Find the Best निजीकरण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about निजीकरण की परिभाषा क्या है, निजीकरण क्या है, निजीकरण की परिभाषा, निजीकरण की विशेषताएं, निजीकरण से लाभ,
Ram Yadav
Sea water एक नैतिक समाज की स्थापना नहीं हो सकती...... यदि संस्कार में लाभ की गणना शामिल हो जाए।।।।।। #निजीकरण #मशीनीकरण #बेरोजगारी हरि ॐ ०३.०२.२०२४ ©Ram Yadav #Seawater #अध्यात्म #भारत #बेरोजगारी #निजीकरण #मशीनीकरण
kavi manish mann
2222 122 122 2222 22 ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जिन हाथों में कलम चाहिए,उन हाथों में खंजर हैं! देश हमारा बिका जा रहा,आंँखें राम समुंदर हैं! ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ #मौर्यवंशी_मनीष_मन #शेर_मन #खंजर #समुंदर #देश #बेरोजगारी #निजीकरण
Divyanshu Pathak
अगर तुम इस रचना को पढ़ नहीं पाए तो देख लो। बिना पढ़े बहुत कुछ कहती ये- आपको 1200 साल पुराने... हिंदुस्तान से आज तक की इंडिया से मिलवायेगी। और सूक्ष्मता में जाओगे तो, अपना भारत भी पाओगे। बड़ी विडंबना है कभी कभी लगता है पूरी ज़िंदगी और ऊर्जा लगाकर माता पिता की पूँजी गंवाकर इतनी डिग्रियां कमाई इक़ उम्र गंवाई बच्चों को तरसाया
writervinayazad
🍂 ठोकर ✍️ कितनी ठोकर लगीं संभल ना सके हम अपने आप को बदल ना सके कम्पनी एक ने गुलाम किया फिर भी लाखों का मोह टल ना सके बदल दो रास्ता अब भी समय है बुजुर्ग भी यहां से चल ना सके गुजरे मोती को यूं कंकड ना कहो उनके साहस को तुम पतझड़ ना कहो जिसने सींचा उसे खंजर ना कहो उसके जैसा अभी कुछ कर ना सके राष्ट्रवाद तरक्की है विनय जन, ठेकावाद से उबर ना सके उदारवाद जिंदगी है विनय कठोरवाद से तो घर ना बसे ©writervinayazad 🍂 ठोकर ✍️ कितनी ठोकर लगीं संभल ना सके हम अपने आप को बदल ना सके 🍂🍂 कम्पनी एक ने गुलाम किया फिर भी लाखों का मोह टल ना सके 🍂🍂 बदल दो रास्ता अब भी समय है
Er.Mahesh
बैंक बेच ,रेलवे बेच , जो बिजली विभाग भी बेच के खाए जीवन बीमा की भी बोली लगाय के जो मंदिर की शरण जाए ऐसा अंदेशा हो रहा कन्ही मंदिर भी बेच न खाए ©Er.Mahesh # निजीकरण #निजीकरण #vacation
writervinayazad
✍️✍️ फिर से पढ़कर देखिए जीवन का इतिहास उचित उदारवाद है निजीकरण बकवास ©writervinayazad ✍️✍️ फिर से पढ़कर देखिए जीवन का इतिहास उचित उदारवाद है निजीकरण बकवास #विनय_आजाद #writervinayazad #जीवन #उदारवाद #निजीकरण #Health
Kavi अर्जुन*चाणक्य*
निजीकरण गर चारा है रोजगार व्यवधानों का पक्ष मैं भी लेता हूँ ऐसे समाधानों का लेकिन ये सर्वविदित है कुछ होने वाला नहीं है व्यापारी ग्राहक के घाटे पर रोने वाला नहीं है यात्राएं तुमने कर डाली जनता के ही पैसों से कई रूप तुमने बदले 14 में पहन मुखौटों से असल मुखौटा अब पहचाना व्यापारिक गतिविधियों से शरम तुझे लगनी चाहिए क्योंकि क्योंकि यम भी दुनिया आता है खुद के अपने भैंसों से poetarjun4909 स्तम्भ 4 यूं बिका रहा गर हो जायेगा निजीकरण सोयी जनता उठी नहीं गर सय्याद करेगा वशीकरण भविष्य बचाना बच्चों की तो आगे आना पड़ता है कृष्ण अगर न आये होते सफल हो जाता चीरहरण देश तुम्हें सौंपा था हमने देख तेरी खुद्दारी को गर्व हमें भी उस दिन था जब देखा सत्ताधारी को मंहगाई का पुल तो बांध दिया स्वर्ण विहग की राहों में उबल रहा है रक्त हमारा देख तेरी गद्दारी को poetarjun4909 #निजीकरण
Manish Kumar Savita
जब तक आप कोरोना महामारी लड़कर खड़े होंगे तब तक निजीकरण जैसी महामारी आपके दरवाजे दस्तखत दे चुकी होगी जिससे आप और आपका परिवार लड़ते-लड़ते दम तोड़ देगा।। #Manish Kumar Savita #निजीकरण
Manish Kumar Savita
देश में कुछ दिन बाद सरकारी के नाम पर केवल सरकार ही बचेगी बाकी लोग कोल्हू के बैल की तरीके पिस रहें होंगे।। #Manish Kumar Savita #निजीकरण
Manish Kumar Savita
आत्मनिर्भर के नाम पर आपके पैरों में जो निजीकरण के घुंघरू पहनाए जा रहें है उसके पहनने के बाद कभी इस दरबार तो कभी उस दरबार नाचते ही घूमेंगे।। #Manish Kumar Savita #निजीकरण