Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best मुख Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best मुख Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutमुखारविंद से, मुखलिस का मतलब, मुख़ालफ़त का अर्थ, मुखारबिंद का अर्थ, मुख्लिस का अर्थ,

  • 43 Followers
  • 2146 Stories

BANDHETIYA OFFICIAL

#Thinking #मुख में राम,बगल में छुरी! खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी हिंदी '15 अगस्त पर शायरी' शायरी हिंदी में शायरी वीडियो Internet Jockey Naveen Rakesh Srivastava advocate SURAJ PAL SINGH Madhusudan Shrivastava

read more
White मुख में राम, बगल में छुरी,
मौका मिले तो काटे मुड़ी।
पानी की धार, तलवार की धार,
नहीं फर्क उसपे,न ही बात बड़ी।
मौका मिले तो....
तेरा है हाल, फिर हाल -चाल,,
जिधर देखो पूड़ी,बैठो घुरी।
मौका मिले तो...

©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #मुख में राम,बगल में छुरी! खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी हिंदी '15 अगस्त पर शायरी' शायरी हिंदी में शायरी वीडियो Internet Jockey  Naveen  Rakesh Srivastava  advocate SURAJ PAL SINGH  Madhusudan Shrivastava

Rakesh frnds4ever

#मुख से जो शब्द निकलते हैं उनको तो सभी अपने अपने हिसाब से सुन लेते हैं क्योंकि #शब्दोंकेअर्थ हर कोई अपनी अपनी #समझ के हिसाब से लगता है,, किस व्यक्ति ने कहे है किस जगह कहे हैं किस विषय पर कहे हैं किसलिए कहे हैं

read more

Mukesh Poonia

#guru_purnima #वाणी #शीतल #चन्द्रमा, #मुख-मण्डल #सूर्य समान, #गुरु चरनन #त्रिलोक है, #गुरु अमृत की खान। गुरु #पूर्णिमा की हार्दिक बधाई!” आज शुभ विचार नये अच्छे विचार आज का विचार शुभ प्रभात विचार अच्छे विचार फोटो

read more

Bindu Sharma

SKgujjarchauhan

Dimple girl

# जिसके #मुख पर श्री राम है उसका सदाकल्याण है

read more

DR. LAVKESH GANDHI

#sadquotes gaddari # #मुख में है राम नाम, दिल में है गद्दारी#

read more

Astro Rahul Pandey (Sad writer)

#मुख सजना दा देखन नू

read more
मुख सजना दा देखन नू 
असी दो घंटे गवाए।

गर्मी विच बैठ
 रज रज के मच्छर लड़ाए।

थक्क गया पैंदी रात देख
 मैं ओथो निकलन लई पैर वधाए।

इको दम हनेरे विच सजन
 बाहर निकल के आए।

हुन की कवा ओहना नू 
जिन्ना ते दो घंटे फूकन तो बाद 
अपने दीदार वी चाज नाल ना करवाए।।

                             -Rahul Pandey #मुख सजना दा देखन नू

निखिल कुमार अंजान

नौ दिन नौ रातें जब रहने माँ मेरे घर आएगी देख जग मे अत्याचार हिंसा कितना वो व्यथित हो जाएगी किस मुख से उसके समक्ष जाऊँगा कैसे उसको दुराचार की कथा सुनाऊँगा कन्या पूजन को लेकर भी मन मे संशय होता है मानवता को कंलकित करने वाला न जाने

read more
नौ दिन नौ रातें जब 
रहने माँ मेरे घर आएगी
देख जग मे अत्याचार हिंसा
कितना वो व्यथित हो जाएगी
किस मुख से उसके समक्ष जाऊँगा
कैसे उसको दुराचार की कथा सुनाऊँगा
कन्या पूजन को लेकर भी मन मे संशय होता है
मानवता को कंलकित करने वाला न जाने
किन भावों से उन नन्हे नन्हें चरणों को धोता है
पहन संत का चोला अंदर से हवस के वश मे होता है
आजकल छोटी छोटी बच्चियों का भी शोषण होता है
कैसे माँ के आने की खुशी मनाऊँ अंदर से हृदय रोता है
रिश्तों की गरिमा को भूलकर अपनों ने बलात्कार किया है
नातेदारों ने बहन बेटी की अस्मत को तार तार किया है
नग्नता नित्त दिन अपना परचम लहरा रही है
क्यों भला समाज के ठेकेदारों की आवाज नही आ रही है
ऐसे कैसे नवरात्रि का पर्व मै बना पाऊँगा 
कोई भेजेगा भला क्यों अपनी बिटिया को ऐसे माहौल मे
कँहा से मै कन्या पूजन के लिए कन्या लाऊँगा
रोज अखबार के पन्ने इन खबरों से पटे मिल जाते हैं
आम बात हो गई है रेप होना मन मे न कोई भाव आते हैं
ज्यादा हो तो मोमबत्ती ले सड़क पर उतर आते हैं
कौन भला मुझको ये विश्वास दिलाएगा नौ दिन ही सही
मेरे शहर मे ही किसी बहन बेटी बच्ची स्त्री 
की अस्मत को नही लूटा जाएगा 
नौ दिन नौ राते जब रहने माँ मेरे घर आएगी
देख इन हालातों को क्या प्रसन्न हो जाएगी
अंजान किस मुख से उनके समक्ष जाएगा
कैसे कलयुग के राक्षसों की कथा सुनाएगा........

#अंजान....... नौ दिन नौ रातें जब 
रहने माँ मेरे घर आएगी
देख जग मे अत्याचार हिंसा
कितना वो व्यथित हो जाएगी
किस मुख से उसके समक्ष जाऊँगा
कैसे उसको दुराचार की कथा सुनाऊँगा
कन्या पूजन को लेकर भी मन मे संशय होता है
मानवता को कंलकित करने वाला न जाने

Ankita Saxena

#sakhi..

read more
एक दिन रुक्मणी ने भोजन के बाद,
श्री कृष्ण को दूध पीने को दिया।

दूध ज्यदा गरम होने के कारण 
श्री कृष्ण के हृदय में लगा
और
उनके श्रीमुख से निकला-
" हे राधे ! "

सुनते ही रुक्मणी बोली-
प्रभु !
ऐसा क्या है राधा जी में,
जो आपकी हर साँस पर उनका ही नाम होता है ?

मैं भी तो आपसे अपार प्रेम करती हूँ...
फिर भी,
आप हमें नहीं पुकारते !!

श्री कृष्ण ने कहा -देवी !
आप कभी राधा से मिली हैं ?
और मंद मंद मुस्काने लगे...

अगले दिन रुक्मणी राधाजी से मिलने उनके महल में पहुंची ।

राधाजी के कक्ष के बाहर अत्यंत खूबसूरत स्त्री को देखा...
और,
उनके मुख पर तेज होने कारण उसने सोचा कि-
ये ही राधाजी है और उनके चरण छुने लगी !

तभी वो बोली -आप कौन हैं ?

तब रुक्मणी ने अपना परिचय दिया और आने का कारण बताया...

तब वो बोली-
मैं तो राधा जी की दासी हूँ।

राधाजी तो सात द्वार के बाद आपको मिलेंगी !!

रुक्मणी ने सातो द्वार पार किये...
और,
हर द्वार पर एक से एक सुन्दर और तेजवान दासी को देख सोच रही थी क़ि-
अगर उनकी दासियाँ इतनी रूपवान हैं...
तो,
राधारानी स्वयं कैसी होंगी ?

सोचते हुए राधाजी के कक्ष में पहुंची...

कक्ष में राधा जी को देखा-
अत्यंत रूपवान तेजस्वी जिसका मुख सूर्य से भी तेज चमक रहा था।
रुक्मणी सहसा ही उनके चरणों में गिर पड़ी...

पर,
ये क्या राधा जी के पुरे शरीर पर तो छाले पड़े हुए है !

रुक्मणी ने पूछा-
देवी आपके  शरीर पे ये छाले कैसे ?

तब राधा जी ने कहा-
देवी !
कल आपने कृष्णजी को जो दूध दिया...
वो ज्यदा गरम था !

जिससे उनके ह्रदय पर छाले पड गए...
और,
उनके ह्रदय में तो सदैव मेरा ही वास होता है..!!

इसलिए कहा जाता है-

बसना हो तो...
'ह्रदय' में बसो किसी के..!

'दिमाग' में तो..
लोग खुद ही बसा लेते है!!! #sakhi..
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile