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Best कडवा_सच Shayari, Status, Quotes, Stories

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Death_Lover

"हिमांश" तुम्हारा रोज़-रोज़ का मरने से अच्छा है,
एक दिन तुम मर ही जाओ॥
(ख्वाहिशें दफ़न कर दो)

©Himanshu Tomar #हिमांश #दफ़न #ख्वाहिश #मर #मौत #ज़िन्दगी #कडवा_सच 
#AkelaMann

DEV FAIZABADI

      मौत और आम......
 दोनों का सीज़न चल रहा है
कब कौन सा आम या कौन सा व्यक्ति 
टूटकर बिखर जाये कुछ पता नहीं
आम आँधी, तूफान और बरसात से 
जीवन गंवा रहा है तों
वहीं इंसान खाँसी, जुकाम,बुखार,और आक्सीजन
से जीवन गंवा रहा है।

-देव फैज़ाबादी

©Dev Faizabadi 💎
  #कडवा_सच #Real_Feelings

Shikha Vasu Vairagi

kavi Dhananjay (dhanuj) Sankpal

_#कवी'धनूज.
"कलयुग है साहब..
यहां जीते जी नहीं
मरने के बाद, श्राद्ध के नाम पर 
मां-बाप को खाना खिलाते है...
तब कुछ इस तरहां का दिखावां करेंगे...
हजारों रूपयें खर्च कर के,
हजारों खाद्य वस्तुओं का भंडार लगायेंगे...
कुछ नालायक तो ऐसे जन्मे हैं साहब..
बनाकर status इन सब का
अपने whats app ओर facebook कि शोभा बढातें है...

-लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ)
#धनूज | रंग मनाचे..

©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #कडवा_सच

kavi Dhananjay (dhanuj) Sankpal

_#कवी'धनूज.
कलयुग है साहब,
यहां कुत्तों को घर में
ओर मां-बाप को फुटपाथ पर देखा जाता है..

-लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ)
#धनूज | रंग मनाचे..

©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #कडवा_सच

kavi Dhananjay (dhanuj) Sankpal

_#कवी'धनूज.
इंसान इंसानों में रहकर इंसान ना बन पाया
कुत्ता इंसानों में रहकर इमानदार कह लाया
कुछ इस तरहां से आज बदनाम है इंसानियत
बाहर से पहने लिबास इंसानियत का  
भीतर से ए-इंसान तू जानवर हि बन पाया

-लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ)
#धनूज | रंग मनाचे..

©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #कडवा_सच

kavi Dhananjay (dhanuj) Sankpal

_#कवी'धनूज.
औकात कि बस इतनी सी औकात है
ग़र सच कड़वा बयां करें तो
हर इक कि औकात नंगी नजर आयेगी..

-लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ)
#धनूज | रंग मनाचे..

©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #कडवा_सच

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