होता होगा इस कायनात में जहां तुमको पाने की मेरी ख्वाइश अधूरी ना रहे क्यूंकि मैं थक चुका हूं मंदिर और मस्जिदों में तुम्हारे नाम की अर्जियां लगाते लगाते... ©Nikhil Kaushik #ख्वाइशों का कोई तो #ठिकाना होता होगा इस #कायनात में, #जहां तुमको पाने की मेरी #ख्वाइश #अधूरी ना रहे क्यूंकि मैं थक चुका हूं #मंदिर और #मस्जिदों में तुम्हारे नाम की #अर्जियां लगाते लगाते...
Neeta Bharadwaj
ख़्वाहिश कितने ही ख्वाब ,कितनी उम्मीदें, अनगिनत ख्वाहिशें ,ये रोज़ रोज़ की कितनी अर्जियां .!! वो एक खुदा जल्द किस किस को नवाज़े...🙏Neeta #nojotohindi कितने ही #ख्वाब ,कितनी #उम्मीदें, अनगिनत #ख्वाहिशें ,ये रोज़ रोज़ की कितनी #अर्जियां .!! वो एक #खुदा जल्द किस किस को #नवाज़े💐
akshay sharma
अर्जियां तो बहुत थी ,पर मन्ज़ूर कम हुईं इल्तेज़ा तो बहुत थी ,पर इज़ाज़त कम हुई कहना तो बहुत कुछ था, पर मुलाक़ातें कम हुई आँखे तो बहुत बार मिली ,पर बातें कम हुई दिल में जज़्बात उसके भी थे, पर दूरी उससे न कम हुई मोहब्बत का ज़खीरा था मैं उसके लिए ,पर तलाश उससे कम हुई अर्जियां तो बहुत थी ,पर मन्ज़ूर कम हुईं #NojotoQuote अर्ज़ियाँ
Annu yadav
जैसे जैसे समय निकाला हमने खुद के लिए लोगों के काम की अर्जियां कुछ इस कदर आने लगी ख्वाब तो खुली आंखों से भी देख लेते हैं लोग पर नींदों में मुकम्मल होने के लिए आंख ही ना लगी उन्हीं ख्वाबों को पूरा करने के लिए हम टहल रहे थे छत पर एक दिन बस इन्हीं सपनों में डूबकर कब शाम से रात हुई हमें भनक भी ना लगी सभी अर्जियां कुबूल कर ली हमने सुबह से शाम कर दी हमने पर वह ख्वाब हकीकत नहीं हो रहा और ख्वाब को पाने में किसी की दुआ भी ना लगी
Krishan Sangar
उसकी वो सारी मर्जिया औऱ मेरी कुछ अर्जियां आज भी अच्छे से याद है मुझे #2liners #अर्जियां #मर्जिया #यादें